Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Lucknow News: चंद्रशेखर आजाद व बाल गंगाधर तिलक को जयंती पर दी श्रद्धांजलि, कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
    • Newstrack Big Exclusive: सस्पेंस खत्म, शिवराज सिंह चौहान होंगे अगले बीजेपी अध्यक्ष!
    • लखनऊ हाईकोर्ट से जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट को राहत, बंगला खाली कराने के आदेश पर लगाई रोक
    • बिहार चुनाव में वोटों का महाविस्फोट! 153 सीटों पर बदल जाएगा सत्ता का पासा; तेजस्वी-नीतीश में कौन होगा बाहर?
    • ट्रंप ने करवाया सीजफायर, PM चुप क्यों? राहुल गांधी का मोदी पर डायरेक्ट अटैक, बोले- खुद को देश भक्त कहने वाले भाग गए
    • “मैं सांसद हूं, गुलाम नहीं…” गिरधारी यादव का नीतीश पर फूटा गुस्सा! SIR को बताया ‘प्रवासियों के खिलाफ साजिश’
    • अपने ही खिलाफ BJP ने तैयार कर दी ‘बागियों की लॉबी’… सब्र का घड़ा फूटा तो सब बह जाएंगे! बहुत बड़ी ‘प्लानिंग प्लॉटिंग’
    • Rajasthan Famous Shiv Mandir: गाय के दूध से प्रकट हुआ 5,000 साल पुराना शिवलिंग, जानिए इनका रहस्य
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » ओडिशाः ट्रेन में नन के साथ बजरंग दल के लोगों ने बदसलूकी की, पुलिस ने हिरासत में रखा
    भारत

    ओडिशाः ट्रेन में नन के साथ बजरंग दल के लोगों ने बदसलूकी की, पुलिस ने हिरासत में रखा

    Janta YojanaBy Janta YojanaJune 3, 2025No Comments6 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    ओडिशा में एक ट्रेन में यात्रा कर रही नन रचना नायक को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा झूठे आरोपों के आधार पर परेशान किया गया, जिसके बाद उन्हें 18 घंटे तक पुलिस हिरासत का सामना करना पड़ा। यह घटना उस समय सामने आई जब नन रचना नायक अपने छह युवा साथियों—दो पुरुष और चार महिलाओं—के साथ दिल्ली से राउरकेला जा रही थीं। सभी जन्म से ईसाई थे और ट्रेनिंग कोर्स में एडमिशन के लिए ओडिशा जा रहे थे। मीडिया को इस घटना की जानकारी सोमवार को मिली।
    ईसाई अल्पसंख्यकों के साथ इस घटना के बाद कैथोलिक चर्च के अधिकारियों ने समुदाय की लड़कियों के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों को सलाह दी है कि वे अपने माता-पिता और गांव के प्रधानों की लिखित सहमति के साथ-साथ बपतिस्मा प्रमाणपत्र भी साथ लेकर चलें। जिससे यह साबित हो कि वे ईसाई हैं। यह घटना ओडिशा में भाजपा के सत्ता में आने के एक साल बाद हुई है। मिशनरी ग्राहम स्टेन्स और उनके दो छोटे बेटों के हत्यारों में से एक को अभी हाल में ही रिहा किया गया है। 1999 में बजरंग दल के नेता के नेतृत्व वाली भीड़ ने स्टेंस और उनके बच्चों को जिंदा जला दिया था।
    टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल में होली फैमिली कॉन्वेंट की नन रचना नायक और उनके साथियों को भुवनेश्वर से लगभग 20 किलोमीटर दूर खुर्दा जंक्शन पर 30 लोगों के एक समूह ने घेर लिया, धमकाया और जबरन ट्रेन से उतार दिया। इसके बाद उन लोगों को सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने हिरासत में लिया और तीन महिला मानवाधिकार वकीलों के हस्तक्षेप के बाद रविवार शाम को ही जाने दिया। महिला वकीलों में से एक सुजाता जेना ने द टेलीग्राफ को बताया, “वे शनिवार शाम को बरहामपुर से राज्य रानी एक्सप्रेस में सवार हुए थे। उनमें से एक युवक नन का छोटा भाई था।”
    सुजाता जेना ने बताया कि “वे लोग झारसुगुड़ा जा रहे थे, जहाँ से उनकी योजना छत्तीसगढ़ जाने की थी, जहाँ लड़कियों को विभिन्न कौशल और अंग्रेजी बोलने की ट्रेनिंग दी जानी थी।” जेना ने कहा कि चारों युवतियों का चयन करियर काउंसलिंग की कड़ी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया था, और वे सभी कैथोलिक थीं। उन्होंने कहा, “ट्रेन में उन्हें परेशान करते हुए नन पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया गया।” बता दें कि धर्म परिवर्तन, जब तक कि लालच, धोखाधड़ी या जबरन नहीं किया जाता है, अवैध नहीं है।
    उन्होंने कहा, “जांच के दौरान पता चला कि हिरासत में लिए गए सभी लोग 18 साल से अधिक उम्र के थे, सिवाय एक लड़की के, जो 17 साल की थी। सभी पढ़े लिखे हैं। तब उन सभी को पूरी सुरक्षा के साथ और बिना किसी आरोप के रिहा कर दिया गया है। पुलिस ने उनके साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया।” जेना ने कहा कि महिलाओं के माता-पिता पुलिस स्टेशन पहुंचे और उन्हें वापस अपने गांव ले गए, इस घटना के बाद वे उन्हें छत्तीसगढ़ जाने देने के लिए तैयार नहीं थे। 
    जीआरपी खुर्दा के प्रभारी निरीक्षक शंकर राव ने कहा: “नन और चारों लड़कियाँ एक-दूसरे को जानती हैं। वे सभी ईसाई हैं। नन बरहामपुर की रहने वाली है। वह न तो धर्म परिवर्तन में शामिल थी और न ही तस्करी में। नन ने (उत्पीड़कों के खिलाफ) कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई है।” सूत्रों ने बताया कि नन केरल में स्थापित एक स्थानीय मण्डली होली फैमिली ऑर्डर से संबंधित है।

    ग्राहम स्टेंस और उनके दो बच्चों को जिन्दा जलाने की घटना

    22-23 जनवरी 1999 की रात ओडिशा के क्योंझर जिले के मनोहरपुर गांव में एक भयावह घटना घटी। ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी ग्राहम स्टेंस और उनके दो नाबालिग बेटों, 10 वर्षीय फिलिप और 6 वर्षीय टिमोथी, को बजरंग दल के कार्यकर्ता दारा सिंह के नेतृत्व में एक भीड़ ने जिंदा जला दिया। स्टेंस और उनके बेटे एक जंगल शिविर में भाग लेने के बाद अपनी स्टेशन वैगन में सो रहे थे, जब लगभग 50 लोगों की भीड़ ने वाहन पर हमला कर उसे आग के हवाले कर दिया। स्टेंस, जो 1965 से मयूरभंज में कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रहे थे, पर कुछ हिंदू संगठनों द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया गया था, हालांकि वाधवा आयोग ने इन आरोपों को निराधार पाया। इस घटना ने देश और दुनिया में व्यापक आक्रोश पैदा किया, और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे “घृणित हमला” करार देते हुए दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग की थी।
    इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी दारा सिंह को जनवरी 2000 में गिरफ्तार किया गया और 2003 में भुवनेश्वर की एक सीबीआई अदालत ने उन्हें मृत्युदंड सुनाया, जबकि उनके सहयोगी महेंद्र हेम्बरम सहित अन्य को उम्रकैद की सजा दी गई। हालांकि, 2005 में ओडिशा हाई कोर्ट ने दारा सिंह की सजा को उम्रकैद में बदल दिया, और 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को बरकरार रखा, यह कहते हुए कि हत्या का मकसद स्टेंस को उनकी कथित धार्मिक गतिविधियों के लिए “सबक सिखाना” था। वाधवा आयोग ने बजरंग दल की संगठनात्मक संलिप्तता को खारिज किया, लेकिन राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने दारा सिंह के बजरंग दल से संबंधों पर सवाल उठाए, क्योंकि हमलावरों ने “जय बजरंग दल” के नारे लगाए थे। इस घटना ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और हिंदू राष्ट्रवादी संगठनों की भूमिका पर गंभीर बहस छेड़ दी।

    हिंदू संगठनों द्वारा सम्मान और विवाद

    हैरानी की बात है कि इस जघन्य अपराध के बाद दारा सिंह और उनके समर्थकों को कुछ हिंदू संगठनों द्वारा नायक के रूप में प्रस्तुत किया गया। दारा सिंह के समर्थन में “दारा सिंह परिजन सुरक्षा समिति” और “दारा सेना” जैसे संगठन बनाए गए, जो उन्हें हिंदू धर्म के रक्षक के रूप में प्रचारित करते थे। 2025 में महेंद्र हेम्बरम की “अच्छे व्यवहार” के आधार पर रिहाई के बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इसे “अच्छा दिन” बताते हुए स्वागत किया। इस तरह के कदमों ने धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने के आरोपों को और बल दिया। स्टेंस की विधवा ग्लैडिस ने हत्यारों को माफ कर दिया। इस घटना ने भारत में धार्मिक सहिष्णुता और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गहरे सवाल खड़े किए, जो आज भी प्रासंगिक बने हुए हैं। गुजरात में बिल्कीस बानो गैंगरेप केस भी इसी वजह से जाना जाता है। बिल्कीस बानो गैंगरेप केस के आरोपियों की सजा माफ कर दी गई। उनका सम्मान किया गया। 
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleराहुल गांधी अब पाकिस्तान समर्थक? कांग्रेस में बड़ा बवाल! सलमान खुर्शीद ने ‘RRR’ को धो डाला
    Next Article SC फ़ैसले से पहले वक़्फ़ संपत्तियों के पंजीकरण के लिए पोर्टल लॉन्च की तैयारी क्यों?
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    ट्रंप की तकरीर से NATO में दरार!

    June 25, 2025

    ईरान ने माना- उसके परमाणु ठिकानों को काफी नुकसान हुआ, आकलन हो रहा है

    June 25, 2025

    Satya Hindi News Bulletin। 25 जून, शाम तक की ख़बरें

    June 25, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    MECL में निकली भर्ती, उम्मीवार ऐसे करें आवेदन, जानें क्या है योग्यता

    June 13, 2025

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.