पंजाब पुलिस ने यूट्यूबर जसबीर सिंह को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि जसबीर का संपर्क यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से भी था। जसबीर पर आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठनों के संपर्क में था और भारत की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को भेज रहा था।
पंजाब पुलिस ने चार जून को रूपनगर के जसबीर सिंह को मोहाली से गिरफ्तार किया। जसबीर सिंह को उनके यूट्यूब चैनल “जान महल” की वजह से लाखों लोग जानते हैं। लेकिन पुलिस ने दावा किया कि यूट्यूबर जसबीर सिंह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था। पुलिस का कहना है कि वे आईएसआई ऑपरेटिव शाकिर उर्फ एहसान-उर-रहीम के संपर्क में थे और 2020, 2021, और 2024 में तीन बार पाकिस्तान भी गया। वहां उसने कराची और दिल्ली में पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और ज्योति मल्होत्रा और हसन अली से मिला।
आपको बता दें कि ज्योति मल्होत्रा को 18 मई को हरियाणा पुलिस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था। ज्योति को इस नेटवर्क की एक अहम कड़ी माना जा रहा है। पुलिस का कहना है कि जसबीर और ज्योति ने साथ मिलकर कई यूट्यूब वीडियो बनाए, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी साझा की गई थी। वीडियो में कौन-कौन सी जानकारियाँ साझा की गईं, इस पर अभी जांच चल रही है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जसबीर ने अपने चैनल के जरिए न केवल भारत में अपनी पहुंच बढ़ाई, बल्कि विदेशी संपर्कों के साथ ऐसी जानकारियाँ साझा की जिसकी वजह से पुलिस को जसबीर की गतिविधियों पर संदेह होना शुरु हुआ। जसबीर के फोन से कई पाकिस्तानी नंबर भी मिले हैं। पाकिस्तानी नंबरों को उसने अलग-अलग नामों से सेव किया था। इन नंबरों की अब फोरेंसिक जांच की जा रही है।
उसने अपने फोन से कई चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स डिलीट कर दिए थे, लेकिन पुलिस ने तकनीकी मदद से इस डेटा को रिकवर कर लिया।
जसबीर के वकील एडवोकेट माधव शुक्ला ने बताया कि उनके खिलाफ तीन मुख्य आरोप हैं: विदेशी फंडिंग, ISI से संबंध, और संवेदनशील डेटा रखना। हालांकि, वकील का कहना है कि पुलिस ने कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया है और जसबीर ने हमेशा एक जिम्मेदार नागरिक की तरह जांच में सहयोग किया है।
जासूसी के आरोप में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें दो महिलाएं और एक पाकिस्तानी अधिकारी भी शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि यह एक बड़ा जासूसी रैकेट हो सकता है, जिसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) के डीएसपी पवन शर्मा ने बताया कि जसबीर के चैनल के कंटेंट की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसने कोडेड मैसेज के जरिए कोई जानकारी साझा की थी। पुलिस अब इस नेटवर्क के बाकी संदिग्धों की तलाश में है। पंजाब और हरियाणा पुलिस ने इसे एक राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला बताया।