अमित शाह-आंबेडकर विवाद संसद में गुरुवार को भी चर्चा का केंद्र बना रहा। इस वजह से राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद स्थगित करना पड़ा। विपक्षी सांसद आंबेडकर विवाद पर चर्चा की मांग कर रहे थे। इससे पहले इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद भवन के बाहर अमित शाह पर आंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया है और बैनर व तख्तियाँ लेकर प्रदर्शन किया। इसी तरह का प्रदर्शन बीजेपी ने भी कांग्रेस पर आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए किया।
इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने संसद परिसर में बीआर आंबेडकर के बैनर लेकर प्रदर्शन किया और शाह से माफी मांगने की मांग की। इस बीच राहुल गांधी और बीजेपी सांसद प्रताप चंद्र सारंगी का नया विवाद खड़ा हो गया है।
भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद में प्रवेश करते समय एक सांसद को धक्का दिया, जो सारंगी पर गिर गया और उन्हें चोट लग गई। सारंगी ने दावा किया कि वह सीढ़ियों के पास खड़े थे, तभी राहुल गांधी आए और एक अन्य सांसद को उन पर धक्का दे दिया। भाजपा सांसद को घायल होने के बाद व्हीलचेयर पर परिसर से बाहर ले जाया गया। इस बीच, राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सांसदों ने ही उन्हें संसद के अंदर जाने से रोकने की कोशिश की और असली मुद्दे से ध्यान भटका रहे हैं।
संसद के बाहर इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने मीडियाकर्मियों को बयान दिया। इस बयान को कांग्रेस पार्टी ने भी एक्स पर जारी किया है।
मैं संसद के अंदर जाने की कोशिश कर रहा था।
लेकिन BJP के सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, धक्का दे रहे थे और धमका रहे थे।
ये संसद है और अंदर जाना हमारा अधिकार है।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/wfwAGAeruf
— Congress (@INCIndia) December 19, 2024
उन्होंने कहा, ‘यह आपके कैमरे में हो सकता है। मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, भाजपा सांसद मुझे रोकने, धक्का देने और धमकाने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए यह हुआ… हां, ऐसा हुआ है (मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का दिया गया)। लेकिन धक्का-मुक्की से हम प्रभावित नहीं होते। लेकिन यह प्रवेश द्वार है और हमें अंदर जाने का अधिकार है। भाजपा सांसद हमें अंदर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे… मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर हमला कर रहे हैं और आंबेडकर जी की स्मृति का अपमान कर रहे हैं।’
विपक्षी सांसदों द्वारा आंबेडकर विवाद पर चर्चा की मांग उठाए जाने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कुछ इसी तरह के हालात लोकसभा में भी बने और इसको भी दो बजे तक स्थगित करना पड़ा।
बता दें कि डॉ. आंबेडकर पर अमित शाह के उस बयान पर बड़ा विवाद हुआ है जिसमें संविधान पर बहस के दौरान मंगलवार को अमित शाह ने कहा था, ‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ इसकी वीडियो क्लिप एक्स पर वायरल हुई।
आंबेडकर पर यह बयान देकर गृहमंत्री अमित शाह बुरे फँस गए हैं। कांग्रेस ने पहले माफी मांगने की मांग की, फिर उनका इस्तीफा मांगा और अब बर्खास्त किए जाने की मांग की है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को इसको लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलित नेता पर भरोसा है तो उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा है कि अगर पीएम मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त नहीं किया तो लोग सड़कों पर उतर आएंगे।
अमित शाह ने बुधवार आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘…कांग्रेस आंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, कांग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दीं, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई।’