भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ओलंपिक खेलों के समापन समारोह की समाप्ति के बाद ओलंपिक खेल गांव से रवाना हो गईं। पहलवान के मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। मंगलवार को ही कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के बाद संयुक्त सिल्वर मेडल के लिए उनकी याचिका पर फैसला सुनाने वाला है।
ठीक एक सप्ताह पहले, विनेश ने कुश्ती की दुनिया में तब तहलका मचा दिया था, जब उन्होंने मौजूदा चैंपियन और विश्व नंबर एक खिलाड़ी यूई सुसाकी को हराया था। विनेश फोगाट ओलंपिक फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थी। लेकिन अगली सुबह उन्हें महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्वर्ण-पदक मुकाबले से बाहर कर दिया गया, क्योंकि उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था।
विनेश ने तीन मुकाबलों के दौरान बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए पूरी ताकत लगा दी और इस दौरान वो डीहाइड्रेशन का शिकार हो गईं। जिससे वो बेहोश हो गईं। उन्हें खेल गांव के अंदर एक पॉलीक्लिनिक में भर्ती कराया गया। ठीक होने पर, उन्होंने सीएएस (कैस) में अपील की और क्यूबा के पहलवान युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़ के साथ संयुक्त सिल्वर मेडल की मांग की, जो सेमीफाइनल में विनेश से हार गई थी लेकिन विनेश के अयोग्य होने के बाद अंतिम मुकाबले में उनको जगह मिल गई थी।
भले ही भारत को मंगलवार को सीएएस से पॉजिटिव फैसले की उम्मीद है, लेकिन सूत्रों ने पुष्टि की है कि विनेश पिछले हफ्ते अयोग्य घोषित होने के बाद से बेहतर महसूस कर रही हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक किसी से बात नहीं की है। सूत्र ने कहा कि “विनेश अब थोड़ा बेहतर महसूस कर रही हैं, उन्होंने थोड़ा खाना शुरू कर दिया है। हालांकि वह किसी से बात नहीं कर रही हैं। हम सभी उनके साथ हैं।”
विनेश सीएएस में अपनी अपील के कारण पेरिस में ही रुक गई थीं। अपील पिछले सप्ताह की शुरुआत में स्वीकार कर ली गई थी, और पहलवान शुक्रवार को सुनवाई के दौरान मौजूद भी थी। उनका प्रतिनिधित्व वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और विदुषपत सिंघानिया ने किया और ऑस्ट्रेलिया की एकमात्र मध्यस्थ डॉ. एनाबेले बेनेट ने तीन घंटे की सुनवाई के दौरान मामले की सभी दलीलें सुनीं।
स्पोर्ट्स कोर्ट सीएएस को शनिवार को फैसले की घोषणा करनी थी, लेकिन बाद उन्होंने समय सीमा मंगलवार भारतीय समय के अनुसार 9:30 बजे तक बढ़ा दी थी।