Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • CM योगी और अमित शाह के बीच बड़ी गपशप! यूपी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम से लेकर इन मुद्दों पर चर्चा तेज
    • बीजेपी- मोदी सरकार के 11 साल बेमिसाल; कांग्रेस बोली- जुमला सरकार
    • मस्क के ‘एप्सटीन फ़ाइल्स बम’ से क्यों घबराये ट्रंप?
    • सुलझ गई हनीमून हत्या की गुत्थी !
    • शुभांशु शुक्ला की उड़ान पर क्यों है भारत के लोगों की नज़र
    • अखिलेश यादव ने BJP से मांगा 20 साल का हिसाब किताब, बोले- ‘दिल्ली और लखनऊ के बीच तालमेल नहीं दिखाई देता’
    • अखिलेश का योगी आदित्यनाथ पर सीधा हमला- जमीन पर उतरकर किसानों से बात करें
    • 2034 से पहले नहीं हो सकते हैं एक साथ चुनाव: ‘एक देश एक चुनाव’ पैनल प्रमुख
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » तेजस्वी ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का साथ?
    भारत

    तेजस्वी ने क्यों छोड़ा कांग्रेस का साथ?

    By January 11, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (जे डी यू ) के आला कमान तेजस्वी यादव ने कांग्रेस पार्टी को नया झटका दिया है। तेजस्वी ने यह कह कर सबको चौका दिया कि आई एन डी आई ए गठबंधन सिर्फ  2024 के लोक सभा चुनावों के लिए था। उनके इस बयान को ये संकेत माना गया कि इस साल के आखिर में होने वाले राज्य विधान सभा के चुनावों में कांग्रेस पार्टी के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन नहीं होगा।तो क्या ये मान लिया जाए कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, दिल्ली में आम आदमी पार्टी और बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की तरह बिहार में आर जे  डी ने अलग रास्ता पकड़ने का फैसला कर लिया है।

    क्या तेजस्वी के इस फैसले को पार्टी सुप्रीमो लालू यादव मान लेंगे। बिहार की राजनीति को करीब से जानने वाले लोगों का कहना है कि राज्य की राजनीतिक परिस्थिति उत्तर प्रदेश, बंगाल और दिल्ली से अलग है, इसलिए कांग्रेस से गठबंधन टूटने का नुकसान आर जे डी को भी हो सकता है। आर जे डी सिर्फ वामपंथी पार्टियों के सहारे बी  जे पी और जे डी यू जैसी मजबूत पार्टियों के एन डी ए गठबंधन का मुकाबला नहीं कर सकती है। यही कारण है कि लालू यादव ने नए  साल में जे डी यू और नीतीश कुमार के लिए अपने गठबंधन का दरवाजा खोलने की घोषणा कर दी। तेजस्वी ने लालू के इस बयान को भी गंभीरता से नहीं लिया। 

    जातीय समीकरण

    आर जे डी का राजनीतिक प्रभाव पूरे बिहार पर है। लेकिन यह भी सच है कि उसे मुख्य तौर पर यादव और मुसलमानों की पार्टी माना जाता है। सिर्फ़ इन दोनों जातियों के बूते पर विधान सभा में बहुमत मिलना असंभव है। 2005 से पहले लालू के साथ अन्य पिछड़ी जातियों के लोग भी जुड़े थे, इसलिए क़रीब 15 वर्षों तक लालू सत्ता में बने रहे। नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों और अति दलितों को अलग करके लालू की राजनीतिक शक्ति को कमजोर कर दिया। सवर्ण मुख्य रूप से पहले कांग्रेस के साथ थे, और बाद में बी जे पी के साथ चले गए। 

    अभी भी सवर्णों का एक वर्ग कांग्रेस के साथ है। जिन सीमित इलाकों में आर एल जे पी और रामबिलास पासवान का दबदबा था, और अब उनके बेटे चिराग पासवान का है उन इलाकों को छोड़ दें तो बाकी हिस्सों में दलितों पर कांग्रेस का प्रभाव अभी भी है। तेजस्वी अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन को तोड़ते हैं तो उन्हें सवर्णों और दलितों का बचा खुचा समर्थन मिलना मुश्किल हो जाएगा।लालू इस बात को अच्छी तरह समझते हैं, इसलिए नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खोलने की बात करते हैं और युवा जोश में तेजस्वी उनकी इस बात को टाल जाते हैं।

    टिकट में हिस्सेदारी

    राजनीतिक जानकारों का कहना है कि गठबंधन को लेकर बयानबाजी असल में टिकट बंटवारे की पेशबंदी से ज़्यादा कुछ नहीं है। 2020 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं। उनमें से कांग्रेस सिर्फ 19 सीटें जीत पायी थी। तेजस्वी इस बार कांग्रेस को कम सीटें देना चाहते हैं। जबकि कांग्रेस ज़्यादा सीटों का दावा कर रही है। अखिलेश यादव की तरह तेजस्वी भी दबाव की राजनीति कर रहे हैं, पर एक बड़ा ख़तरा बिहार में उनके गठबंधन के लिए राजनीतिक माहौल खराब होने का है।

    तेजस्वी को चुनावी रणनीति बनाने की कला बी जे पी से सीखना चाहिए। बी जे पी जानती है कि बिहार में अकेले चलना मुश्किल है,इसलिए वो हर हाल में नीतीश कुमार और चिराग पासवान के साथ साथ जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा जैसे नेताओं को भी साथ बनाये रखती है। 2024 के लोक सभा चुनावों में गठबंधन बनाये रखने के लिए अपनी 2019 में एक जीती हुई सीट भी बी जे पी ने क़ुर्बान कर दी थी। तेजस्वी इन दिनों जोड़ने की जगह तोड़ने की की दिशा में कदम बढ़ाते दिख रहे हैं।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleDelhi Election 2024 : दिल्ली में ‘बीजेपी के सीएम चेहरे रमेश बिधूड़ी’ होंगे, पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने किया दावा
    Next Article Indian Folk-Dance History: क्या होता है लोक नृत्य, जानें भारतीय लोक-नृत्य का इतिहास और उत्पत्ति के बारे में

    Related Posts

    बीजेपी- मोदी सरकार के 11 साल बेमिसाल; कांग्रेस बोली- जुमला सरकार

    June 9, 2025

    मस्क के ‘एप्सटीन फ़ाइल्स बम’ से क्यों घबराये ट्रंप?

    June 9, 2025

    सुलझ गई हनीमून हत्या की गुत्थी !

    June 9, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.