संभल के अपने दौरे पर, उत्तर प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता माता प्रसाद पांडे ने कहा कि संभल के डीएम ने उन्हें वहां नहीं जाने के लिए कहा था। शनिवार को पांडे ने बिना किसी सूचना के उनके आवास के बाहर पुलिस तैनात करने के लिए प्रशासन की आलोचना की।
“संभल के डीएम ने मुझे फोन किया और वहां न आने को कहा.”- सपा नेता माता प्रसाद पांडे#SambhalViolence #SambhalJamaMasjid #SamajwadiParty #MataPrasadPandey #VistaarNews pic.twitter.com/KkUSVVpFz3
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माता प्रसाद पांडे ने कहा- “…संभल के डीएम ने मुझे फोन किया और वहां न आने के लिए कहा। मैं पार्टी कार्यालय जाऊंगा और तय करूंगा कि आगे क्या करना है। हम किसी को उकसाते नहीं हैं…उन्हें मुझे नोटिस देना चाहिए था, लेकिन बिना किसी नोटिस के , उन्होंने मेरे आवास के बाहर पुलिस तैनात कर दी।”
पांडे ने सवाल उठाया कि न्यायिक आयोग को जाने की अनुमति क्यों दी गई, उन्होंने कहा कि सरकार अपने कार्यों को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने संभल कमिश्नर की और भी निंदा की और उन्हें “उधारू” कमिश्नर कहा। पांडे ने कहा- “उन्हें (प्रशासन) नियमों के मुताबिक मुझे नोटिस देना चाहिए था कि मैं वहां नहीं जा सकता, लेकिन कोई लिखित नोटिस नहीं दिया गया और पुलिस तैनात कर दी गई। न्यायिक आयोग वहां जा रहा है, मीडिया के लोग वहां जा रहे हैं, हम वहां जाएंगे तो क्या वहां अशांति होगी यह सरकार अपने सारे काम छिपाने के लिए जानबूझकर हमें रोक रही है…।”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल जाने से रोकने की निन्दा की है। उन्होंने शनिवार को एक्स पर कहा- प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फ़साद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता। अखिलेश ने संभल के डीएम का वो आदेश भी शेयर किया, जिसमें कहा गया है कि संभल की कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है।
प्रतिबंध लगाना भाजपा सरकार के शासन, प्रशासन और सरकारी प्रबंधन की नाकामी है। ऐसा प्रतिबंध अगर सरकार उन पर पहले ही लगा देती, जिन्होंने दंगा-फ़साद करवाने का सपना देखा और उन्मादी नारे लगवाए तो संभल में सौहार्द-शांति का वातावरण नहीं बिगड़ता।
भाजपा जैसे पूरी की पूरी कैबिनेट एक साथ… pic.twitter.com/7ouboVnQu4
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सपा प्रमुख ने आगे लिखा है- भाजपा जैसे पूरी की पूरी कैबिनेट एक साथ बदल देते हैं, वैसे ही संभल में ऊपर से लेकर नीचे तक का पूरा प्रशासनिक मंडल निलंबित करके उन पर साज़िशन लापरवाही का आरोप लगाते हुए, सच्ची कार्रवाइ करके बर्ख़ास्त भी करना चाहिए और किसी की जान लेने का मुक़दमा भी चलना चाहिए।
भाजपा हार चुकी है।
शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए संभल जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध सभी व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों और जन प्रतिनिधियों पर लागू होता है, जिन्हें इस अवधि के दौरान जिले में प्रवेश करने से पहले सक्षम प्राधिकारी से अनुमति लेनी होगी। संभल के डीएम राजेंद्र पेंसिया ने यहां जारी एक बयान में कहा, “कोई भी बाहरी व्यक्ति, कोई भी सामाजिक संगठन या कोई भी जन प्रतिनिधि सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के बिना 10 दिसंबर तक जिले की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता है।”
मौलाना तौकीर हिरासत में
भारतीय मुस्लिम परिषद (आईएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को उनके समर्थकों के साथ संभल जाते समय बरेली में सीओ सिटी फर्स्ट और सीओ सेकेंड के नेतृत्व में एक टीम ने गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उनसे थाने में बंद कमरे में पूछताछ की जा रही है। मौलाना तौकीर छह वाहनों के काफिले के साथ यात्रा कर रहे थे और हिरासत में लेने से पहले उन्हें सीबी गंज पुलिस स्टेशन के पास बैरिकेडिंग करके रोका गया था।