
Vice President Controversy
Vice President Controversy
Vice President Controversy: देश के उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने हर किसी को चौंका दिया है। अब नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की तैयारी भी शुरू हो गई है। निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा के महासचिव पी सी मोदी को उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया। निर्वाचन आयोग ने चुनाव के दौरान संयुक्त सचिव, राज्यसभा सचिवालय गरिमा जैन और राज्यसभा सचिवालय निदेशक विजय कुमार को भी सहायक निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया है।
अब देश को जल्द ही देश का नया उपराष्ट्रपति मिलेगा, लेकिन अभी तक धनखड़ के इस्तीफे की वजह हजम नहीं हो पा रही है। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला तो दिया है, लेकिन सियासी गलियारों में इसे लेकर चर्चाएं गर्म हैं।

धनखड़ के पास थे दो विकल्प?
सूत्रों के मुताबिक, सरकार और धनखड़ के बीच तनातनी पिछले कुछ समय से जारी थी। चर्चा है कि उन्होंने जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ विपक्ष के महाभियोग प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, जिससे सरकार नाराज हो गई थी। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने उन्हें आगाह किया था कि प्रधानमंत्री इस फैसले से खुश नहीं हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, धनखड़ को राज्यसभा सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के जरिए संदेश मिला था कि “या तो इस्तीफा दे दीजिए, या अगले दिन अविश्वास प्रस्ताव का सामना करें।” अब ऐसी स्थिति में धनखड़ ने राष्ट्रपति भवन जाकर सीधे अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिससे नए विवाद ने जन्म ले लिया। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इसे लेकर अभी कुछ नहीं कहा गया है।
क्या विपक्ष से मिले थे धनखड़?
धनखड़ पर यह भी आरोप लगे कि वे हाल ही में विपक्षी नेताओं जैसे अरविंद केजरीवाल और मल्लिकार्जुन खरगे से मिले। उन्होंने आखिरी दिन कांग्रेस नेता को पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर बोलने की अनुमति दी, जबकि सरकार इस पर सहमत नहीं थी। इससे सत्ताधारी दल और नाराज हो गया। इन सब चीजों से यह बात तो साफ है कि धनखड़ का जाना एक साधारण इस्तीफा नहीं है।