भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने ऐलान किया है कि Axiom-4 मिशन एक दिन के टाल दिया गया है। इस मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) जाने वाले हैं। इसरो ने कहा कि खराब मौसम के कारण यह मिशन, जो पहले 10 जून 2025 को तय था, अब 11 जून को शाम 5:30 बजे लॉन्च होगा।
यह मिशन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि शुभांशु शुक्ला 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे, जो आईएसएस पर पहुंचेंगे। यह भारत की दूसरी मानव अंतरिक्ष उड़ान होगी, जो 41 वर्षों के अंतराल के बाद हो रही है।
एक्सियॉम-4 मिशन में शुभांशु शुक्ला के साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन (कमांडर), पोलैंड के स्लावोश उज़नांस्की-विस्निव्स्की और हंगरी के टिबोर कपु शामिल हैं। यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए उनकी पहली सरकारी प्रायोजित अंतरिक्ष उड़ान को चिह्नित करता है, जो इन देशों के लिए 40 वर्षों से अधिक समय बाद मानव अंतरिक्ष उड़ान में वापसी का प्रतीक है।
लॉन्चिंग में देरी का कारण फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में 45% बारिश की संभावना और तेज हवाओं को बताया गया है। स्पेसएक्स ने बुधवार (11 जून) या गुरुवार (12 जून) को वैकल्पिक लॉन्च तिथियों के रूप में विचार किया है।
शुभांशु शुक्ला, जो भारतीय वायु सेना के 39 वर्षीय फाइटर पायलट हैं, इस मिशन के पायलट होंगे। वह 14 दिनों तक आईएसएस पर रहेंगे, जहां वह इसरो और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित सात भारतीय प्रयोग करेंगे। इनमें माइक्रोग्रैविटी में मूंग और मेथी के अंकुरण और भोजन व पोषण से संबंधित प्रयोग शामिल हैं, जो भविष्य की गहरी अंतरिक्ष यात्राओं के लिए आत्मनिर्भर जीवन समर्थन प्रणालियों की खोज में महत्वपूर्ण हैं।
शुभांशु शुक्ला की पत्नी और चार साल के बेटे सहित उनका परिवार लॉन्चिंग देखने के लिए फ्लोरिडा में मौजूद है। इस मिशन को नासा, इसरो, और एक्सियॉम स्पेस के बीच एक महत्वपूर्ण सहयोग के रूप में देखा जा रहा है, जो भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान में बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “प्रतिकूल मौसम के कारण, एक्सियॉम-4 मिशन की लॉन्चिंग, जो भारतीय गगनयात्री को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ले जाएगी, 10 जून से संभवतः 11 जून 2025 तक स्थगित कर दी गई है।”
यह मिशन पहले भी दो बार ऑपरेशन दिक्कतों और क्वारंटाइन प्रोटोकॉल के कारण स्थगित हो चुका है। इससे पहले 29 मई से 8 जून और फिर 8 जून से 10 जून को इसकी तारीख तय की गई थी।
शुभांशु शुक्ला ने हाल ही में एक मीडिया से कहा, “मैं न केवल तकनीकी उपकरण बल्कि 1.7 अरब भारतीयों की आशाएं और सपने लेकर जा रहा हूं। यह मिशन भारत के लिए एक मील का पत्थर है, और मैं भारत से इस मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध करता हूं।”
एक्सियॉम-4 मिशन भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा। शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देगी, बल्कि भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करेगी। देश अब 11 जून को इस ऐतिहासिक लॉन्चिंग का इंतजार कर रहा है।