
Jagdeep Dhankhar
Jagdeep Dhankhar
Jagdeep Dhankhar: आज देश के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन ने शपथ ली। यह समारोह बेहद खास रहा क्योंकि इसमें कई दिग्गज नेता और पूर्व राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति भी मौजूद रहे। सबसे ज्यादा ध्यान जगदीप धनखड़ पर गया, जो अचानक इस्तीफा देने के 53 दिन बाद और पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए। उनके इस्तीफे को लेकर काफी सवाल उठ रहे थे और उनकी गैरमौजूदगी ने कई तरह की अटकलों को जन्म दिया था। लेकिन शपथ समारोह में उनकी मौजूदगी ने उन सभी चर्चाओं पर विराम लगा दिया।
उपराष्ट्रपति पद के शपथ समारोह की खास बातें
शपथ ग्रहण समारोह में न सिर्फ मौजूदा वक्त के नेता बल्कि देश के राजनीतिक इतिहास से जुड़े बड़े चेहरे भी मौजूद रहे। जगदीप धनखड़ मेहमान के तौर पर शामिल हुए और उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी भी मंच पर दिखे। यह नजारा अपने आप में खास था क्योंकि लंबे समय से सार्वजनिक जीवन से दूर रहे धनखड़ को लोग एक बार फिर देख पाए।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और नितिन गडकरी समेत कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी जैसे नेता भी समारोह का हिस्सा बने। इसके अलावा समारोह में ओडिशा के सीएम मोहन माझी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, झारखंड के संतोष गंगवार और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया भी शामिल हुए।
सीपी राधाकृष्णन की जीत
सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव में 452 वोट मिले थे। उनके सामने विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी थे, जिन्हें 300 वोट ही मिल सके। उपराष्ट्रपति बनने से पहले राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। उनके पदभार छोड़ने के बाद अब महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को दिया गया है। राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर तमिलनाडु से गहराई से जुड़ा है। उन्हें वहां “तमिलनाडु का मोदी” भी कहा जाता है। उन्होंने कोयंबटूर से लोकसभा चुनाव दो बार जीता और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के रूप में भी पार्टी की कमान संभाली।