
Jagdeep Dhankhar Farewell
Jagdeep Dhankhar Farewell
Jagdeep Dhankhar Farewell: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक इस्तीफा लेकर तो सबको चौंका ही दिया है, लेकिन एक और बात से लोगों को हैरानी हो रही है। धनखड़ कल मानसून सत्र में शामिल थे और सभी को काफी एक्टिव भी नजर आए। इसके बाद रात होने तक उन्होंने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। और आज राज्यसभा की कार्यवाही में भी हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया और यहां तक कि फेयरवेल स्पीच यानी विदाई भाषण भी रद्द कर दिया है।
धनखड़ की यही बात किसी को हजम नहीं हो रही है। लोग सवाल कर रहे हैं कि अचानक इतनी तबीयत कैसे खराब हो गई कि उन्होंने सामने आकर विदाई भाषण तक नहीं दिया। उनके इस कदम से सियासी गलियारों में चर्चा और अटकलों का दौर फिर से शुरू हो गया है।
देश के 14वें उपराष्ट्रपति रहे धनखड़
74 वर्षीय जगदीप धनखड़ ने साल 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला था। इस पद के साथ वे राज्यसभा के सभापति की जिम्मेदारी भी निभा रहे थे। संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन उनका ऐसा फैसला सामने आना सभी के लिए हैरान करने वाला रहा। दिन में उन्होंने सदन की कार्यवाही में भाग लिया था और कई अहम मुद्दों पर चर्चा को प्राथमिकता देने की बात भी कही थी।
पार्टियों के बीच तनाव का माहौल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मानसून सत्र के पहले दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच काफी तीखी बहस हुई थी, जिससे संसद का माहौल तनावपूर्ण हो गया था। इस स्थिति को संभालने के लिए उपराष्ट्रपति ने दोनों पक्षों की संयुक्त बैठक भी बुलाई थी, लेकिन सत्ता पक्ष के नेता उस बैठक में शामिल नहीं हुए। इसके कुछ ही घंटों बाद, देर शाम धनखड़ ने इस्तीफे की घोषणा कर दी।
कांग्रेस पार्टी हैरान
धनखड़ के इस्तीफे से कांग्रेस पार्टी हैरत में है। इस मुद्दे पर नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिक्रिया भी दी। उन्होंने कहा कि धनखड़ का यह फैसला जितना चौंकाने वाला है, उतना ही असामान्य भी। साथ ही उन्होंने उपराष्ट्रपति के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की, लेकिन यह भी जोड़ा कि शायद इस निर्णय के पीछे कोई और वजह हो सकती है। वहीं धनखड़ ने साफ कर दिया है कि उनका यह फैसला व्यक्तिगत कारणों से लिया गया है और वह अपने फैसले पर अडिग हैं।
निशिकांत दुबे ने विपक्ष पर साधा निशाना
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस मामले पर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “जब कोई व्यक्ति स्वास्थ्य कारणों से पीछे हट रहा हो, तो उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कुछ समय पहले विपक्ष उपराष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग लाने की तैयारी कर रहा था और अब वही लोग उनके इस्तीफे पर सवाल खड़े कर रहे हैं।