गुरु मिथुन राशि में मार्गी: एस्ट्रोसेज एआई अपने पाठकों को ज्योतिष की दुनिया में होने वाले हर छोटे-बड़े परिवर्तन के बारे में समय-समय पर अवगत करवाता रहा है। अब बृहस्पति देव 04 फरवरी 2025 की दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर मिथुन राशि में मार्गी होने जा रहे हैं। ऐसे में, हमारा यह लेख आपको “गुरु मिथुन राशि में मार्गी” से संबंधित समस्त जानकारी प्रदान करेगा। इनकी मार्गी अवस्था सभी 12 राशियों के साथ-साथ देश और दुनिया को किस तरह प्रभावित करेगी, इस बारे में भी हम विस्तार से बात करेंगे। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि गुरु की मार्गी चाल आपको कैसे परिणाम देगी? तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ना जारी रखें।

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हिंदू पंचांग के अनुसार, सभी ग्रहों की तुलना में शनि देव के बाद बृहस्पति ग्रह को अपना एक राशि चक्र पूरा करने में काफ़ी समय लगता है। बता दें कि इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में 13 महीने का वक़्त लग जाता है और इस प्रकार, यह हर राशि में 13 महीने रहते हैं।
ज्योतिषीय दृष्टि से गुरु मार्गी का महत्व
ज्योतिष में गुरु ग्रह के मार्गी होने का अर्थ उस अवस्था से है जब कोई ग्रह उल्टी चाल से पुनः आगे की तरफ बढ़ने लगता है। सामान्य शब्दों में कहें, तो पृथ्वी से कोई ग्रह पुनः अपने परिक्रमा पथ पर सूर्य की तरफ बढ़ता हुआ दिखाई देता है, उसे ग्रह का मार्गी होना कहते हैं। बता दें कि गुरु ग्रह को अपना एक राशि चक्र पूरा करने में तक़रीबन 12 साल का समय लगता है और हर साल बृहस्पति देव लगभग 4 महीनों की अवधि के लिए वक्री (उल्टा चलता हुआ प्रतीत होना) होते हैं। जब यह मार्गी होते हैं, तो यह आगे की तरफ बढ़ने लगते हैं।
बृहस्पति देव को विस्तार, समृद्धि, ज्ञान और उच्च शिक्षा का ग्रह माना जाता है। हालांकि, जब यह मार्गी अवस्था में आ जाते हैं, तो यह इन सभी क्षेत्रों में पहले की तुलना में सकारात्मक परिणाम देने लगते हैं। प्रगति और सफलता के अवसर जातक को प्रदान करते हैं। गुरु ग्रह के मार्गी अवस्था में आने पर इनका सारा ध्यान आगे बढ़ने पर केंद्रित होता है। इस अवधि में जातक शारीरिक और मानसिक रूप से अपने लक्ष्यों को पाने के प्रति आत्मविश्वास से भरा महसूस करता है और ज्यादा से ज्यादा यात्रा करते हुए नज़र आता है।
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इसके अलावा, गुरु ग्रह सौभाग्य, नए आइडिया और परंपराओं से भी संबंधित है। जब गुरु ग्रह अपनी मार्गी अवस्था में आते हैं, तो यह आपके लिए अनेक अवसर और संभावनाएं लेकर आते हैं। यह समय फिलोसोफी, शिक्षा और संस्कृति के बारे में जानने के लिए श्रेष्ठ होता है।
गुरु मिथुन राशि में: विशेषताएं
बृहस्पति के विस्तार और लाभकारी गुण जिज्ञासु एवं संचार कौशल में माहिर मिथुन राशि के गुणों के साथ मिलते हैं, तब यह कुछ ख़ास विशेषताओं और प्रभाव को दर्शाते हैं। आइए जानते हैं कि सामान्य रूप से मिथुन राशि में गुरु की स्थिति क्या दर्शाती है:
जिज्ञासा और बुद्धि में वृद्धि
- जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह मिथुन राशि में होते हैं, वह अक्सर जिज्ञासु स्वभाव के होते हैं और उनमें ज्ञान प्राप्त करने की गहरी इच्छा देखने को मिलती है। इन लोगों को नई-नई चीज़ें सीखना, नए-नए विषय तलाशना और डिबेट में शामिल होना पसंद होता है।
- इन जातकों का दिमाग बहुत तेज़ होता है इसलिए इन्हें किसी भी नए आइडिया या नई चीज़ को सीखने में ज्यादा समय नहीं लगता है। इनका व्यक्तित्व ऐसे वातावरण में प्रगति हासिल करता है जहाँ हर दिन इन्हें कोई नई जानकारी मिलती है या कुछ नया सीखते हैं।
मज़बूत संचार कौशल
- मिथुन राशि में गुरु ग्रह होने पर जातकों का सबसे मज़बूत पक्ष उनका बेहतरीन संचार कौशल होता है। ऐसे जातक अपने आइडिया को स्पष्ट रूप से दूसरों के सामने रखते हैं और यह स्पीकर या लेखक हो सकते हैं।
- यह लोग सामाजिक जीवन में मिलना-जुलना पसंद करते हैं। इन्हें डिबेट में भाग लेना और ज्ञान को दूसरों के साथ शेयर करना अच्छा लगता है। संचार कौशल के दम पर लोगों से जुड़ने के कारण यह नेटवर्किंग और कनेक्शन बनाने में सफल होते हैं।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी
- ऐसे जातक जिनकी जन्म कुंडली में गुरु ग्रह मिथुन राशि में विराजमान होते हैं, वह चीज़ों को जल्दी से सीख लेते हैं। यह लोग आसानी से एक विषय से दूसरे विषय, कार्यों या आइडिया में बदलाव कर सकते हैं। सामान्य रूप से, यह जातक एक नियमित दिनचर्या का पालन करने के बजाय हर दिन कुछ नया करने में विश्वास करते हैं।
- यही गुण इन जातकों को मल्टी टैलेंटेड बनाता है इसलिए यह लोग एक समय पर एक से ज्यादा प्रोजेक्ट या कार्यों को कर सकते हैं।
बेचैनी एवं मानसिक उत्तेजना
- जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि यह नई-नई चीज़ें सीखने के शौक़ीन होते हैं, लेकिन मिथुन राशि में गुरु होने पर जातक आसानी से बोर भी हो सकते हैं अगर वह मानसिक रूप से सक्रिय न हों। यह जातक नए अनुभव प्राप्त करने के इच्छुक होते हैं या अपने दिमाग को चलाते रहने के लिए कुछ न कुछ करते हुए दिखाई दे सकते हैं।
- इन लोगों के लिए जीवन में एक रास्ते पर चलना मुश्किल हो सकता है क्योंकि यह हर दिन कुछ नए को प्राथमिकता देते हैं।
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सामाजिक जीवन एवं खुले विचार
- गुरु की मिथुन राशि में मौजूदगी जातक को बेहद मिलनसार और खुले विचारों वाला बनाती है जो नए आइडिया, संस्कृति और परंपराओं में विश्वास रखता है। ऐसे लोग अक्सर सकारात्मक दृष्टिकोण वाले होते हैं और जीवन को विभिन्न तरीकों से जीने में दिलचस्पी रखते हैं।
- यह अलग-अलग क्षेत्रों से संबंध रखने वाले लोगों से संपर्क बनाने में माहिर होते हैं इसलिए इनका सामाजिक जीवन काफ़ी व्यापक होता है।
बुद्धिमता
- बृहस्पति को विस्तार और प्रगति का ग्रह माना जाता है और इनकी मिथुन राशि में मौजूदगी जातक के ज्ञान को बढाती है। साथ ही, मन में आने वाले आइडिया के प्रति इनके विश्वास को मज़बूत बनाती है। ऐसे में, इन लोगों को लग सकता है कि बौद्धिक और मानसिक विकास ही व्यक्तिगत विकास की कुंजी है।
- जब बात आती है संचार कौशल की, इन लोगों का मानना होता है कि बातचीत, आपसी समझ और सीखने की सहायता से हर समस्या को दूर किया जा सकता है।
ट्रेवल एवं एक्स्प्लोर
- मिथुन राशि का संबंध बुद्धि, छोटी दूरी की यात्राओं और संचार से है। जिन लोगों की कुंडली में गुरु मिथुन राशि में होता है, उन्हें सीखने, नई संस्कृतियों को जानने या नए लोगों से मिलने के संबंध में यात्राएं करनी पड़ती हैं।
- इन लोगों को रोमांचक जगहों पर जाने की बजाय सेमिनार जाना, पढ़ना या अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों से बात करना अधिक पसंद होता है। सामान्य शब्दों में कहें, तो यह ऐसे काम करने में रुचि लेते हैं जहां यह बुद्धि का इस्तेमाल कर सकें।
ऐसे लोग जिनकी कुंडली में बृहस्पति देव मिथुन राशि में स्थित होते हैं, वह बुद्धिमान, साहसी, जिज्ञासु होने के साथ-साथ मल्टी-टैलेंटेड होते हैं। यह इस तरह के माहौल में रहना पसंद करते हैं जहां इनकी बुद्धि विकसित हो सके और अपने विचारों को भी दूसरों के साथ शेयर करने में सक्षम होंगे। हालांकि, यह जातक बेचैन नज़र आ सकते हैं, लेकिन दूसरों को जानने और नई जानकारी हासिल करने की क्षमता इन्हें दूसरों की नज़रों में आकर्षक बनाती है।
गुरु मिथुन राशि में मार्गी: विश्व पर प्रभाव
सरकार एवं अधिकारी
- सरकार में उच्च पदों पर आसीन अधिकारी और राजनेता देश-दुनिया की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कुछ नीतियों में अहम बदलाव करते दिखाई दे सकते हैं।
- गुरु मार्गी के दौरान अगर सरकार और नेता जनता के बीच सोच-समझकर बात नहीं करेंगे, तो आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसी परिस्थितियां आपके लिए मुसीबत खड़ी कर सकती हैं।
- देश-दुनिया में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कमियां उभरकर सामने आएंगी जिससे आप इनका सामना करने के लिए तैयार हो सकेंगे।
शिक्षा एवं इससे संबंधित क्षेत्र
- जिन जातकों की नौकरी बातचीत से जुड़ी है या फिर व्यापार, फाइनेंस मैनेजमेंट, बैंकिंग या बैंक से जुड़े किसी संस्थान से संबंधित है, उन्हें इस दौरान गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
- जो लोग शिक्षा के क्षेत्र से संबंध रखते हैं और काउंसलर, टीचर, इंस्ट्रक्टर या प्रोफेसर के तौर पर काम करते हैं, उन्हें गुरु मार्गी के दौरान लाभ प्राप्त होगा। लेकिन, कुछ जातकों को जीवन में अनिश्चितता या अनुकूल परिस्थितियों से जूझना पड़ सकता है।
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राइटिंग, मीडिया एवं पॉडकास्टिंग
- जब गुरु ग्रह मार्गी होंगे, उस समय लेखक और फिलोसोफर अपनी रिसर्च, कहानियों और प्रकाशित पब्लिश हो चुके काम को सहेजते हुए देखा जा सकते हैं। साथ ही, लेखन शैली में बदलाव की वजह से आप तनाव में रह सकते हैं।
- इस अवधि में दुनियाभर के वैज्ञानिक, सरकारी सलाहकार और रिसर्चर को लाभ की प्राप्ति होगी क्योंकि आप चीज़ों को एक नए दृष्टिकोण से देखेंगे। ऐसे में, आप जीवन में आने वाली समस्याओं को रचनात्मक तरीके से सुलझा सकेंगे।
- जब बृहस्पति देव मार्गी होने की अवधि में पॉडकास्टर, ब्लॉगर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सफलता का आनंद लेते हुए नज़र आएंगे।
गुरु मिथुन राशि में मार्गी: स्टॉक मार्केट
गुरु महाराज 04 फरवरी 2025 को अपनी वक्री अवस्था से बाहर आते हुए मिथुन राशि में मार्गी हो जाएंगे। ज्योतिष की दुनिया में ग्रहों की स्थिति में होने वाले बदलाव विश्व सहित स्टॉक मार्केट को भी प्रभावित करते हैं। एस्ट्रोसेज एआई आपके लिए शेयर बाजार भविष्यवाणी लेकर आया है जिसके माध्यम से हम आपको जानकारी प्रदान करेंगे कि बृहस्पति मिथुन राशि में मार्गी होकर स्टॉक मार्केट में कैसे बदलाव लेकर आएंगे, आइए जानते हैं।
- इस अवधि में शेयर बाज़ार में तेज़ी देखने को मिलेगी, लेकिन अचानक से गिरावट भी आने की आशंका है।
- बैंक, फाइनेंस, पब्लिक सेक्टर, हैवी इंजीनियरिंग, कपड़ा उद्योग, हीरा उद्योग, चाय-कॉफी इंडस्ट्री, कॉस्मेटिक, तंबाकू, रिलायंस इंडस्ट्री, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस पावर, टाटा पावर और अडानी पावर तेज़ी से आगे बढ़ेंगे। लेकिन, आपको अचानक से हानि हो सकती है।
- 18 तारीख़ के बाद बाजार में मंदी आ सकती है और ऐसे में, बाजार चरमरा सकता है इसलिए काम की रफ़्तार थम सकती है।
- इलेक्ट्रिक उपकरणों से जुड़े बिज़नेस, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, पब्लिक सेक्टर यूनिट, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, पेपर प्रिंटिंग, एडवरटाइजिंग, फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री और शिपिंग आदि के क्षेत्रों में कमज़ोरी देखनी पड़ सकती है।
- फरवरी 2025 के अंत में मंदी आ सकती है।
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गुरु मिथुन राशि में मार्गी: इन राशियों के लिए रहेगा शुभ
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए गुरु देव आपकी कुंडली में नौवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। मिथुन राशि में गुरु ग्रह के मार्गी होने से आपके द्वारा किये जा रहे प्रयासों की तुलना में अधिक सफलता और प्रगति की प्राप्ति होगी। इस दौरान आपको काफी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और साथ ही, जीवन में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
कार्यों में की गई कड़ी मेहनत का फायदा आपको नौकरी में मिलेगा। ऐसे में, आप पेशेवर जीवन में मिलने वाले विदेश यात्रा के अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम होंगे। अगर आप खुद का व्यापार है, तो आपको दबाव को सही तरीके से संभालना होगा ताकि आप लाभ को बढ़ा सकें। आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपको भाग्य का साथ कम मिलने की आशंका है। साथ ही, बढ़ती कीमतों की वजह से आपका बजट प्रभावित हो सकता है इसलिए सोच-समझकर बजट बनाएं।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए बृहस्पति महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके ग्यारहवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, गुरु मिथुन राशि में मार्गी होकर आपकी इच्छाएं पूरी होंगी जिनसे आपको अप्रत्याशित रूप से लाभ की प्राप्ति होगी।
इस अवधि में आप नौकरी में लगातार प्रगति हासिल करेंगे और ऐसे में, आप सफलता का मार्ग प्रशस्त कर सकेंगे। जो जातक व्यापार करते हैं विशेष रूप से ट्रेडिंग या सट्टेबाजी का, उनके लिए यह अवधि अच्छा खासा लाभ लेकर आ सकती है और आपको कुछ बेहतरीन अवसर मिलने की संभावना है। आर्थिक जीवन में आपको भारी भरकम लाभ मिलने के योग बनेंगे। ऐसे में, आप काफ़ी बचत करने में सफल रहेंगे।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु महाराज आपके चौथे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दसवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। ऐसे में, आपको सुख-सुविधाओं में कमी महसूस हो सकती है। लेकिन, संभव है कि यह जातक अपने रिश्ते और करियर को लेकर सजग हो सकते हैं।
जब बात आती है करियर की, तो आपको नौकरी के क्षेत्र में कोई परिवर्तन देखने को मिल सकता है जो आपके लिए सकारात्मक साबित होगा। जिन जातकों ने हाल-फ़िलहाल में व्यापार शुरू किया है, उन्हें इस अवधि में अच्छा लाभ कमाने के अवसर मिल सकते हैं जिसके बल पर आप कुछ बड़ी उपलब्धियां अपने नाम कर सकते हैं। बात करें आर्थिक जीवन की, तो गुरु मार्गी के दौरान आपकी आय में बढ़ोतरी हो सकती है जिसकी वजह आपको भाग्य का साथ मिलना हो सकता है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए गुरु देव आपके तीसरे भाव और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके नौवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। इसके फलस्वरूप, गुरु मिथुन राशि में मार्गी के दौरान यह जातक अपनी क्षमताओं से पार जाकर काम कर सकते हैं। साथ ही, आपको यात्रा करने के अवसर मिल सकते हैं। अब आपको अपनी मेहनत के फल मिलने शुरू हो जाएंगे।
करियर के क्षेत्र में आपको विदेश में काम करने के अवसर मिल सकते हैं और ऐसे मौके आपके लिए अच्छे साबित होंगे। अगर आपने हाल ही में व्यापार की शुरुआत की है, तो आप एक नई कंपनी खोलने का मन बना सकते हैं जिससे आप पर्याप्त मात्रा में लाभ कमा सकेंगे। आर्थिक जीवन को देखें तो, आप काफ़ी पैसा कमाने में सक्षम होंगे, विशेष रूप से यात्राओं के माध्यम से।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों की कुंडली में गुरु महाराज आपके तीसरे भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके छठे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। ऐसे में, गुरु की मार्गी अवस्था के दौरान आपको अचानक से आय की प्राप्ति होने की संभावना है। साथ ही, आपके लिए लोन लेना भी फलदायी साबित होगा।
बृहस्पति मार्गी होने से आपकी रुचि कार्यों में बढ़ेगी और आप पूरे समर्पण के साथ काम करेंगे जिसके चलते आप संतुष्ट दिखाई देंगे। वहीं, अगर आपका संबंध व्यापार से है, तो आपको व्यापार सही तरीके से चलाने की आवश्यकता होगी क्योंकि इस दौरान आपको लाभ कमाने में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। आर्थिक जीवन में आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है और साथ ही, आपको हानि भी उठानी पड़ सकती है। इन सभी परिस्थितियों की वजह से आपको अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए लोन लेने की नौबत आ सकती है।
कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर
गुरु मिथुन राशि में मार्गी: इन राशियों को करेगा नकारात्मक रूप से प्रभावित
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु देव आपके नौवें भाव और ग्यारहवें भाव के अधिपति देव हैं। यह अब आपके दूसरे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, गुरु मिथुन राशि में मार्गी के दौरान आपके सामने व्यक्तिगत और आर्थिक समस्याएं आ सकती हैं। साथ ही, आपको अचानक से लाभ की भी प्राप्ति हो सकती है।
बात करें आपकी नौकरी की, तो इस अवधि में आपको कार्यक्षेत्र में अपने मैनेजर और सहकर्मियों के साथ संबंधों में परेशानयों से दो-चार होना पड़ सकता है। आशंका है कि इस दौरान कार्यों में की गई मेहनत के लिए आपको सराहना भी न मिले। अगर आपकी खुद की कंपनी है, तो आपको गुरु की मार्गी अवस्था अच्छा लाभ देने में पीछे रह सकती है। साथ ही, धन की योजना सही तरीके से न बनाने और बेकार की चीज़ों पर धन खर्च के कारण आपको नुकसान हो सकता है जिसके चलते आय में वृद्धि के अवसरों में कमी आ सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए बृहस्पति देव आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके लग्न/पहले भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। ऐसे में, गुरु मिथुन राशि में मार्गी होने से आपको मन में किसी भी तरह के नकारात्मक विचार लेकर आने से बचना होगा और इस अवधि में आपको ज्यादा लाभ न मिलने की आशंका है।
करियर की बात करें तो, इन लोगों को काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है या फिर आप नौकरी में बदलाव कर सकते हैं। वहीं, जिन जातकों का खुद का व्यापार है, वह इस समय थोड़े चिंतित नज़र आ सकते हैं क्योंकि आपको मनमुताबिक लाभ न मिलने की संभावना है। हालांकि, इस समय आपका सारा ध्यान धन कमाने पर केंद्रित होगा, लेकिन फिर भी आप अपने खर्चों को पूरा करने में नाकाम रह सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बृहस्पति देव आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, गुरु की मार्गी चाल आपकी जिम्मेदारियों को इतना बढ़ा सकती है कि उन्हें पूरा करने के लिए आपको लोन लेने की नौबत आ सकती है। इन्हें पूरा करना आपको कठिन लग सकता है।
करियर को देखें तो, आप पर नौकरी में काम का दबाव बढ़ सकता है। व्यापार करने वाले जातक नए बिज़नेस में हाथ आज़मा सकते हैं ताकि आप ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकें। हालांकि, व्यापार में सफल होने के लिए आपको योजना बनाकर चलना होगा। आर्थिक जीवन में धन का प्रबंधन करते समय आपको बेहद सतर्कता बरतनी होगी, अन्यथा लापरवाही के कारण आपको समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।
गुरु मिथुन राशि में मार्गी: सरल एवं प्रभावी उपाय
मंत्र जाप: प्रतिदिन “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः” का 108 बार जाप करें।
पीले वस्त्र: जातकों के लिए पुखराज या पीले रंग के कपड़े पहनना फलदायी रहेगा।
पीले रंग की वस्तुओं का दान: धार्मिक किताबें, हल्दी, चने की दाल, सोना, पीले वस्त्र या पीले रंग के फूल आदि का दान करें।
गुरुवार का व्रत: गुरुवार का दिन बृहस्पति देव को समर्पित होता है इसलिए इस दिन गुरु ग्रह के लिए व्रत करें।
भगवान गणेश का पूजन: गुरुवार के दिन श्री गणेश की पूजा करें और उन्हें पीले रंग के फूलों की माला एवं मिठाई अर्पित करें।
केले के वृक्ष का पूजन: केले के पेड़ की पूजा करते समय हल्दी, चने की दाल और गुड़ चढ़ाएं।
शाकाहारी भोजन: संभव हो, तो शाकाहारी भोजन अपनाएं। .
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों
साल 2025 में गुरु ग्रह 04 फ़रवरी 2025 को मिथुन राशि में मार्गी हो रहे हैं।
ज्योतिष के अनुसार, बृहस्पति देव के अस्त होने पर शुभ एवं मांगलिक कार्यों को करना निषेध होता है।
राशि चक्र की चौथी राशि मिथुन के स्वामी बुध ग्रह हैं।
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