हमास प्रमुख याह्या सिनवार की हत्या के बाद क्या अब ग़ज़ा में हालात बदलेंगे क्या पिछले एक साल से ज़्यादा समय से चली आ रही बमबारी और हिंसा रुकेगी इसको लेकर इसलिए अब उम्मीद बंधी है क्योंकि इसराइल पिछले एक साल से जिन कारणों को लेकर हमले कर रहा था, लगता है कि उसको उसने पा लिया है। पिछले साल सात अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इसराइल पर हमला किया था। इसके बाद से ही इसराइल ग़ज़ा में लगातार बम बरसा रहा है।
इसराइल याह्या सिनवार को 7 अक्टूबर के हमलों के मुख्य योजनाकारों में से एक मानता है। 7 अक्टूबर को नरसंहार में 1200 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इसमें इसराइली और अन्य राष्ट्रीयताओं के लोग भी शामिल थे। 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था, जिनमें से 101 ग़ज़ा में ही रह गए। 101 बंधकों में से आईडीएफ़ ने पुष्टि की है कि 48 लोग कैद में ही मारे गए। हमास के नेतृत्व वाले हमले के बाद इसराइल ने भी भयंकर प्रतिक्रिया दी, जिसके कारण इस क्षेत्र में 42000 से अधिक लोग मारे गए। इसराइली हमलों के बाद भयंकर मानवीय तबाही हुई तथा बमबारी वाले क्षेत्र का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया। लेकिन इस मामले में गुरुवार को याह्या सिनवार की हत्या के बाद अब बड़ा बदलाव आने की बात कही जा रही है।
ऐसा इसलिए कि लगता है कि इसराइल के लिए सिनवार ही आख़िरी लक्ष्य थे। अब इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा भी है कि सिनवार की हत्या ग़जा में बमबारी के अंत की शुरुआत है। कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया अमेरिका की ओर से भी आई है। बंधकों को छुड़ाने पर नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपपति जो बाइडन के बीच सहमति है। अब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मध्य-पूर्व जा रहे हैं। तो क्या अब ग़ज़ा में सच में इसराइल अपना अभियान ख़त्म करेगा
कम से कम इसराइल और अमेरिका के अधिकारियों और नेताओं के ताज़ा बयान से तो ऐसा ही लगता है। एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास प्रमुख याह्या सिनवार की हत्या ग़ज़ में बमबारी के अंत की शुरुआत है। नेतन्याहू ने अपने कार्यालय द्वारा जारी किए गए अंग्रेजी भाषा के वीडियो बयान में कहा, ‘याह्या सिनवार मर चुका है। उसे इसराइली रक्षा बलों के बहादुर सैनिकों ने राफा में मार गिराया। हालांकि यह ग़ज़ा में युद्ध का अंत नहीं है, लेकिन यह अंत की शुरुआत है।’
अमेरिकी रक्षा सचिव ने कहा कि सिनवार की मौत से ग़ज़ा में भयानक युद्ध को ख़त्म करने का अवसर मिला है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमास नेता याह्या सिनवार की हत्या एक बड़ी उपलब्धि है, जो इसराइल और हमास के बीच इस भयानक युद्ध को समाप्त करने का एक असाधारण अवसर देती है। ऑस्टिन ने एक बयान में कहा, ‘सिनवार की मौत एक स्थायी युद्धविराम करने, इस भयानक युद्ध को ख़त्म करने, इसराइलियों को दक्षिणी इसराइल में अपने घरों में सुरक्षित लौटने देने, ग़ज़ा में पीड़ा को कम करने के लिए व अधिक मानवीय सहायता देने और हमास के दमनकारी शासन के तहत बहुत कुछ सहने वाले फिलिस्तीनियों को राहत और उम्मीद लाने का एक असाधारण अवसर देती है।’
हाल ही तक इसराइल-फिलिस्तीनी संघर्ष से निपटने वाले विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एंड्रयू मिलर ने कहा कि इसराइल सिनवार की मौत का इस्तेमाल ‘यह तर्क देने के लिए एक बहाने के रूप में कर सकता है कि हमने अपने उद्देश्य हासिल कर लिए हैं और अब एक अलग दिशा में आगे बढ़ने का समय है।’
एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार मिलर ने कहा, ‘मैं इस बात को लेकर बहुत आशावादी नहीं हूँ कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनका गठबंधन ऐसा करेगा। कोई अन्य इसराइली सरकार ऐसा कर सकती है, लेकिन उन्होंने, खासकर हाल के हफ्तों में, इस दिशा में कोई वास्तविक रुचि नहीं दिखाई है।’ लेकिन उन्होंने कहा कि सिनवार की हत्या पब्लिक डिस्कोर्स को बदल सकती है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि हमास नेता याह्या सिनवार की मौत ने ग़ज़ा में इसराइल की साल भर की बमबारी को ख़त्म करने का एक महत्वपूर्ण अवसर दिया है। एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ शिखर वार्ता के बाद मैक्रों ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमें सभी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने और युद्ध को अंततः ख़त्म करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। हमें सैन्य अभियानों को समाप्त करना चाहिए।’
नेतन्याहू और बाइडन सिनवार की मौत के बाद ग़ज़ा में बंधकों की रिहाई के लिए संयुक्त रूप से काम करने पर सहमत हुए हैं। बयान में कहा गया कि बाइडन ने नेतन्याहू को फोन किया और याह्या सिनवार की हत्या पर उन्हें बधाई दी।
बाइडन ने कहा है कि हमास प्रमुख की मौत के बाद ब्लिंकन को इसराइल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘इस युद्ध को ख़त्म करने और इन बंधकों को घर वापस लाने का समय आ गया है। इसलिए हम यही करने के लिए तैयार हैं, और मैं ब्लिंकन को इसराइल भेज रहा हूँ।’ उन्होंने कहा कि यह चार या पाँच दिनों में होगा।