बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुने गए नोबेल विजेता मुहम्मद यूनुस ने सरकार का नेतृत्व करने के लिए एक शर्त रख दी है। उन्होंने कहा है कि ‘पहले देश में हिंसा रोकनी होगी और ऐसा नहीं होता है तो फिर मुझे यहाँ से जाना होगा।’
नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस ने हिंसा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘अगर आप मुझ पर भरोसा करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि देश में कहीं भी हमला न हो। सबसे पहले आस-पास हिंसा और अल्पसंख्यकों पर हमले बंद करने होंगे। किसी पर भी हमला नहीं कर सकते। मेरी बात सुननी पड़ेगी। मेरी बात नहीं सुनते हैं तो फिर मेरी यहाँ कोई ज़रूरत नहीं है और बेहतर होगा कि मैं वापस चला जाऊँ।’
नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मुहम्मद यूनुस ने गुरुवार को अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के लिए पेरिस से लौटते समय नागरिकों की सुरक्षा की गारंटी देने वाली सरकार स्थापित करने का संकल्प लिया। यूनुस ने सुरक्षा देने वाली सरकार बनाने की ज़रूरत पर जोर दिया और नागरिकों से विरोध प्रदर्शनों के दौरान पैदा होने वाली अराजकता से बचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश एक बहुत ही खूबसूरत देश हो सकता है और हम इसे एक खूबसूरत देश बना सकते हैं।’ उन्होंने अबू सईद को भी श्रद्धांजलि दी, जो भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए पहले लोगों में से एक थे।
प्रोथोम एलो की रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी आवास निदेशालय ने राज्य अतिथि गृह जमुना को उनके नए पद के लिए निवास और कार्यालय दोनों के रूप में नामित किया है।
नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले यूनुस को शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफा देने और देश छोड़कर भागने के बाद अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया है।
डॉ. यूनुस पेरिस में थे, जहां उनका इलाज चल रहा था। शपथ ग्रहण से पहले अंतरिम सरकार के आकार के बारे में ज़मान ने कहा, ‘मेरा मानना है कि शुरुआत में इसमें लगभग 15 सदस्य हो सकते हैं। हालाँकि, एक या दो और व्यक्ति जोड़े जा सकते हैं।’
हवाई अड्डे पर एक भावुक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूनुस ने सफल विरोध आंदोलन के पीछे युवाओं के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘हमें दूसरी बार स्वतंत्रता मिली है। हमें इस स्वतंत्रता की रक्षा करनी है।’ उन्होंने कहा, ‘देश अब आपके हाथों में है। अब आपको अपनी आकांक्षाओं के अनुसार इसका पुनर्निर्माण करना है। आपको देश के निर्माण के लिए अपनी रचनात्मकता का उपयोग करना होगा। आपने देश के लिए स्वतंत्रता हासिल की है।’
इस बीच, अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिद वाजेद ने बांग्लादेश में अशांति को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की आईएसआई को दोषी ठहराया है।
इधर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति अभी भी बदल रही है। उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी देश में कानून और व्यवस्था की जल्द बहाली की उम्मीद करता है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नई दिल्ली स्थिति पर नज़र रख रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक भारत का सवाल है, पड़ोसी देश के लोगों के हित सबसे महत्वपूर्ण हैं।