
Vidhansabha Monsoon Session 2025 (photo credit: social media)
Vidhansabha Monsoon Session 2025 (photo credit: social media)
Vidhansabha Monsoon Session 2025 : छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान आज 17 जुलाई यानी बृहस्पतिवार को डीएपी खाद की कमी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने प्रश्नकाल के दौरान राज्य में डीएपी खाद की भारी कमी का मुद्दा जोरशोर से खड़ा किया, जिससे सत्र में भयंकर तनाव का माहौल बन गया।
कृषि मंत्री ने खाद की जानकारी
कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने 3.10 लाख मीट्रिक टन डीएपी खाद का लक्ष्य रखा है, जिसमें से जून महीने तक करीब 1.72 लाख मीट्रिक टन की आपूर्ति हो चुकी है। मंत्री ने यह भी कहा कि इसमें से 60 प्रतिशत खाद सहकारी समितियों को और 40 प्रतिशत निजी व्यापारियों को वितरित किया गया है। साथ ही, डीएपी की कमी को देखते हुए नैनो डीएपी के वितरण की भी शुरुआत की गई है।
कांग्रेस विधायकों ने किया जमकर बवाल
हालांकि, मंत्री के इस जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ। इसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल, उमेश पटेल और देवेंद्र यादव समेत अन्य विधायकों ने सरकार पर डीएपी खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाया और सदन में जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। उस दौरान हालात इतने बिगड़ गए कि सभी कांग्रेस विधायक गर्भगृह में घुस गए और कृषि मंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए हंगामा करने लगे।
स्पीकर ने 23 कांग्रेस विधायकों को किया निलंबित
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमनसिंह ने बार-बार विपक्ष को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद स्पीकर ने सभी 30 कांग्रेस विधायकों को निलंबित कर सदन से बाहर जाने का आदेश दिया। लेकिन निलंबित विधायक बाहर जाने के बजाय सदन में ही धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी।
इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। स्पीकर ने विपक्ष के व्यवहार को ‘संसदीय मर्यादा के विपरीत’ बताते हुए निंदा की। बता दे, डीएपी खाद की आपूर्ति को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जारी यह टकराव आने वाले दिनों में और तीखा हो सकता है। किसानों की समस्याओं को लेकर विपक्ष का आक्रामक रुख सरकार के लिए चुनौती बनता जा रहा है।