कांग्रेस अघ्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक के होसापेटे में पीएम मोदी पर जोरदार हमला बोला। खड़गे ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी पिछले 11 सालों से लगातार विदेश यात्राएं कर रहे हैं, लेकिन हमारा भारत अब अकेला पड़ गया है! पिछले 11 सालों में प्रधानमंत्री मोदी ने 151 विदेश यात्राएं की हैं और 72 देशों का दौरा किया है। इनमें से 10 बार वे अमेरिका गए हैं। फिर भी मोदी सरकार की विदेश नीति के तहत हमारा देश अकेला खड़ा है। क्या प्रधानमंत्री का काम सिर्फ विदेश जाकर फोटो खिंचवाना है?
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर का लोन देकर मदद की है। जब हमारी बहादुर सेना आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही थी, तब अचानक युद्ध विराम की घोषणा कर दी गई।
खड़गे ने कहा- भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम को “मैंने मध्यस्थता” करके करीब 7 बार करवाने की बात कहकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमारे देश का अपमान किया है। आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में पूरा देश एकजुट था, लेकिन मोदी जी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों के बारे में देश की जनता को अभी तक स्पष्टता न देकर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी सरकार की धज्जियां उड़ाईं। उन्होंने सरकार की कथित “अपरिपक्वता” और “लापरवाही” की आलोचना करते हुए सीमा पर बढ़ते तनाव और हाल की कूटनीतिक गलतियों पर गंभीर सवाल उठाए। खेड़ा ने सरकार से जवाबदेही और राजनेता की तरह व्यवहार करने की मांग की, साथ ही कई गंभीर सवाल पूछे, जिनका जवाब सरकार को देना होगा।
पवन खेड़ा ने अपने बयान में कहा कि जब पूरा देश दुख और एकजुटता में एक साथ खड़ा है, और सीमाओं पर सुरक्षा तनाव चरम पर है, तब बीजेपी सरकार “हैरान करने वाली अपरिपक्वता और लापरवाह रवैये” के साथ व्यवहार कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जवाबदेही और राजनेता के गुणों को प्रदर्शित करने के बजाय “खोखली शेखी और भटकाने वाली रणनीतियों” के पीछे छिप रही है।
कांग्रेस के सवाल
- पहले पाकिस्तान को क्यों सूचित किया गया? बीजेपी सरकार ने पुंछ जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले भारतीय नागरिकों को सूचित करने से पहले पाकिस्तान को ऑपरेशन के बारे में क्यों बताया?
- आतंकवादियों के भागने की जिम्मेदारी किसकी? क्या समय से पहले की गई इन घोषणाओं के कारण मसूद अजहर, हाफिज सईद और पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादी भाग निकले? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
- विदेश मंत्री के बयान से कितना नुकसान? विदेश मंत्री द्वारा पाकिस्तान के साथ साझा की गई जानकारी के आधार पर कितने आतंकवादी भागने में सफल रहे? इससे भारत की सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों को कितना नुकसान हुआ?
- ‘राष्ट्र-विरोधी’ का आरोप क्यों? जब हम ये कठिन सवाल पूछते हैं, तो बीजेपी हमें राष्ट्र-विरोधी कहती है, लेकिन असली विश्वासघात तो भारतीय नागरिकों की जान से पहले पाकिस्तानी हितों को तरजीह देना और सच्चाई से भागना है।
- मोरारजी देसाई को निशान-ए-पाकिस्तान क्यों? बीजेपी को यह भी जवाब देना चाहिए कि उनके अपने प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई को रॉ के रहस्य लीक करने और भारत की सुरक्षा से समझौता करने के लिए पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, निशान-ए-पाकिस्तान, क्यों दिया गया? क्या यही बीजेपी का राष्ट्रवाद का इतिहास है?
खेड़ा ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी भारतीय सेनाओं का पूरा समर्थन करती है, लेकिन सरकार की कूटनीतिक भूलों, खराब खुफिया प्रबंधन और गलत प्राथमिकताओं की वजह से सेना को कमजोर करने की नीति की आलोचना करती रहेगी। उन्होंने कहा, “हम अपनी सेनाओं को सलाम करते हैं, न कि उस सरकार को जो अपनी गलतियों से उन्हें कमजोर करती है।”
कांग्रेस ने एक बार फिर मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्वदलीय बैठक बुलाएं और संसद का विशेष सत्र आयोजित करें, ताकि सरकार को पूर्ण सत्य देश के सामने रखने के लिए मजबूर किया जाए। खेड़ा ने कहा, “भारत को जवाब चाहिए, न कि नाटकबाजी।”
पवन खेड़ा का यह बयान बीजेपी सरकार पर सीमा सुरक्षा और कूटनीतिक प्रबंधन में कथित विफलताओं को लेकर एक गंभीर हमला है। कांग्रेस ने सरकार की जवाबदेही पर सवाल उठाते हुए यह स्पष्ट किया है कि वह सेना के साथ मजबूती से खड़ी है, लेकिन सरकार की गलतियों पर चुप नहीं रहेगी। यह बयान न केवल बीजेपी के लिए एक राजनीतिक चुनौती है, बल्कि देश में राष्ट्रीय सुरक्षा और जवाबदेही के मुद्दे पर एक व्यापक बहस को भी जन्म दे सकता है।