प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार 2 मई को केरल के दौरे के दौरान एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, कांग्रेस सांसद शशि थरूर और उद्योगपति गौतम अडानी की अपने तरीके से जमकर तारीफ की। लेकिन इससे देश में एक बड़ी राजनीतिक चर्चा शुरू हो गई। कम्युनिस्ट और भाजपाई एक दूसरे को ज़रा भी पसंद नहीं करते। लेकिन मोदी ने विजयन की तारीफ की। इसी तरह शशि थरूर के उनके स्वागत में आने पर मोदी काफी खुश नज़र आए। गौतम इस समय शशि थरूर कांग्रेस पार्टी के अंदर आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले पर शशि थरूर का नज़रिया कांग्रेस से अलग है।
यह आयोजन अडानी समूह द्वारा विकसित विझिंजम पोर्ट के उद्घाटन के लिए था। इस पोर्ट को केरल और भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है।
इस दौरान पीएम मोदी ने मंच से कहा, “यहां शशि थरूर बैठे हैं, केरल के मुख्यमंत्री भी मौजूद हैं। आज का यह कार्यक्रम कई लोगों की नींद हराम कर देगा। शशि थरूर के विचारों का दायरा दुनिया तक फैला है। उनके सुझाव और सक्रियता ने इस क्षेत्र को नई पहचान दी है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री (पिनाराई विजयन) से कहना चाहता हूं कि आप इंडिया गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं, शशि थरूर भी यहां बैठे हैं। आज की घटना कई लोगों की नींद में खलल डालने वाली है।”
थरूर कांग्रेस के तिरुवनंतपुरम लोकसभा सांसद हैं। हालांकि, मजाक में कही गई पीएम मोदी की टिप्पणी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने के मकसद से की गई। प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी थरूर द्वारा पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कई मुद्दों पर की गई तारीफ के तुरंत बाद आई है।यहां तक कि राजीव चंद्रशेखर, जिन्होंने तिरुवनंतपुरम सीट के लिए थरूर के खिलाफ असफल चुनाव लड़ा था, ने हाल ही में थरूर को “कांग्रेस में कुछ समझदार लोगों में से एक” कहा था। भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष के रूप में चंद्रशेखर भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे, साथ ही राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास और केरल के कैबिनेट मंत्रियों सहित अन्य वरिष्ठ राजनीतिक नेता भी मौजूद थे।
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में केरल ने विकास के नए आयाम छुए हैं। उन्होंने कहा, “विजयन जी ने इस परियोजना को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह दिखाता है कि जब केंद्र और राज्य मिलकर काम करते हैं, तो परिणाम ऐतिहासिक होते हैं।”
पीएम मोदी ने अडानी समूह और गौतम अडानी की भी खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “यह भारत का पहला गहरे समुद्र वाला बंदरगाह है, जो वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। अडानी समूह ने इसे समय से पहले पूरा करके देश के लिए मिसाल कायम की है।” लेकिन गौतम अडानी की तारीफ के लिए मोदी ने एक जोक (मजाक) सुनाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने मजाक में कहा, “मैंने अभी बंदरगाह का दौरा किया है। लेकिन जब गुजरात के लोगों को पता चलेगा कि गौतम अडानी ने केरल में इतना बढ़िया बंदरगाह बनाया है… गुजरात में वे 30 वर्षों से बंदरगाहों बना रहे हैं। लेकिन उन्होंने कभी इस तरह का बंदरगाह नहीं बनाया। इसलिए उन्हें गुजरात के लोगों के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।” मोदी के इस बयान पर कार्यक्रम में बैठे लोग हंसने लगे।
विजयन और थरूर पर पीएम के बयान ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। केरल के विपक्षी नेताओं का कहना है कि पीएम का यह बयान राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है, खासकर तब जब केरल में लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि थरूर और विजयन की तारीफ के जरिए पीएम ने विपक्ष को एकजुट होने से रोकने की कोशिश की है। क्योंकि इसे कांग्रेस और सीपीएम में पसंद नहीं किया जाएगा। केरल में बीजेपी लंबे समय से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश कर रही है लेकिन उसे बहुत कामयाबी नहीं मिली है।