अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क के बीच का तनाव अब खुलकर सामने आ गया है। एक समय में करीबी दोस्त रहे ये दोनों दिग्गज अब सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी और धमकियों में उलझ गए हैं। इस विवाद ने न केवल अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियाँ बटोर रहा है। इस झगड़े की शुरुआत ट्रंप की ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ नामक नीति को लेकर हुई, लेकिन अब यह जेफ्री एप्सटीन फाइल्स और स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को बंद करने की धमकी तक पहुँच गया है।
यह सारा विवाद तब शुरू हुआ जब एलन मस्क ने ट्रंप की नई नीति ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ की आलोचना की। यह बिल टैक्स कटौती को बढ़ाने और अन्य संघीय कार्यक्रमों के लिए धनराशि बढ़ाने से जुड़ा है। मस्क ने ट्रंप की इस नीति को घृणित और अमेरिकी करदाताओं के लिए ख़राब बताया। मस्क की इस आलोचना से नाराज़ होकर ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर मस्क को ‘पागल’ तक कह दिया और टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी उनकी कंपनियों के साथ सरकारी अनुबंध ख़त्म करने की धमकी दी। ट्रंप ने लिखा, ‘मैंने एलन की बहुत मदद की है, लेकिन अब वह मेरे ख़िलाफ़ हो गए हैं। सरकारी अनुबंध ख़त्म करके अरबों डॉलर बचाए जा सकते हैं।’
स्पेसएक्स की धमकी
मस्क ने ट्रंप की धमकी का जवाब देते हुए एक और बड़ा क़दम उठाया। उन्होंने एक्स पर घोषणा की कि ट्रंप की सरकारी अनुबंध ख़त्म करने की धमकी के जवाब में उनकी कंपनी स्पेसएक्स अपने ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को तुरंत बंद करना शुरू कर देगी। यह अंतरिक्ष यान नासा के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन यानी आईएसएस तक एस्ट्रोनॉट और सामान ले जाता है। अगर स्पेसएक्स वाकई इसे बंद कर देता है, तो इससे नासा और अमेरिकी अंतरिक्ष कार्यक्रम को बड़ा झटका लग सकता है, क्योंकि स्पेसएक्स के पास नासा के साथ अरबों डॉलर के अनुबंध हैं। हालांकि, बाद में मस्क ने इस धमकी को कुछ हद तक वापस ले लिया, लेकिन इस बयान ने दोनों पक्षों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया।
एप्सटीन फाइल्स का ‘बम’
ट्रंप की इस धमकी का जवाब देते हुए मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बड़ा दावा किया। उन्होंने लिखा, ‘समय आ गया है बड़ा बम फोड़ने का: डोनाल्ड ट्रंप का नाम जेफ्री एप्सटीन फाइल्स में है। यही कारण है कि इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया।’
जेफ्री एप्सटीन फाइल्स क्या हैं?
जेफ्री एप्सटीन फाइल्स एक ऐसे दस्तावेज़ और सबूत हैं, जो अमेरिकी फाइनेंसर और दोषी यौन अपराधी जेफ्री एप्सटीन से जुड़े हैं। एप्सटीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के गंभीर आरोप थे, और उन्होंने 2019 में जेल में आत्महत्या कर ली थी। ये फाइल्स उनके अपराधों, उनके प्रभावशाली लोगों के नेटवर्क और उनकी गतिविधियों से संबंधित जानकारी को उजागर करती हैं।
एप्सटीन फाइल्स में कोर्ट के दस्तावेज़, गवाहों के बयान, जमा किए गए सबूत, कानूनी दलीलें, एप्सटीन के निजी जेट के यात्रा रिकॉर्ड, प्रभावशाली लोगों का जिक्र शामिल हैं। इनमें बिल क्लिंटन, प्रिंस एंड्रयू, और डोनाल्ड ट्रंप जैसे नाम सामने आए हैं, लेकिन इनका जिक्र होना अपराध का सबूत नहीं है। इसमें पत्र, ईमेल, और संभावित रूप से ऑडियो या वीडियो रिकॉर्डिंग शामिल हो सकते हैं।
2025 में अमेरिकी न्याय विभाग ने ‘फेज 1’ के तहत कुछ दस्तावेज़ जारी किए, जिनमें फ्लाइट लॉग शामिल थे। इनमें ट्रंप का नाम सात बार आया, जो 1990 के दशक में एप्सटीन के निजी जेट में सवार थे। हालांकि, इन दस्तावेज़ों में ट्रंप पर कोई आपराधिक आरोप नहीं लगाया गया है। फिर भी, मस्क का दावा है कि अभी भी कुछ गोपनीय फाइल्स हैं, जिन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया है, और इनमें ट्रंप का नाम है। यह दावा बिना सबूत के होने के कारण विवाद का विषय बना हुआ है।
ट्रंप और एप्सटीन 1980 और 1990 के दशक में सामाजिक रूप से जुड़े थे। दोनों को 1997 में मार-ए-लागो में एक पार्टी में एक साथ देखा गया था। 2002 में ट्रंप ने एक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में एप्सटीन को ‘शानदार व्यक्ति’ कहा था, लेकिन बाद में उन्होंने दावा किया कि एक रियल एस्टेट विवाद के कारण उनकी दोस्ती खत्म हो गई।
विवाद का असर
इस झगड़े का असर न केवल राजनीतिक बल्कि आर्थिक रूप से भी देखा गया। मस्क की कंपनी टेस्ला के शेयरों में 14% की गिरावट आई, जिससे कंपनी का मूल्य 1 ट्रिलियन डॉलर से नीचे चला गया। इसके अलावा, मस्क ने ट्रंप पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उनकी मदद न होती तो ट्रंप 2024 का चुनाव हार जाते और डेमोक्रेट्स कांग्रेस में कब्जा कर लेते। दूसरी ओर, व्हाइट हाउस ने मस्क के दावों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि मस्क केवल इसलिए नाराज हैं क्योंकि उनकी पसंद की नीतियां बिल में शामिल नहीं की गईं।
क्या कह रहे हैं लोग?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस विवाद ने तूफान मचा दिया है। कुछ यूजर मस्क के दावों का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसे बेबुनियाद बता रहे हैं। कई लोगों ने इसे ट्रंप और मस्क के बीच ‘सार्वजनिक तमाशा’ क़रार दिया। इस बीच, दो डेमोक्रेट सांसदों ने अटॉर्नी जनरल पामेला बॉन्डी और एफबीआई निदेशक से एप्सटीन फाइल्स को जल्दी जारी करने की मांग की है, ताकि यह पता चल सके कि क्या ट्रंप ने इन फाइल्स को छिपाने की कोशिश की।
यह विवाद अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। मस्क के दावों ने एप्सटीन फाइल्स को फिर से चर्चा में ला दिया है। लोग यह जानना चाहते हैं कि क्या वाकई कोई ऐसी गोपनीय फाइल्स हैं, जिनमें बड़े नाम शामिल हैं। दूसरी ओर, ट्रंप के समर्थक इसे मस्क की ओर से बदनाम करने की साजिश बता रहे हैं। इस बीच, स्पेसएक्स और नासा के रिश्तों पर भी सवाल उठ रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह झगड़ा अब क्या नया मोड़ लेता है।