प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कटरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को निशाना बनाकर न केवल मानवता और कश्मीरियत पर हमला किया, बल्कि भारत में दंगे भड़काने की साज़िश भी रची। पीएम ने पहलगाम आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी, जिसका मक़सद कश्मीर की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना और देश में अशांति फैलाना था।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पहलगाम में जो कुछ हुआ, वह पाकिस्तान की कायराना हरकत का उदाहरण है। इस हमले का उद्देश्य कश्मीर के मेहनतकश लोगों की रोजी-रोटी छीनना और भारत में सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था।’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने इस हमले का क़रारा जवाब दिया और आतंकवाद के ख़िलाफ़ एकजुटता दिखाई।
पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। पीएम ने कहा, ‘हमने आतंकवाद के ख़िलाफ़ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि आतंकवाद का रास्ता उसे खुद बर्बाद कर देगा।’
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपनी धरती से आतंकवाद को ख़त्म करने के लिए कोई ठोस क़दम नहीं उठा रहा। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान की सेना और सरकार आतंकवाद को पाल रही है, जो एक दिन उनके लिए ही खतरा बन जाएगा।’
हालाँकि, सवाल किया जा रहा है कि जब पाकिस्तान भारत को अशांत करने की ऐसी गंभीर हरकत कर रहा था तो फिर जवाब हमले से पहले पाकिस्तान को जानकारी क्यों दी गई थी? बता दें कि आतंकी हमले के बाद शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर के उस बयान पर विवाद हुआ था जिसमें कथित तौर पर कहा गया था कि हमले से पहले पाकिस्तान को जानकारी दी गई थी। कांग्रेस ने इसको मुद्दा बनाया था। राहुल गांधी ने पूछा था कि आख़िर क्यों हमले से पहले पाकिस्तान को जानकारी दी गई। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान को पहले ही बता दिया था।
हालाँकि, विवाद बढ़ने पर जयशंकर और विदेश मंत्रालय ने सफ़ाई दी कि यह सूचना ऑपरेशन शुरू होने के 30 मिनट बाद दी गई थी, न कि पहले। यह स्पष्टीकरण 26 मई 2025 को संसद की विदेश मामलों की सलाहकार समिति की बैठक में भी दोहराया गया।
पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीर को फिर से पर्यटकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। कटरा में वंदे भारत एक्सप्रेस और चिनाब ब्रिज जैसे प्रोजेक्ट्स का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ये पहल क्षेत्र के विकास और पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने वैश्विक मंच पर भारत की आतंकवाद के खिलाफ मजबूत स्थिति को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, ‘हमने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अपनी संप्रभुता पर किसी भी हमले का जवाब देने में सक्षम है।’
बहरहाल, पीएम ने जम्मू-कश्मीर के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर देश की ताकत को दिखाया। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर के लोगों ने साबित कर दिया कि वे आतंकवाद को कभी स्वीकार नहीं करेंगे।’
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह आतंकवाद के रास्ते को छोड़ दे, वरना भारत हर बार पहले से ज्यादा मजबूती से जवाब देगा। उन्होंने कहा, ‘हम शांति चाहते हैं, लेकिन अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेंगे।’