
Iqra Hasan controversy: उत्तर प्रदेश के कैराना में समाजवादी पार्टी की युवा सांसद इकरा हसन के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक विवादित वीडियो वायरल हुआ, जिसके बाद इलाके का माहौल गरमा गया है। इस वीडियो में दैदपुरा निवासी रोहित प्रधान और उसके साथियों पर सांसद के लिए अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगा है। मामला इतना बढ़ गया है कि पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए रोहित प्रधान समेत 15-20 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि, विवाद के तूल पकड़ते ही आरोपी रोहित प्रधान ने एक और वीडियो जारी कर अपने किए पर माफी मांगी है।
‘अमर्यादित भाषा और धमकी’
कोतवाली में दी गई तहरीर के अनुसार, गांव दैदपुरा निवासी सुरेंद्र सिंह ने शिकायत दर्ज कराई कि बुधवार रात गांव छापुर में रोहित प्रधान ने अपने 15-20 साथियों के साथ मिलकर सांसद इकरा हसन के खिलाफ बेहद अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया।
शिकायतकर्ता ने सबसे गंभीर आरोप यह लगाया कि वायरल वीडियो में अवैध हथियारों का हवाला देते हुए धमकी भरे शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। सुरेंद्र सिंह का कहना है कि यह हरकत सीधे तौर पर कानून व्यवस्था और क्षेत्र के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की नीयत से की गई है, जिस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।

संवैधानिक पद का अपमान
शिकायत में यह भी जोर दिया गया कि इकरा हसन देश की संसद में एक चुनी हुई सांसद हैं। वह एक संवैधानिक पद पर प्रतिष्ठित हैं और ऐसी महिला प्रतिनिधि का सार्वजनिक रूप से अपमान करना न केवल अनैतिक है, बल्कि समाज में एक गलत संदेश देने वाला कृत्य भी है।
तहरीर में साफ लिखा गया कि इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी और खुली धमकियाँ क्षेत्र के शांत माहौल को खराब कर सकती हैं। इसलिए पुलिस से मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
मंदिर घटना के तुरंत बाद वीडियो वायरल
यह पूरा घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब बुधवार रात गांव छापुर स्थित शिव लक्ष्मी मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कथित तौर पर तोड़फोड़ की खबर सामने आई थी। इस घटना के कुछ ही देर बाद रोहित प्रधान का आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें सांसद इकरा हसन को लेकर अभद्र बातें कही गई थीं। इस घटनाक्रम ने गाँव और आसपास के क्षेत्रों में तनाव का माहौल पैदा कर दिया था।
आरोपी ने मांगी माफी
वीडियो वायरल होने और पुलिस की सख्ती शुरू होते ही मुख्य आरोपी रोहित प्रधान ने एक नया वीडियो जारी कर खेद जताया। अपने इस वीडियो में उसने कहा कि उसकी मंशा माहौल बिगाड़ने की नहीं थी और वह अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगता है।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अकेले माफी मांगने से अपराध की गंभीरता कम नहीं हो जाती। पुलिस ने रोहित प्रधान समेत 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और वीडियो की गहनता से जांच कर रही है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यदि वीडियो में अवैध हथियारों के इस्तेमाल या धमकी देने की पुष्टि होती है, तो आरोपियों के खिलाफ कड़ी धाराओं में केस दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस लगातार क्षेत्र में स्थिति पर नजर बनाए हुए है।