गुरु ग्रह को हिन्दू धर्म और ज्योतिष शास्त्र दोनों में ही महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इन्हें सनातन धर्म में देवताओं के गुरु का दर्जा प्राप्त है, तो वहीं वैदिक ज्योतिष में गुरु को एक शुभ एवं लाभकारी ग्रह माना जाता है। इनके अस्त होने पर सभी तरह के मांगलिक एवं शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है क्योंकि बृहस्पति के अस्त होने को तारा डूबना के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में, गुरु ग्रह का अस्त होना एक बड़ी घटना के रूप में देखा जाता है जो अक्सर जातकों को कमज़ोर परिणाम प्रदान करती है। लेकिन, यहां हम बृहस्पति ग्रह की वक्री अवस्था के बारे में बात करेंगे।
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अब अक्टूबर माह में बृहस्पति देव एक बार फिर से वक्री होने जा रहे हैं जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको गुरु की वक्री चाल के बारे में अवगत कराएगा। साथ ही, इनकी यह अवस्था किन राशियों के लिए रहेगी बेहद शुभ और किन राशियों को मिलेगा जीवन का हर सुख आदि से भी रूबरू करवाएंगे। लेकिन सबसे पहले जानते हैं गुरु ग्रह की वक्री चाल के बारे में।
बृहस्पति ग्रह का महत्व
ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, और धन आदि का कारक ग्रह माना जाता है। नवग्रहों में शनि देव के बाद गुरु ग्रह की चाल सबसे धीमी मानी गई है इसलिए इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग एक साल का समय लगता है। इस प्रकार, बृहस्पति ग्रह को अपना एक राशि चक्र पूरा करने में 12 साल का वक्त लगता है। हालांकि, समय-समय पर यह अपनी स्थिति एवं दशा में बदलाव करते रहते हैं। इस वजह से इनकी चाल में होने वाले परिवर्तन का असर पूरी दुनिया पर देखने को मिलता है।
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कब हो रहे हैं गुरु ग्रह वक्री?
गुरु की वक्री चाल के बारे में जानने से पहले हम आपको बता दें कि आख़िर क्या होता है ग्रहों का वक्री होना? जब कोई ग्रह उल्टी चाल चलता हुआ या पीछे की तरफ चलता हुआ प्रतीत होता है, इसे ही ग्रह का वक्री होना कहा जाता है। इसी क्रम में, अक्टूबर के महीने में गुरु ग्रह अपनी स्थिति में बदलाव करते हुए 09 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 01 मिनट पर मिथुन राशि में वक्री हो रहे हैं और साल 2025 में 04 फरवरी 2025 की दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर पुनः मिथुन राशि में मार्गी अवस्था में आ जाएंगे। गुरु की यह उल्टी चाल कई राशियों के जीवन में ख़ुशियां लेकर आएगी। आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कौन सी हैं वह राशियां।
बृहस्पति देव की वक्री चाल, इन राशियों के जीवन में लेकर आएगी सुख-समृद्धि एवं अपार तरक्की
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह की वक्री चाल फलदायी साबित होगी क्योंकि यह आपकी राशि में ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपको जीवन के हर क्षेत्र में अपने भाग्य का पूरा-पूरा साथ मिलेगा। यदि आपके काम लंबे समय से रुके या अटके हुए थे, तो अब वह पूरे हो सकेंगे। साथ ही, आपके जीवन में धन-दौलत एवं संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। यह अवधि आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने का काम करेगी।
जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस दौरान अच्छा खासा लाभ मिलने के योग बनेंगे। इन लोगों के हाथ कोई बड़ा प्रोजेक्ट या फिर डील लग सकती है जिससे पाकर आप ख़ुश दिखाई देंगे। कर्क राशि के जातकों का अध्यात्म के प्रति लगाव बढ़ेगा। गुरु वक्री के दौरान आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के सदस्यों के साथ किसी धार्मिक या तीर्थ स्थल की यात्रा पर जा सकते हैं जिसके चलते आपके खर्चें बढ़ने के आसार है और यह बेवजह के हो सकते हैं। हालांकि, साल 2024 के अंत में आप आर्थिक रूप से काफ़ी मजबूत होंगे और आपको परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु की वक्री अवस्था बेहद शुभ कही जाएगी। इस राशि के लोगों को हर कदम पर भाग्य का साथ मिलेगा। बृहस्पति देव की वक्री चाल जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आपको सफलता प्रदान करेगी। इन लोगों का समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा जिससे आपका व्यक्तित्व प्रभावशाली बनेगा। नौकरी करने वाले जातक कार्यक्षेत्र में जो भी काम करेंगे, उसमें आपको सराहना मिलने की संभावना है। यह लोग करियर में खूब तरक्की हासिल करेंगे। वहीं, पारिवारिक जीवन की बात करें, तो मिथुन राशि वाले अपने परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बिताते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहेगा। आर्थिक जीवन में आपको धन-संपत्ति प्राप्त होने के योग बनेंगे जिसकी वजह से आपका जीवन खुशियों से गुलज़ार रहेगा।
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धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए बृहस्पति देव की वक्री चाल को लाभकारी माना जाएगा क्योंकि आपकी राशि के छठे भाव में गुरु ग्रह वक्री होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को करियर और व्यापार के संबंध में अपार सफलता की प्राप्ति होगी और साथ ही, आपको धन लाभ होने के भी योग बनेंगे। पारिवारिक जीवन को देखें, तो यह लोग परिवार के साथ हंसी-ख़ुशी के पल बिताते हुए नज़र आएंगे। अगर आपने बीते समय में किसी को पैसे या धन उधार दिया था, तो वह अब आपको वापस मिल सकता है।
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धनु राशि वाले यदि किसी काम या प्रोजेक्ट में काफ़ी समय से मेहनत कर रहे हैं, तो अब आपको सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। गुरु की वक्री अवस्था आपको जीवन के हर दुख और कष्ट से छुटकारा दिलाएगी। जिन लोगों का अपना व्यापार है, वह इस अवधि में अच्छा खासा मुनाफा कमाएंगे। इन लोगों की सेहत उत्तम रहेगी और ऐसे में, आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए नज़र आएंगे।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
गुरु ग्रह 09 अक्टूबर की सुबह 10 बजकर 01 मिनट पर मिथुन राशि में वक्री हो रहे हैं।
जब कोई ग्रह उल्टा चलता हुआ प्रतीत होता है, तो इस स्थिति को ग्रह का वक्री होना कहते हैं।
साल 2025 में 04 फरवरी 2025 की दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर पुनः मार्गी अवस्था में आ जाएंगे।
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