मतगणना के रुझानों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा की जीत का संकेत दिया है। अगला बड़ा सवाल जो सामने है वह अगले मुख्यमंत्री का है।
जय श्री राम 🙏
— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) February 8, 2025
चंद नाम जो सामने आ रहे हैं उनमें प्रवेश वर्मा, सांसद बांसुरी स्वराज और रमेश बिधूड़ी के नाम हैं। इस रिपोर्ट को लिखे जाने के समय प्रवेश वर्मा चुनाव जीत चुके हैं।
नई दिल्ली सीट पर केजरीवाल को हराने के बाद प्रवेश वर्मा ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी कर ली है। प्रवेश वर्मा बीजेपी के प्रमुख जाट नेताओं में माने जाते हैं। उनके पिता साहिब सिंह वर्मा भी दिल्ली के सीएम रह चुके हैं। इस आधार पर प्रवेश वर्मा का दावा मजबूत लग रहा है।
हालांकि प्रवेश वर्मा अपने विवादित बयानों के लिए भी जाने जाते हैं। कुछ मामले अदालत तक भी पहुंचे और अदालत ने टिप्पणियां भी कीं। इस चुनाव के दौरान भी उन पर कई आरोप लगे।
भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी हालांकि कालकाजी सीट से हार गये हैं। लेकिन दिल्ली में पार्टी के शीर्ष पद की दौड़ में शामिल नेताओं में से उन्हें एक माना जाता है। अगर पार्टी ने उन्हें सीएम बनाना चाहा तो दिल्ली की किसी सीट को खाली करवाकर उन्हें उपचुनाव लड़वाया जा सकता है। उन्होंने शनिवार को इस बात पर जोर दिया कि वह व्यक्तिगत लाभ या मुख्यमंत्री बनने के लिए खेल में नहीं हैं, बल्कि वास्तव में लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
रमेश बिधूड़ी का दावा है कि पिछले एक दशक में AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को तबाह कर दिया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 साल बाद दिल्ली में सत्ता में लौटने की ओर अग्रसर है, क्योंकि भारत के चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि बीजेपी ने सुबह से ही निर्णायक बढ़त बना ली थी। हालांकि आप अभी भी तगड़ी टक्कर दे रही है। इस चुनाव में सबसे बुरा हाल कांग्रेस का हुआ है। जिसे एक भी सीट मिलने की उम्मीद फिलहाल नहीं लग रही है।
नतीजों के बारे में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा से जब पूछा गया तो उनका जवाब था कि उन्होंने नतीजे अभी देखे नहीं है। वोटों की गिनती के दौरान ही नई दिल्ली सीट से संदीप दीक्षित ने हार स्वीकार कर ली। दीक्षित को 3100 वोट मिले।