
Lucknow News: लखनऊ की ऐतिहासिक रेजीडेंसी सिर्फ पुरानी इमारत नहीं, बल्कि एक जीवंत रंगमंच बन गई है, जहां अवध का गौरवशाली इतिहास हर शाम रोशनी और आवाज़ के माध्यम से गूंजता है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा हाल ही में शुरू किया गया शानदार साउंड एंड लाइट शो (Son et Lumière) पर्यटकों को नवाबों के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के निर्णायक क्षणों से रूबरू करा रहा है।
अवध की विरासत का प्रदर्शन
यह शो प्रतिदिन शाम 6:00 बजे रेजीडेंसी परिसर में शुरू होता है। रेजीडेंसी की टूटी हुई दीवारों पर, जो आज भी 1857 के विद्रोह की गोलियों और तोपों के निशान समेटे हुए हैं, भव्य प्रोजेक्शन, लेज़र इफ़ेक्ट और सिनेमाई साउंड डिज़ाइन के जरिए अवध की कहानी को 360-डिग्री के अनुभव में पिरोया गया है। शो की शुरुआत नवाब आसफ-उद-दौला के फ़ैज़ाबाद से अवध आगमन और लखनऊ के सांस्कृतिक, साहित्यिक और आर्थिक उत्थान के साथ होती है।
शासनकाल की झलक पेश
यह दर्शकों को नवाबों के शासनकाल के वैभव और उनकी उदारता के किस्सों से परिचित कराता है। शो में विशेष रूप से नवाब आसफ-उद-दौला द्वारा अकाल के दौरान आम जनता को काम और वेतन देने के लिए भव्य इमामबाड़ा के निर्माण की कहानी को भी दर्शाया गया है। इसके अलावा, कला और संस्कृति के प्रति अपने प्रेम के लिए याद किए जाने वाले नवाब वाजिद अली शाह के शासनकाल की झलक भी पेश की जाती है।
संघर्ष और बलिदान की गाथा
अवध की ऐतिहासिकता के साथ-साथ शो का मुख्य आकर्षण 1857 के विद्रोह के दौरान रेजीडेंसी में हुए भयावह संघर्ष और बलिदान की कहानी है। यह दृश्य दर्शकों को उस समय के साहस, संघर्ष और बलिदान की झलक दिखाता है जिसने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की नींव रखी है। शो के अंत में रेजीडेंसी की दीवारों पर तिरंगे की रोशनी और ‘वन्दे मातरम’ की मधुर धुन देशभक्ति के भाव से मन को भर देती है।
इतिहास को नई पीढ़ी से जोड़ना
उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने इस पहल को इतिहास को मनोरंजन के साथ-साथ शिक्षा से जोड़ने का एक शक्तिशाली माध्यम बताया है। उनका मानना कि यह शो ख़ासकर बच्चों और पर्यटकों को, लखनऊ के इतिहास की आत्मा को महसूस करने का मौका देगा। यह परियोजना विरासत और आधुनिक तकनीक के मिश्रण से लखनऊ को सांस्कृतिक पर्यटन के केंद्र के रूप में बढ़ावा देने का भी लक्ष्य रखती है।
रेजिडेंसी टिकट और समय
पर्यटन विभाग के अनुसार यह शो न केवल रेजिडेंसी को स्मारक के रूप में संरक्षित करेगा, बल्कि इसे एक ऐसी जगह बनाएगा जहां हर पीढ़ी इतिहास के साथ जुड़ सके और उससे प्रेरणा ले पाएं। लखनऊ आने वाले हर पर्यटक और लखनवासी के लिए यह शो जरूर देखने लायक अनुभव है। शो हर शाम 6:00 बजे शुरू होता है। प्रति व्यक्ति 100 का शुल्क रखा गया है। पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश मुफ्त है।


