
UP Politics: समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां की रिहाई के बाद अब सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की जमानत मिलने की खबर से पार्टी और उनके समर्थकों में उत्साह का माहौल बना है। इस बीच सांसद रुचि वीरा ने इरफान सोलंकी को जमानत मिलने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां जेल से बाहर आए थे और अब इरफान सोलंकी साहब को भी न्याय मिला है। रुचि वीरा ने कहा, “यह बहुत अच्छी बात है। अब परेशानियों का समय खत्म हो गया है और हमारी सरकार जल्द ही सत्ता में आने वाली है।”
बीजेपी नेताओं पर निशाना
सांसद रुचि वीरा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं के कटु बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता हमेशा नफरत भरी बातें करते हैं और उनके बयान अफसोसजनक हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक तरफ बीजेपी संविधान की बात करती है और दूसरी तरफ उनके नेता कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने की बात करते हैं। रुचि वीरा ने साफ कहा कि अदालत की अवमानना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
जेल से बाहर आने पर उत्सव
इरफान सोलंकी लगभग 33 महीने बाद महाराजगंज जेल से रिहा हुए। जेल से बाहर निकलते ही उनके समर्थकों ने जोर-जोर से नारे लगाकर खुशी जाहिर की। समर्थकों ने कहा, “शेर आया, शेर आया।” मीडिया से बातचीत में इरफान सोलंकी ने कहा कि उनका यह मुकदमा केवल राजनीतिक षड़यंत्र का हिस्सा था और चाहने वालों व समर्थकों के प्यार की वजह से ही वे आज जेल से बाहर आ पाए हैं।
आजम खां की रिहाई की याद
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां भी 23 सितंबर 2025 को करीब 23 महीने बाद जेल से रिहा हुए थे। उन पर रामपुर के सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में दर्ज 2020 के एक मामले में धोखाधड़ी और अन्य आरोप थे। अक्टूबर 2023 में रामपुर की विशेष अदालत ने आजम खां, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान को 2019 के मामले में दोषी ठहराया। इसमें अब्दुल्ला के जन्म प्रमाण पत्र में जालसाजी शामिल थी।
अदालत ने तीनों को सात साल की सजा सुनाई थी, लेकिन तंजीम फातिमा और अब्दुल्ला को बाद में जमानत मिल गई और वे जेल से रिहा हो गए। वहीं आजम खां अन्य लंबित आपराधिक मामलों के कारण जेल में ही रहे।
समाजवादी पार्टी में उम्मीद की नई किरण
इरफान सोलंकी की रिहाई ने समाजवादी पार्टी में नई उम्मीद जगा दी है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह जमानत केवल एक राजनीतिक जीत नहीं बल्कि न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। रुचि वीरा ने भी कहा कि पार्टी आगामी चुनावों में जनता की सेवा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए पूरी तरह तैयार है।