गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय रूपाणी की अहमदाबाद में हुए एक भयावह विमान हादसे में निधन हो गया। इस दुखद खबर की केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पुष्टि की है। रूपाणी उस एयर इंडिया उड़ान AI171 में सवार थे जो गुरुवार दोपहर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गई। इस विमान में 232 यात्री और 10 चालक दल के सदस्य समेत कुल 242 लोग सवार थे। यह हादसा भारत के विमानन इतिहास की सबसे भयावह त्रासदियों में से एक माना जा रहा है।
हादसा दोपहर 1:38 बजे हुआ, जब लंदन के लिए उड़ान भर रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद अहमदाबाद के मेघनीनगर क्षेत्र में क्रैश हो गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि विमान बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा था और ऊंचाई हासिल करने में जूझ रहा था। इसके बाद यह जमीन से टकरा गया और इसमें आग लग गई। चूँकि यह लंबी दूरी की उड़ान थी, विमान में भारी मात्रा में ईंधन भरा हुआ था। इससे हादसा और भयावह हो गया।
गुजरात में शोक की लहर
विजय रूपाणी 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। बताया जा रहा है कि वे अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। रूपाणी अपने कार्यकाल में विकास और प्रशासनिक सुधारों के लिए जाने गए। वे एक समर्पित बीजेपी नेता और आरएसएस के स्वयंसेवक थे। उनकी मृत्यु ने गुजरात की राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा कर दिया है। उनकी मृत्यु की ख़बर से गुजरात और पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने गहरे दुख के साथ उनकी मृत्यु की पुष्टि करते हुए कहा, ‘विजय रूपाणी एक समर्पित नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कर्मठ स्वयंसेवक थे। उनका निधन गुजरात और देश के लिए अपूरणीय क्षति है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और ट्वीट कर कहा, ‘अहमदाबाद विमान हादसा एक बड़ी त्रासदी है। पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के निधन ने देश को स्तब्ध कर दिया है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं।’ हालाँकि, पीएम ने विजय रूपाणी का ज़िक्र नहीं किया है।
राहत और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ़, स्थानीय पुलिस, अग्निशमन विभाग और अन्य आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंचीं। एनडीआरएफ़ के 90 जवान बचाव कार्य में जुटे हैं, और वडोदरा से तीन और टीमें अहमदाबाद भेजी गई हैं। राहत कार्यों में स्थानीय निवासियों ने भी सहायता की, लेकिन हादसे की गंभीरता को देखते हुए जीवित बचे लोगों की संभावना बेहद कम बताई जा रही है।
मृतकों के परिवारों को 1-1 करोड़ देगा टाटा ग्रुप
एयर इंडिया ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘उड़ान AI171 अहमदाबाद से लंदन के गैटविक में जा रही थी। उड़ान 12 जून 2025 को एक हादसे का शिकार हो गई। हम स्थिति की बारीकी से जांच कर रहे हैं और प्रभावित यात्रियों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।’ बाद में टाटा ग्रुप ने कहा है कि हादसे में जान गँवाने वाले लोगों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये दिए जाएँगे। इसने कहा है कि हादसे में घायल लोगों के इलाज का खर्च भी दिया जाएगा। इसने यह भी कहा है कि वह बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल को बनाने में मदद करेगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस हादसे की जाँच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने कहा, ‘यह एक दुखद घटना है। हम पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं और जाँच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।’
विमानन सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा भारत में विमानन सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर एक अत्याधुनिक विमान है, और विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी खराबी या पायलट की गलती इस हादसे का कारण हो सकती है। प्रारंभिक अनुमानों में तकनीकी खराबी को प्रमुख कारण माना जा रहा है, लेकिन जांच पूरी होने तक कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।