हेमंत सोरेन ने चुनाव में बीजेपी पर पीठ पीछे से हमला करने का आरोप लगाया है। उन्होंने चुनौती दी है कि बीजेपी सामने से आकर लड़े। उन्होंने बीजेपी पर कई आरोप लगाए हैं और उससे सवाल पूछे हैं। इन सवालों के साथ ही उन्होंने कहा है, ‘यदि हिम्मत है तो सामने से लड़ो, कायर अंग्रेज़ों की तरह लगातार पीछे से वार क्यों’
सोरेन ने ये आरोप इस बात को लेकर लगाए हैं कि उनके पीछे सीबीआई, ईडी जैसी एजेंसियाँ कार्रवाई कर रही हैं। जेएमएम नेता ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उनकी छवि ख़राब करने के लिए करोड़ों रुपये ख़र्च कर दिए। सोरेन ने अपने तीखे हमले में बीजेपी से कई सवाल पूछे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि 11 साल से केंद्र में भाजपा की सरकार है, 5 साल राज्य में रही- ख़ुद को डबल इंजिन सरकार बोलती रही है। उन्होंने पूछा कि फिर रघुबर सरकार के पाँच साल सिर्फ़ हाथी क्यों उड़ा
हेमंत सोरेन के सवाल
क्यों पाँच सालों में 13000 स्कूल बंद किए क्यों पाँच साल में 11 लाख राशन कार्ड कैंसिल किए क्यों पाँच साल में 1 जेपीएसी परीक्षा नहीं हुई क्यों पाँच साल में वृद्धा/विधवा पेंशन न तो बढ़ी और न मिली क्यों पाँच साल में राज्य में भूख से सैकड़ों मौतें हुईं क्यों पाँच साल में युवाओं को साइकिल बनाने, केला बेचने की सलाह दी गईक्यों पाँच साल में सरकारी कर्मियों को ओल्ड पेंशन स्कीम नहीं दी गई क्यों पाँच साल में झारखंड की बिजली बांग्लादेश में बेची गई क्यों पाँच साल में सेविका/सहिया/पारा शिक्षकों पर लगातार लाठियाँ बरसायी गईं क्यों पाँच साल में बच्चियों की पढ़ाई के लिए कोई योजना नहीं लाई गई क्यों पाँच साल में बहनों के लिए मंईयां सम्मान योजना नहीं लाई गई क्यों लगातार बिजली बिल बढ़ाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसे अनगिनत सवाल हैं। उन्होंने कहा, ‘हम अपने काम को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। कोरोना में झारखंडी श्रमिकों को घर हवाई जहाज से लाने के साथ हमने ऊपर लिखे भाजपा सरकार के सभी कुकृत्यों को पीछे छोड़ हर वो काम किया – जो वो कभी सोच भी नहीं पाये। और आगे युवाओं के हर मुद्दे के ईमानदारी पूर्वक समाधान से लेकर हर वो कार्य करेंगे जो हर एक झारखंडी के हित में होगा।’
बता दें कि 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी। चुनाव में राज्य के कुल 2.6 करोड़ मतदाता हिस्सा लेंगे। इनमें 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिला मतदाता हैं। इसके साथ ही 11.84 लाख पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
2020 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी जेएमएम ने 30 सीटें जीती थीं। भाजपा ने 25 और कांग्रेस ने 16 सीटें जीती थीं। 2014 में भाजपा ने 37 सीटें जीती थीं, झामुमो ने 19 सीटें जीती थीं और कांग्रेस सिर्फ 6 सीटें जीत पाई थी।