नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़ी चार्जशीट कोर्ट में पेश की गई है। इसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता विपक्ष राहुल गांधी को आरोपी बनाया गया है। ईडी का कहना है कि इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की गई। लेकिन ईडी ने अदालत में जो तथ्य पेश किए, उससे कई सवाल उठ खड़े हुए हैं कि क्या बिना छिपाए किसी संस्थान को दिया गया डोनेशन मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आएगा। क्योंकि सारे पैसे भारतीय बैंकिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए दिए गए, जिसका नियंत्रण सरकार के पास है।
ईडी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को राहुल गांधी और सोनिया गांधी द्वारा नियंत्रित कंपनी यंग इंडियन लिमिटेड को भारी राशि दान करने के निर्देश दिए गए थे। यह कंपनी नेशनल हेराल्ड मामले से जुड़ी है। ईडी का दावा है कि कई राज्यों के वरिष्ठ नेताओं ने इस कंपनी को लाखों रुपये का डोनेशन दिया। लेकिन ईडी के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि क्या ये डोनेशन काला धन है। अगर काला धन है तो ईडी क्यों नहीं कहती और सबूत देती। क्योंकि सारे डोनेशन बैंक के जरिए दिए गए हैं। आगे बात करेंगे कि ईडी ने जो नाम अदालत को बताए हैं, किन लोगों ने कितने पैसे डोनेशन दिया है।
ईडी के अनुसार, इस लेनदेन का एक बड़ा हिस्सा तेलंगाना से जुड़ा है। तत्कालीन विधायक और वर्तमान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के कथित निर्देशों पर, चार कांग्रेस नेताओं ने 2022 में यंग इंडियन को 80 लाख रुपये से अधिक का दान दिया। इनमें गली अनिल कुमार, जो 2019 के लोकसभा चुनाव लड़े थे, ने जून 2022 में 20 लाख रुपये का डोनेशन दिया। पूर्व विधायक अली शब्बीर ने भी 20 लाख रुपये का डोनेशन दिया, जबकि तत्कालीन तेलंगाना कांग्रेस कोषाध्यक्ष पी. सुदर्शन ने 15 लाख रुपये का डोनेशन दिया। सबसे बड़ी राशि, 25 लाख रुपये, तत्कालीन तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने दी। ये सभी दान एक महीने के भीतर किए गए। लेकिन सवाल यही है कि क्या ये डोनेशन ब्लैक मनी है। ये सभी डोनेशन ऑनरिकॉर्ड दिए गए।
ईडी की जांच में कर्नाटक और पंजाब में भी इसी तरह के डोनेशन के पैटर्न सामने आए हैं। चंडीगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कथित तौर पर कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और उनके भाई, सांसद डीके सुरेश को अप्रैल 2022 में 25-25 लाख रुपये दान देने का निर्देश दिया। उसी महीने, शिवकुमार से जुड़े नेशनल एजुकेशन ट्रस्ट ने यंग इंडियन को 2 करोड़ रुपये का भारी-भरकम डोनेशन दिया। पंजाब में, विधानसभा चुनाव लड़ चुके अमित विज ने 2015 में तीन अलग-अलग किश्तों में 3.30 करोड़ रुपये का दान दिया।
ईडी का मानना है कि ये दान स्वैच्छिक योगदान नहीं थे, बल्कि यंग इंडियन में धन डालने की एक सुनियोजित योजना का हिस्सा थे। लेकिन सवाल यह है कि ईडी यह कैसे साबित कर सकती है कि सभी कांग्रेस नेताओं ने दबाव में डोनेशन दिया, जब तक कि उनमें से कोई नेता लिखित बयान न दे या ईडी उसे गवाह के रूप में पेश कर बयान न दिलवाए। हालांकि एजेंसी अब यह जांच कर रही है कि क्या ये लेनदेन मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) का उल्लंघन करते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि मीडिया में नेशनल हेराल्ड से जुड़ी इस खबर को मनी लॉन्ड्रिंग के रूप में प्रचारित किया जा रहा है, जबकि ईडी सूत्रों के हवाले से बता रही है कि वो विचार कर रही है कि ये डोनेशन मनी लॉन्ड्रिंग कानून का उल्लंघन करते हैं या नहीं। हालांकि एक वरिष्ठ ईडी अधिकारी के जरिए मीडिया को बताया गया कि “इन डोनेशन का पैटर्न, समय और समन्वय यह बताता है कि पार्टी के वफादारों और राज्य-स्तरीय नेताओं का इस्तेमाल करके यंग इंडियन में धन डालने का एक व्यवस्थित प्रयास किया गया।”
सूत्रों का कहना है कि ईडी जल्द ही इस मामले में शामिल कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रही है और कोर्ट में सप्लीमेंटरी सबूत दाखिल करने की योजना बना रही है। कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए सभी वित्तीय लेनदेन को वैध करार दिया है। इस तरह नेशनल हेराल्ड मामला एक बार फिर बड़ा राजनीतिक विवाद बनने की ओर बढ़ रहा है। यह केस एक दशक से चलाया जा रहा है लेकिन ईडी ठोस सबूत कोर्ट में पेश नहीं कर पाई है। हालांकि उसने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से इस केस में पूछताछ भी की लेकिन ठोस कुछ भी हासिल नहीं हुआ।
ईडी ने सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 के रूप में नामित किया है, साथ ही पांच अन्य लोगों को भी पीएमएलए के तहत आरोपी बनाया गया है।
ईडी की चार्जशीट के अनुसार, राहुल और सोनिया गांधी यंग इंडियन को डोनेशन के नाम पर मिले धन के लाभार्थी थे। एजेंसी का कहना है कि यंग इंडियन लिमिटेड ने नेशनल हेराल्ड अखबार के प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को महज 50 लाख रुपये में हासिल किया। इस लेनदेन ने गबन और कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को जन्म दिया है।