
Gujarat Politics: दीवाली से ठीक पहले गुजरात की सियासत में एक ऐसा उलटफेर हुआ है जिसने हर किसी को चौंका दिया है। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को छोड़कर सभी 16 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के घर पर आज 16 अक्टूबर गुरुवार को हुई अहम मीटिंग के बाद इस्तीफा दिया।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस बैठक में नए चेहरे और मंत्रिमंडल के गठन को लेकर अहम चर्चा हुई। अब सबकी नजरें शुक्रवार, 17 अक्टूबर की सुबह 11:30 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर पर टिकी हैं, जहां नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
अमित शाह और नड्डा रहेंगे मौजूद, भाजपा का ‘बड़ा खेल’?
इस पूरे कार्यक्रम में भाजपा के दो दिग्गज नेता गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा खुद मौजूद रहेंगे। यह साफ संकेत है कि इस फेरबदल को दिल्ली से सीधा ‘ग्रीन सिग्नल’ मिला है। माना जा रहा है कि भाजपा इस कदम के जरिए 2025 के स्थानीय निकाय चुनावों से पहले राज्य में नई ऊर्जा और नए चेहरे लाना चाहती है।
युवा नेताओं को मिलेगा मौका
सूत्र बताते हैं कि इस बार मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों की जगह युवा और नए नेताओं को जगह दी जा सकती है। पार्टी का फोकस अब जमीनी नेताओं और संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं पर है, जो जनता से सीधा संपर्क रखते हैं। यह बदलाव सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर आया है, जो भाजपा के लिए एक नई रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
गुजरात में सियासी माहौल गरम
गुजरात में अचानक हुए इस बड़े बदलाव ने राजनीतिक माहौल को पूरी तरह गरमा दिया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भूपेंद्र पटेल की नई टीम में कौन-कौन शामिल होंगे और किसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। दीवाली से पहले आई यह ‘राजनीतिक आतिशबाजी’ आने वाले महीनों में राज्य की राजनीति की दिशा तय कर सकती है।