मेघालय की खूबसूरत वादियों में हनीमून का सपना संजोकर पहुँचे इंदौर के नवविवाहित जोड़े की कहानी तब एक खौफनाक साज़िश में बदल गई, जब पत्नी सोनम रघुवंशी का एक छोटा सा झूठ पुलिस की पैनी नज़र में आ गया। राजा की हत्या की जाँच कर रही विशेष जाँच टीम यानी एसआईटी को सबसे पहले सोनम पर तब शक हुआ जब उन्होंने उसका अपनी सास को किया गया ऑडियो कॉल सुना। इसमें उसने अपने पति के स्वास्थ्य के लिए व्रत रखने की बात कही थी। जब एसआईटी ने उस होटल के मालिक का पता लगाया जहां यह दंपति ठहरा था तो पता चला कि व्रत की बात झूठी थी और सोनम ने वहां खाना खाया था। इस खुलासे ने संदेह पैदा किया और जब मेघालय पुलिस ने सोनम पर तकनीकी निगरानी शुरू की, तो पाया कि वह लगातार कुशवाहा के संपर्क में थी। इसके बाद ही एक के बाद एक खुलासे होते गए।
पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि सोनम ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची थी। इस हत्या को एक डकैती का रूप देने की कोशिश थी जो नाकाम रही। द इंडियन एक्सप्रेस ने जाँच करने वाले एसआईटी के अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सोनम रघुवंशी ने कथित तौर पर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या को मेघालय में एक डकैती के रूप में दिखाने की योजना बनाई थी। वह कुछ समय तक विधवा के रूप में रहने के बाद अपने परिवार को राज कुशवाहा से शादी करने के लिए मनाने की कोशिश करने वाली थी। राज कुशवाहा हनीमून हत्या का कथित मास्टरमाइंड है।
बता दें कि राजा और सोनम के पिछले महीने मेघालय में अपने हनीमून के दौरान लापता होने की सूचना मिली थी। इस महीने की शुरुआत में राजा का शव मिला और सोनम की तलाश तेज कर दी गई। रविवार रात को पुलिस ने राज कुशवाहा को राजा की हत्या को सोनम की मदद से अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया। इसके बाद सोनम ने उत्तर प्रदेश के एक पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया।
सोनम यूपी के गाजीपुर कैसे पहुँची?
राजा की मर्डर मिस्ट्री में सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि आख़िर सोनम मेघायल से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर कैसे पहुंच गई? और राजा की मौत के बाद इतने दिनों तक सोनम कहाँ थी?
इसके बाद एक ड्राइवर ने उसे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर छोड़ दिया। 9 जून को, सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर दिखाई दी। उसने अपने चचेरे भाई को वीडियो कॉल किया और दावा किया कि उसे नशीला पदार्थ देकर गाजीपुर लाया गया था। वह खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन यह मामला तुरंत उल्टा पड़ गया। सोनम के चचेरे भाई ने तुरंत इंदौर पुलिस को सूचित किया, जिसने यूपी पुलिस के साथ मिलकर सोनम को गाजीपुर के एक ढाबे के पास पकड़ा जहां सोनम ने बदहवास हालत में सरेंडर कर दिया।
दावा किया गया है कि सोनम कभी भी राजा के साथ शादी नहीं करना चाहती थी। वह अपने प्रेमी राज कुशवाहा से शादी करना चाहती थी जो सोनम के भाई के प्लाइवुड कारखाने में अकाउंटेंट था। लेकिन वह अपने पिता के खराब स्वास्थ्य की वजह से शादी के लिए राज़ी हो गई क्योंकि सोनम जानती थी कि उसके पिता उसके प्रेमी राज के साथ कभी शादी नहीं होने देंगे। पुलिस के मुताबिक, सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर 18 मई को राजा रघुवंशी की हत्या की योजना बनाई। पुलिस का कहना है कि इस हत्या का कारण यह था कि सोनम, राजा को अपने रास्ते से हटाना चाहती थी ताकि वह राज के साथ रह सके।
लेकिन सोनम के पिता ने इस मामले को यह कहकर और घुमा दिया कि वह तो किसी राज कुशवाहा को जानते ही नहीं जबकि राजा की बहन शृष्टि ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें सोनम के पिता देवी सिंह के साथ राज कुशवाहा को भी देखा जा सकता है। शृष्टि ने यह भी सवाल उठाया कि जब राज को जानते ही नहीं तो साथ में क्या कर रहे हैं?
इस मामले में एक कड़ी यह भी जुड़ रही है कि सोनम और उसके प्रेमी राज ने राजा से सोना और पैसे लूटने के लिए यह योजना बनाई थी। राजा की मां का कहना है कि हनीमून पर जाते वक्त सोनम ने ही राज पर ज़ोर डाला था कि वो सोने की चेन, अंगूठी पहनकर चले। वहीं सोनम ने उत्तर प्रदेश पुलिस को बताया कि मैंने मेरे पति को नहीं मारा। बल्कि उन तीन हत्यारों ने मेरे पति को सोना और पैसे लूटने की नीयत से मारा है।
11 मई 2025 को मध्य प्रदेश के इंदौर में ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी ने सोनम रघुवंशी के साथ सात फेरे लिए। शादी के बाद यह जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के खूबसूरत पहाड़ों और झरनों की ओर रवाना हुआ। 23 मई को यह जोड़ा अचानक लापता हो गया। स्थानीय अधिकारियों ने तलाश शुरू की और 2 जून को राजा रघुवंशी की लाश सॉडॉन्ग फॉल्स के पास मिली। इसके बाद से सोनम लगातार लापता थी। लेकिन 9 जून को मामले में अलग ट्विस्ट आया और यह मामला पूरी तरह से बदल गया। मेघालय पुलिस ने सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाहा समेत तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
मीडिया रिपोर्टों में ये दावा किया गया है कि हत्या के बाद पुलिस ने अपराध स्थल से छह किलोमीटर दूर एक हमलावर आकाश की खून से सनी शर्ट और सोनम का रेनकोट बरामद किया। यह सबूत साज़िश की ओर इशारा कर रहे थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोनम को घटनास्थल के क़रीब दस किलोमीटर दूर देखा गया था और हत्या उसके सामने ही हुई थी। यह भी दावा किया गया कि सुपारी किलर्स तो हत्या करने से हिचकिचा रहे थे लेकिन सोनम ने ही हत्यारों को निर्देश दिए कि राजा को मार दो। सोनम के कहने पर हत्यारों ने राजा के सिर पर दो बार ज़ोर से वार किया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अब सवाल उठता है कि राजा के मर्डर के बाद सोनम कहां थी?
लगातार हो रहे खुलासों की वजह से ये मर्डर मिस्ट्री सुलझने की जगह और भी ज्यादा उलझती जा रही है। मेघालय पुलिस इस सनसनीखेज मामले की गहराई से जांच कर रही है।