भारत ने पीओके और अन्य जगहों पर जिस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया है, उसमें जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सरगना मसूद अज़हर के परिवार के 10 सदस्यों और 4 करीबी सहयोगियों के मारे जाने की खबर है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। बीबीसी और ब्लूमबर्ग ने यह खबर दी है। जिसमें ऐसा दावा खुद मसूद अज़हर ने किया है। मसूद अज़हर वही मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है, जिसे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय एक फ्लाइट का अपहरण कर आतंकियों ने भारत की कैद से छुड़ाया था। भारत ने इस आतंकी को कंधार (अफगानिस्तान) में आतंकियों के हवाले किया था।
बीबीसी के मुताबिक बहावलपुर में मसूद अजहर से जुड़े एक मदरसे पर सटीक मिसाइल हमला किया गया, जो जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख केंद्र माना जाता है। इस हमले में मसूद अज़हर की बड़ी बहन और अन्य परिवार के सदस्यों सहित उनके करीबी सहयोगियों के मारे जाने की खबर है। हालांकि, मसूद अजहर की स्थिति के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है।
बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने मंगलवार-बुधवार रात 1.05 बजे पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जैश, लश्कर-ए-तैबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ आतंकी शिविरों पर हमला किया। इसी हमले में मसूद अज़हर का मदरसा भी निशाना बना। बीबीसी उर्दू ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख के बयान का हवाला देते हुए बताया कि मारे गए लोगों में अजहर की बड़ी बहन और उसका पति, उसका भतीजा और उसकी पत्नी, एक और भतीजी और उसके परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि अज़हर का एक करीबी सहयोगी और उसकी मां तथा दो अन्य करीबी सहयोगी भी भारतीय हमलों में मारे गए।
बहावलपुर पाकिस्तान का 12वां सबसे बड़ा शहर है और लाहौर से 400 किलोमीटर दूर स्थित है। वहां के वीडियो से पता चलता है कि मस्जिद वाला सुभान अल्लाह कैंप मलबे में तब्दील हो गया है। सुभान अल्लाह कैंप के अंदर मस्जिद के अवशेष बड़े-बड़े गड्ढे और हर जगह मलबा है। 18 एकड़ में फैले इस कैंप को उस्मान-ओ-अली कैंपस के नाम से भी जाना जाता है, जो जैश-ए-मोहम्मद की भर्ती, धन उगाहने और कट्टरपंथियों को भड़काने का केंद्र है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है। उन्होंने कहा, “भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए यह कार्रवाई की है, जो पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए थी।” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों से बात की और ऑपरेशन की सफलता पर संतोष जताया।
मसूद अजहर, जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी, भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है। इनमें 2001 का संसद हमला, 2016 का पठानकोट हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। बहावलपुर में जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह परिसर, जिसे उस्मान-ओ-अली कैंपस के नाम से भी जाना जाता है, जैश का प्रमुख भर्ती और प्रशिक्षण केंद्र है। माना जाता है कि मसूद अजहर बहावलपुर में ही रहता है और पाकिस्तानी सेना की सुरक्षा में है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस हमले को “युद्ध की कार्रवाई” करार देते हुए इसे “निंदनीय” बताया और कहा कि पाकिस्तान के पास इसका “माकूल जवाब” देने का अधिकार है। पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि हमले में 26 नागरिक मारे गए और 46 अन्य घायल हुए। दूसरी ओर, भारत ने स्पष्ट किया कि केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया और कोई सैन्य सुविधा प्रभावित नहीं हुई।
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और दोनों देशों के नेतृत्व के साथ शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह तनाव जल्द समाप्त होगा।