
Politician Ummeda Ram Beniwal (Image Credit-Social Media)
Politician Ummeda Ram Beniwal (Image Credit-Social Media)
Politician Ummeda Ram Beniwal: राजनीति में परिश्रम, धैर्य और जनसेवा का जज्बा अगर किसी नेता के व्यक्तित्व में स्पष्ट नजर आता है, तो वह हैं उम्मेदा राम बेनीवाल। बायतु के पुनियों का तला गांव से निकलकर राजस्थान की राजनीति में अपनी मजबूत पहचान बनाने वाले उम्मेदा राम बेनीवाल आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कद्दावर नेता और बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। अपने संघर्षशील राजनीतिक जीवन, सामाजिक सरोकारों और जनता से जुड़ाव के कारण वे आम जनता के बीच लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। 15 जुलाई को उनके जन्मदिवस के मौके पर आइए जानते हैं जन्म से लेकर अब तक के राजनीतिक जीवन, उपलब्धियों और सामाजिक सरोकारों के बारे में विस्तार से-
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
15 जुलाई 1977 को राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु क्षेत्र के पुनियों का तला गांव में एक किसान परिवार में जन्मे उम्मेदा राम बेनीवाल ने बचपन से ही कठिनाइयों का सामना करते हुए शिक्षा को प्राथमिकता दी। गांव के सरकारी विद्यालय में प्रारंभिक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बायतु से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। पढ़ाई के साथ-साथ वे सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहे, जिससे उन्हें युवावस्था में ही समाज सेवा का अनुभव मिला। ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े उम्मेदा राम ने शिक्षा के महत्व को समझते हुए समाज में जागरूकता फैलाने का बीड़ा उठाया।

राजनीतिक जीवन की शुरुआत
उम्मेदा राम बेनीवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) से की। बाड़मेर जिला परिषद के सदस्य बनने के बाद वे स्थानीय राजनीति में सक्रिय हो गए और जनता से सीधे संवाद स्थापित कर उनके मुद्दों को प्राथमिकता से उठाया। वर्ष 2018 और 2023 में उन्होंने बायतु विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा, मगर दोनों ही बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश चौधरी से हार का सामना करना पड़ा। इन हारों ने उन्हें हतोत्साहित नहीं किया बल्कि उन्होंने इन्हें अनुभव के रूप में स्वीकार किया और जनता से जुड़ने का प्रयास और तेज कर दिया। उनका जमीनी जुड़ाव और सेवा भाव उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाता चला गया।
कांग्रेस में नई पारी की शुरुआत
राजनीति में नए अवसरों की तलाश में उम्मेदा राम बेनीवाल ने 2024 में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से इस्तीफा दे दिया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में उम्मेदा राम ने निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र सिंह भाटी को हराया और पहली बार लोकसभा सांसद बने। यह जीत उनके राजनीतिक जीवन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही, जिसने उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में पहचान दिलाई।
चुनावी आंकड़े और जीत का अंतर

2024 के लोकसभा चुनाव में उम्मेदा राम बेनीवाल ने बाड़मेर लोकसभा सीट से 5 लाख 67 हजार से अधिक मत प्राप्त किए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रविन्द्र सिंह भाटी को 4 लाख 49 हजार के आसपास वोट मिले। इस प्रकार उन्होंने करीब 1 लाख 18 हजार से अधिक मतों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह जीत न केवल उनकी लोकप्रियता का प्रमाण थी बल्कि उनके संघर्ष और जनसेवा के प्रति जनता के विश्वास का परिणाम भी रही।
वर्तमान राजनीतिक पद
वर्तमान में उम्मेदा राम बेनीवाल 18वीं लोकसभा में बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सांसद के रूप में वे संसद में अपने क्षेत्र की समस्याओं को मजबूती से उठाते हैं। साथ ही बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा क्षेत्र के विकास कार्यों में भी सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। संसदीय समितियों में भी उनकी सक्रियता बनी हुई है और वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहे हैं।
सामाजिक सरोकार और जनसेवा
उम्मेदा राम बेनीवाल का राजनीतिक जीवन सिर्फ सत्ता की राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि वे सामाजिक सरोकारों से भी गहरे जुड़े रहे हैं। किसानों की समस्याओं को लेकर उन्होंने बार-बार पंचायतों, जिला परिषद और राजनीतिक मंचों पर आवाज उठाई। युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने, शिक्षा में सुधार लाने और बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने कई अभियान चलाए। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी उन्होंने जागरूकता फैलाने का काम किया। बाड़मेर और जैसलमेर क्षेत्र में पेयजल संकट, सिंचाई सुविधाओं और सड़क निर्माण जैसे बुनियादी मुद्दों पर वे हमेशा तत्पर रहते हैं और इनके समाधान के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
उपलब्धियां और पहचान

उम्मेदा राम बेनीवाल एक ऐसे नेता के रूप में पहचाने जाते हैं, जिन्होंने राजनीति में आने के बाद से ही जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत की है। उनका जमीनी जुड़ाव, समस्याओं को सुनने और हल करने की क्षमता तथा विकास कार्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाया। लोकसभा में अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही उन्होंने क्षेत्रीय विकास से जुड़े कई मुद्दों को उठाया और उनके समाधान की दिशा में गंभीर प्रयास किए। वे जनता के मुद्दों को संसद में रखने वाले एक साहसी और बेबाक नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। उम्मेदा राम बेनीवाल का सबसे बड़ा राजनीतिक गुण जनता से उनका सीधा संवाद है। वे हमेशा अपने क्षेत्र के लोगों से जुड़े रहते हैं और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुनते हैं। उनका राजनीतिक जीवन दिखावटी नहीं बल्कि धरातल से जुड़ा है। वे विकास कार्यों, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। उनकी सादगी और जनता से जुड़ाव ने उन्हें एक सच्चे जनप्रतिनिधि के रूप में स्थापित किया है।
उम्मेदा राम बेनीवाल का राजनीतिक जीवन संघर्ष, सेवा और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने गांव के साधारण परिवेश से निकलकर राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई और आज वे बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद हैं। भविष्य में भी उनकी कर्मठता दर्शाती है कि बाड़मेर और जैसलमेर क्षेत्र के विकास और समस्याओं के समाधान के लिए वे लगातार प्रयास करते रहेंगे। उम्मेदा राम बेनीवाल का अब तक का सफर यह साबित करता है कि राजनीति में जनसेवा ही असली सफलता की कुंजी है।