भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार-बुधवार की रात को ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस ऑपरेशन का नाम ‘सिन्दूर’ स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाया, जिसके पीछे एक गहरा भावनात्मक और सांस्कृतिक कारण छिपा है।
पहलगाम हमले के दौरान आतंकवादियों ने सुहागिन महिलाओं को निशाना बनाया और उनके पतियों की हत्या कर उनके सिन्दूर को ‘उजाड़ने’ की बात कही। आतंकियों ने कथित तौर पर महिलाओं से कहा, “मोदी को बता देना कि हमने तुम्हारा सिन्दूर उजाड़ दिया है।” यह सिन्दूर, जो भारतीय संस्कृति में सुहागिन महिलाओं के लिए उनके वैवाहिक जीवन का प्रतीक है, आतंकियों के इस जघन्य कृत्य से अपमानित हुआ। इस क्रूरता का जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऑपरेशन का नाम ‘सिन्दूर’ रखा, जो न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की कठोर कार्रवाई का प्रतीक है, बल्कि उन महिलाओं के दुख और अपमान का बदला लेने का भी संदेश देता है, जो इस हमले में विधवा हो गईं।
पहलगाम हमले के बाद पिछले एक सप्ताह में प्रधानमंत्री मोदी ने कई उच्च-स्तरीय बैठकों में हिस्सा लिया। इन बैठकों में उन्होंने सशस्त्र बलों को “पूरा ऑपरेशनल स्वतंत्रता” देने का आदेश दिया और स्पष्ट संदेश दिया कि आतंकवादियों ने पुरुषों को निशाना बनाकर कई महिलाओं को विधवा किया है। उन्होंने कहा, “भारत इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। आतंकियों को चुन-चुन कर मारा जाएगा।” इस दृढ़ संकल्प के साथ, ऑपरेशन सिन्दूर को अंजाम दिया गया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया गया।
ऑपरेशन सिन्दूर को भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के संयुक्त प्रयासों से अंजाम दिया गया। यह हमला 7 मई की तड़के 1:44 बजे शुरू हुआ और इसमें पाकिस्तान के बहावलपुर और मुरीदके जैसे स्थानों को निशाना बनाया गया, जहां लश्कर-ए-तैबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय मौजूद हैं। सरकार ने स्पष्ट किया कि ये हमले “सटीक, संयमित और गैर-उत्तेजक” थे, और किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) ने इन ठिकानों की पहचान की थी, जिसके बाद यह सुनियोजित कार्रवाई की गई।
ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर देशभर में उत्साह का माहौल है। कई जगहों पर लोगों ने पटाखे फोड़कर भारतीय सेना और प्रधानमंत्री मोदी की इस कार्रवाई का स्वागत किया। हालांकि, पाकिस्तान ने इन हमलों को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया और सीमा पर जवाबी गोलीबारी शुरू कर दी। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के कारण जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और उम्मीद करते हैं कि यह तनाव जल्द खत्म होगा। कई अन्य देशों ने भी पहलगाम हमले की निंदा की और भारत के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समर्थन जताया।
‘ऑपरेशन सिन्दूर’ न केवल भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है, बल्कि यह उन परिवारों के लिए भी एक श्रद्धांजलि है, जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चुना गया यह नाम देश की सांस्कृतिक भावनाओं और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है कि आतंकवाद का हर कृत्य का जवाब कठोरता से दिया जाएगा।