उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिला कोर्ट ने मंगलवार, 6 मई 2025 को लोकप्रिय भोजपुरी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ दायर एक केस को खारिज कर दिया। यह मामला पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद उनके सोशल मीडिया पोस्ट्स को लेकर दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। कोर्ट के इस फैसले ने नेहा सिंह राठौर को बड़ी राहत प्रदान की है। हालांकि लखनऊ में दर्ज एफआईआर से अभी भी नेहा को राहत नहीं मिली है। लखनऊ वाले मामले को उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
यह केस अयोध्या के ब्लॉक प्रमुख संघ के जिला अध्यक्ष शिवेंद्र सिंह द्वारा दायर किया गया था।, जिन्होंने आरोप लगाया था कि नेहा सिंह राठौर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में कथित “भड़काऊ” और “राष्ट्र-विरोधी” पोस्ट्स साझा किए। शिकायत में दावा किया गया कि इन पोस्ट्स में नेहा ने कथित रूप से सत्तारूढ़ बीजेपी के नेताओं पर हमले को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया, जिससे सामाजिक अशांति और धार्मिक आधार पर समुदायों के बीच तनाव पैदा हुआ।
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि नेहा का एक वीडियो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) द्वारा साझा किया गया, जिसमें दावा किया गया कि मोदी सरकार पहलगाम हमले का इस्तेमाल बिहार चुनावों में लाभ के लिए करेगी। शिकायतकर्ता ने इसे नेहा के कथित तौर पर “राष्ट्र-विरोधी तत्वों” से संबंध का सबूत बताया।
नेहा के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में पहले से ही भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत देशद्रोह, सामुदायिक तनाव भड़काने और राष्ट्रीय एकता को खतरे में डालने के आरोपों में एक FIR दर्ज है। उस मामले को इस केस में शामिल नहीं किया गया है। उस एफआईआर को नेहा सिंह राठौर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
फैसले के बाद, नेहा सिंह राठौर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “सत्य की हमेशा जीत होती है। मैं एक लोक गायिका हूं और मेरी जिम्मेदारी है कि मैं समाज के मुद्दों को अपनी कला के माध्यम से उठाऊं। मैं डरने वाली नहीं हूं और न ही चुप रहूंगी।” उन्होंने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और अपने समर्थकों का आभार व्यक्त किया। नेहा ने पहले भी कहा था कि सरकार उनके खिलाफ FIR दर्ज कर “वास्तविक मुद्दों” से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने अपने एक पोस्ट में लिखा था, “पहलगाम हमले के जवाब में सरकार ने क्या किया? मेरे खिलाफ FIR? अगर इतना दम है, तो आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करें।” लेकिन अब जब पाकिस्तानी के आतंकी ठिकानों पर भारत ने हमला किया है तो नेहा ने उसका स्वागत किया है। नेहा सिंह राठौर ने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए धन्यवाद किया है।
अयोध्या जिला कोर्ट का फैसला नेहा सिंह राठौर के लिए एक महत्वपूर्ण कानूनी जीत है, जो उनकी लोक गायन और सामाजिक टिप्पणियों के माध्यम से सवाल उठाने की यात्रा को और मजबूत करता है। हालांकि, लखनऊ में दर्ज FIR अभी भी उनके लिए चुनौती बनी हुई है। नेहा की कहानी न केवल एक लोक गायिका की निडरता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सामाजिक टिप्पणी कितने संवेदनशील मुद्दे हैं।