ये आज की दो किसान महापंचायतों हैं; लाखों किसान जुड़े, खनौरी में SKM (गैर राजनीतिक) और किसान मजदुर मोर्चा ने की, टोहाना में SKM ने की; दोनों के मुद्दे एक हैं, लेकिन आपसी बिखराव हैं; सोचिए अगर दोनों धड़े इकट्ठा हो तो क्या नहीं हो सकता, भगवान करे कि जल्द दोनों धड़े एक मंच पर आ जाएं। pic.twitter.com/U2a3ruIRf5
— Ramandeep Singh Mann (@ramanmann1974) January 4, 2025
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल, जिनका आमरण अनशन 40वें दिन में प्रवेश कर गया, ने कहा कि मोर्चा जीतेगा। उन्होंने किसानों से खनौरी धरना स्थल पर पंजाब के हर गांव से एक ट्रॉली भेजने का आग्रह किया।
डल्लेवाल शनिवार को पटियाला के पास खनौरी विरोध स्थल पर किसान यूनियनों द्वारा बुलाई गई ‘किसान महापंचायत’ को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर खनौरी सीमा स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गयी। एक महीने से भी कम समय में किसानों का यह चौथा बड़ा शक्ति प्रदर्शन है। टोहाना में किसान नेता राकेश टिकैत ने एमएसपी और स्वामीनाथन कमेटी का मुद्दा उठाया।
#FarmersProtest #FarmersProtest2024 किसान नेता टिकैत ने कहा खनौरी बॉर्डर आंदोलन से टोहाना किसान महापंचायत का कोई संबंध नहीं है.
टिकैत ने अलग-अलग जगहों पर की जा किसानों की महापंचायत पर कहा कि खनौरी बॉर्डर कमेटी का वहां आंदोलन 10-11 माह से वहां चल रहा है। #Kisan_Mahapanchayat pic.twitter.com/V9I4nGUok8— Kavita Raj Sanghaik (@KAVITARAJ5) January 4, 2025
डल्लेवाल मंच पर ऐसे आये
खनौरी में महापंचायत’ से कुछ घंटे पहले डल्लेवाल ईसीजी टेस्ट के लिए राजी हुए। उसके बाद उन्हें मंच पर लाया गया।मंच पर एक अस्थायी कमपा बनाया गया था जहां से डल्लेवाल ने भारी भीड़ को संबोधित किया। एक किसान नेता ने कहा, जबरदस्त ठंड और खराब मौसम के बीच डल्लेवाल को मंच पर लाना एक चुनौती थी क्योंकि उनका बीपी उतार-चढ़ाव कर रहा था।
आज, खनौरी किसान महापंचायत का नजारा, जहां तक देख सकते हो, वहां तक किसान ही किसान दिख रहे हैं🫂
आज किसानों की इस जन सैलाब ने “MSP गारंटी कानून” की मांग को लेकर बहुत नेताओं और सरकारों को दोबारा सोचने पर विवश कर दिया होगा।#FarmersProtest2024 pic.twitter.com/ORy6NY7U2j— jat (@jat0815) January 4, 2025
महापंचायत को संबोधित करते हुए डल्लेवाल ने बड़ी संख्या में आने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया। डल्लेवाल ने कहा कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने के कई प्रयास किए लेकिन स्वयंसेवकों ने उन्हें विफल कर दिया। उन्होंने कहा- “मैं समझता हूं कि एमएसपी पर कानूनी गारंटी लागू करना मुश्किल है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमें बैठे रहना चाहिए और इस बारे में कुछ नहीं करना चाहिए।”
डल्लेवाल ने कहा कि देश के सात लाख किसानों की कर्ज के कारण मौत हो चुकी है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट सिर्फ मेरी सेहत की बात कर रहा है। डाक्टरों ने डल्लेवाल को ज्यादा देर तक नहीं बोलने की सलाह दी थी। इसलिए उनका भाषण संक्षिप्त ही रहा।
किसान नेता काका सिंह कोटडा ने कहा कि एसकेएम (अखिल भारतीय) द्वारा हरियाणा के टोहाना में समानांतर विरोध प्रदर्शन का उनके विरोध पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि सुबह घने कोहरे के कारण किसानों की यात्रा बाधित हुई और दोपहर दो बजे तक उनमें से अधिकांश कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए।