Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Satya Hindi News Bulletin । 02 मई, दिनभर की ख़बरें
    • Satya Hindi News Bulletin । 02 मई, 8 बजे की ख़बरें
    • फूलों की घाटी फिर से महकी: उत्तराखंड का यह अनमोल रत्न 2025 के पर्यटन सीजन के लिए खुला
    • क्या देशभक्त होना इतना बड़ा गुनाह …. सलमान खुर्शीद ने कांग्रेस से इशारों में पूछे सवाले, देश में हो रहे बवाल पर जताया दुख
    • इस महाभारत का शांतिपर्व कहाँ है?
    • Satya Hindi News Bulletin। 2 जून, दोपहर तक की ख़बरें
    • सावरकर-गोडसे परिवार के संबंधों को रिकॉर्ड में लाने की राहुल की मांग क्यों ठुकराई?
    • रूस का पर्ल हार्बर! यूक्रेन के ऑपरेशन स्पाइडर वेब ने मचाया कहर
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » दिल्ली दंगाः पुलिस ने क्यों कहा- कपिल मिश्रा को ‘फंसाया’ जा रहा है, क्या सबूत नहीं?
    भारत

    दिल्ली दंगाः पुलिस ने क्यों कहा- कपिल मिश्रा को ‘फंसाया’ जा रहा है, क्या सबूत नहीं?

    By March 6, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    दिल्ली पुलिस ने मंत्री कपिल मिश्रा के खिलाफ 2020 के दिल्ली दंगों में उनकी कथित भूमिका को लेकर एफआईआर दर्ज करने की याचिका का विरोध किया।अपने लिखित बयान में सरकारी पक्ष ने कहा कि मिश्रा को इस मामले में “फंसाया” जा रहा है क्योंकि उनकी उत्तर-पूर्व दिल्ली दंगों में कोई भूमिका नहीं थी।

    दिल्ली पुलिस ने बुधवार को निचली अदालत में सुनवाई के दौरान ये बयान दिया। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने सरकारी पक्ष के बयान को ध्यान में रखते हुए यह नोट किया कि “मिश्रा पर दोष मढ़ने की योजना” बनाई गई थी और आदेश को 24 मार्च के लिए सुरक्षित रखा। विशेष लोक अभियोजक अमित प्रसाद ने तब कहा कि दंगों के पीछे बड़े साजिश के तहत मिश्रा की भूमिका की पहले ही जांच की जा चुकी है।

    प्रसाद ने कहा, “डीपीएसजी (दिल्ली प्रोटेस्ट सपोर्ट ग्रुप) की चैट से पता चलता है कि चक्का जाम की योजना पहले से बनाई गई थी, जो 15 और 17 फरवरी 2020 को शुरू हुई। पुलिस जांच से पता चला कि मिश्रा पर दोष मढ़ने की योजना बनाई गई थी।” 

     - Satya Hindi

    दिल्ली दंगे का एक वीडियो और फोटो ऐसा भी आया था। जिनमें से बाद में एक युवक की मौत हो गई।

    यमुना विहार निवासी मोहम्मद इलियास ने मिश्रा, तत्कालीन दयालपुर के एसएचओ, बीजेपी विधायक मोहन सिंह बिष्ट और पूर्व बीजेपी विधायक जगदीश प्रधान और सतपाल सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी।

    कपिल मिश्रा ने दिल्ली दंगे के एक साल बाद फरवरी 2021 में कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में मिश्रा ने कहा था, “पिछले साल 23 फ़रवरी को जो किया, ज़रूरत पड़ी तो दोबारा करूंगा।” बाद में दिल्ली दंगों की जांच को लेकर पूर्व आईपीएस अफ़सर जूलियो रिबेरो ने दिल्ली पुलिस पर कई सवाल खड़े किए थे। रिबेरो ने दिल्ली पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव को ख़त लिखकर कहा था कि उन्होंने ‘बीजेपी के तीन बड़े नेताओं को लाइसेंस’ दिए जाने की बात का जवाब नहीं दिया है। रिबेरो ने पूछा था कि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा से दिल्ली दंगों को लेकर पूछताछ क्यों नहीं की जा रही है।

    “I’m proud of what I did on the 23rd of Feb, and if it happens like that again, I will do that again.”

    In an exclusive interview, Kapil Mishra says that Hindutva activists played no role in the Delhi Riots & defends the ‘goli maaron salon ko’ slogan. https://t.co/OY8zUwPiS5 pic.twitter.com/3rLHlK4E5P

    — The Wire (@thewire_in) February 23, 2021

    रिबेरो ने लिखा था, ‘दिल्ली पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है, लेकिन वह जानबूझकर नफ़रत फैलाने वाले भाषण देने वालों के ख़िलाफ़ संज्ञेय अपराध दर्ज करने में विफल रही, जिससे पूर्वोत्तर दिल्ली में दंगे भड़क गए।’ रिबेरो को पद्म भूषण अवार्ड भी मिल चुका है और वह रोमानिया में भारत के राजदूत रहे हैं। 

    उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर और जाफ़राबाद समेत कुछ और इलाक़ों में सांप्रदायिक दंगों में 53 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। बीबीसी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि 53 मारे गये लोगों में 40 मुस्लिम थे और 13 हिन्दू थे। मुस्लिमों के तमाम जले हुए घर आज भी बंद हैं। कुछ घरों में लोग लौटकर ही नहीं आये।

    दिल्ली दंगों के दौरान और बाद में कपिल मिश्रा के तमाम वीडियो बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इस वीडियो को बहुत पुख्ता सबूत बताया गया था। 23 फरवरी 2020 को नागरिकता विरोधी कानून (सीएए) के खिलाफ तमाम महिलाएं और पुरुष जाफराबाद में शांतिपूर्वक धरने पर बैठे थे। उसी दौरान कपिल मिश्रा ने लोगों को जमा किया और सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ रैली निकाली। उस दौरान का एक वीडियो सामने आया था। उस वीडियो में दिख रहा था कि एक पुलिस अफ़सर के बगल में खड़े कपिल मिश्रा ने वहाँ पर धमकी दी। उस वीडियो में वह पुलिस अफ़सर को संबोधित करते हुए कहते हैं, ‘…आप सबके (समर्थक) बिहाफ़ पर यह बात कह रहा हूँ, ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं लेकिन उसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे यदि रास्ते खाली नहीं हुए तो… ठीक है’ 

    “We will be quiet till Trump departs, after that, we won’t even listen to Delhi Police.”

    This open threat by Kapil Mishra, made in front of a Delhi Police officer, fueled the ongoing violence in Delhi.

    But since he is a BJP leader and a sitting MLA, Delhi Police conveniently… https://t.co/TL4h8ovxW0 pic.twitter.com/2PJFVkXGX7

    — Dr. Shama Mohamed (@drshamamohd) March 5, 2025

    ‘द इंडियन एक्सप्रेस‘ की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस एस मुरलीधर और जस्टिस तलवंत सिंह की बेंच ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता से कहा था कि वह पुलिस कमिश्नर को सलाह दें कि बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर, प्रवेश सिंह वर्मा और कपिल मिश्रा के कथित नफ़रत वाले बयान पर एफ़आईआर दर्ज की जाए। हालाँकि, इस मामले में कार्रवाई आगे होने से पहले ही जज को रातोरात बदल दिया गया था। फिर वह मामला बाद में ख़त्म हो गया था। उन पर कोई केस नहीं हुआ था।

    दंगे 23 फ़रवरी 2020 को शुरू हुए थे और 25 फ़रवरी तक तीन दिनों तक चले थे। पूर्वोत्तर दिल्ली की गलियों में लोगों ने लाठी-डंडों और हथियारों से लैस होकर वाहनों और दुकानों में आग लगा दी थी। कई मस्जिदों सहित निजी संपत्तियों में जबरदस्त तोड़फोड़ की गई थी। सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र जाफराबाद, वेलकम, सीलमपुर, भजनपुरा, ज्योति नगर, करावल नगर, खजुरी खास, गोकलपुरी, दयालपुर और न्यू उस्मानपुर थे। दिल्ली पुलिस ने इन दंगों में पूर्व छात्र नेता उमर खालिद, शारजील इमाम, खालिद सैफी समेत अनगिनत लोगों पर यूएपीए में केस दर्ज किये। ये लोग पांच साल से जेल में बंद हैं। अदालत से इन्हें जमानत नहीं मिल रही है।

    (रिपोर्ट और संपादनः यूसुफ किरमानी)

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleSLPRB Assam SI Result : एसएलपीआरबी असम ने सब इंस्पेक्टर 2025 का परिणाम किया घोषित, ऐसे करें चेक
    Next Article देहरादून में 11 मदरसों सीलिंग क्यों; क्या कार्रवाई अवैध है?

    Related Posts

    Satya Hindi News Bulletin । 02 मई, दिनभर की ख़बरें

    June 2, 2025

    Satya Hindi News Bulletin । 02 मई, 8 बजे की ख़बरें

    June 2, 2025

    इस महाभारत का शांतिपर्व कहाँ है?

    June 2, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.