बाल दिवस 2024: हम उम्र के किसी भी पड़ाव पर क्यों न हों, बाल दिवस का नाम सुनते ही मन यादों में डूब जाता है। पुराने दिनों को याद करते हुए हम सोचते हैं कि वो भी क्या दिन थे जब बाल दिवस पर तैयार होकर स्कूल पहुंचने की जल्दी रहती थी। इस दिन स्कूल में होने वाले मनोरंजक कार्यक्रम और आखिर में मिलने वाली मिठाई की यादें ताजा हो जाती हैं। खैर, वो समय तो बीत गया और अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि चिल्ड्रेंस डे के इस ब्लॉग में क्या-क्या जानकारी दी गई है।
हर साल 14 नवंबर को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर चिल्ड्रेंस डे यानी बाल दिवस मनाया जाता है। पंडित नेहरू का मानना था कि बच्चे ही हमारे देश का भविष्य हैं और उन्हें अच्छी तरह से शिक्षित किया जाना चाहिए एवं उनका सही तरह से विकास हो पाए, इसके लिए उनकी उचित देखभाल करनी चाहिए। नेहरू जी की इसी बात को ध्यान में रखते हुए बाल दिवस का प्रमुख उद्देश्य होता है कि बच्चों के अधिकारों और शिक्षा एवं संरक्षण की ज़रूरत को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई जाए।
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भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
अक्सर कहा जाता है कि वयस्कों पर बच्चों को सही मार्गदर्शन देने और सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी होती है ताकि बच्चे अपनी प्रतिभा का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें। अक्सर हम अनजाने में अपने लिए गलत नौकरी या करियर क्षेत्र का चुनाव कर लेते हैं जिस पर आगे चलकर हमें पछतावा होता है। उस समय ऐसा लगता है कि अगर हमें शुरुआत में ही किसी ने सही सलाह दे दी होती, तो हम अपने करियर में आज बेहतर प्रदर्शन कर रहे होते। इसी वजह से एस्ट्रोसेज ने एक विशेष ज्योतिषीय रिपोर्ट तैयार की है जिसका नाम ‘कॉग्नि एस्टो रिपोर्ट’ है। इस रिपोर्ट में एस्ट्रोसेज के विद्धान और अनुभवी ज्योतिष बच्चे की कुंडली का अध्ययन करने के बाद उसके व्यक्तित्व और प्रतिभा के आधार पर उसके लिए उपयुक्त नौकरी की जानकारी देंगे।
बाल दिवस 2024: कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट और राशि अनुसार पेरेंटिंग टिप्स
कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट में करियर से संबंधित हर प्रश्न का उत्तर मिल जाएगा। डॉ. कार्ल जंग के सिद्धांतों से मिले मानव मनोविश्लेषण के आधार पर ज्योतिषी पुनीत पांडे ने अपने ज्योतिषीय ज्ञान से इस रिपोर्ट को तैयार किया है।
इस रिपोर्ट की मदद से माता-पिता अपने बच्चे के व्यक्तित्व और उसकी रुचियों को अच्छे से समझ पाएंगे। इससे उन्हें अपने बच्चे का सही मागर्दशन करने और उसके भविष्य को बेहतर तरीके से संभालने में सहायता मिलेगी।
जब माता-पिता के सामने यह सवाल आता है कि उनके बच्चे के लिए सबसे अच्छा क्या है और प्रगति करने के लिए कैसे उसका मार्गदर्शन करना है, तब अक्सर पेरेंट्स खुद को असहाय और निराश महसूस करते हैं। अभिभावक ही नहीं बल्कि बच्च्चे भी अक्सर ऐसे सवालों से घिरे रहते हैं कि जिंदगी में क्या हासिल करना है?, क्या हम बेहतर प्रदर्शन दे पाएंगे?, मेरे या मेरे बच्चे के लिए करियर के क्षेत्र में सबसे अच्छा विकल्प क्या रहेगा?
अक्सर दिनभर मन इस तरह के सवालों में उलझा रहता है। अपने सवालों का जवाब जानने के लिए हम कई मनोवैज्ञानिक परीक्षण और स्टडीज़ करते हैं लेकिन इससे हम और भी ज्यादा कंफ्यूज़ हो जाते हैं। इस चिल्ड्रेंस डे ब्लॉग को उन माता-पिता और बच्चों के सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार किया गया है जो भविष्य को लेकर उत्साहित होने के साथ-साथ डरे हुए होते हैं।
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राशि-अनुसार पेरेंटिंग टिप्स
माता-पिता बनने के बाद कई तरह की मुश्किलें आती हैं और हर दिन बच्चे की ज़रूरतों के हिसाब से खुद को ढालना चुनौतीपूर्ण और कठिन लगने लगता है। हर बच्चा अलग होता है और उसका व्यक्तित्व, कौशल एवं सीमाएं भी भिन्न होती हैं। यदि माता-पिता को अपने बच्चे की विशेषताओं और खास बातों के बारे में पता हो, तो वे अपने बच्चे का ज्यादा अच्छे से मार्गदर्शन एवं पालन-पोषण कर सकते हैं।
अपनी संतान के व्यक्तित्व के बारे में गहराई से जानने के लिए ज्योतिष एक बेहतरीनत मार्ग एवं उपाय है। बच्चे की राशि की प्रकृति और उसकी विशिष्टता जानने के बाद आप अपने बच्चे की पसंद-नापंसद, काबिलियत और प्रगति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। कई माता-पिता अपने बच्चे के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत करने के लिए इसे एक सहायक उपकरण के रूप में भी देखते हैं।
राशिपेरेंटिंग टिप्समेष राशिइनकी एनर्जी को सही दिशा में लगाने के लिए आप इन्हें शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें।संयम दिखाकरऔर दृढ़ सीमाएं बनाकर आप अपने बच्चे को धैर्य का पाठ सिखा सकते हैं।बच्चे की उपलब्धियों के साथ-साथ उसके प्रयासों की भी सराहना करें। इससे बच्चा खुद को हर परिस्थिति के लिए तैयार करना सीखेगा।वृषभ राशिबच्चे को एक सुरक्षित और आरामदायक माहौल दें ताकि उसका विकास अच्छे से हो पाए।बच्चे के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करें और उसके जिद्दी व्यवहार के आगे धैर्य से काम लें।नई सोच और अनुभवों के साथ बच्चे को धीरे-धीरे आगे बढ़ाएं।मिथुन राशिखेल, पहेलियों और साहित्य की मदद से बच्चे के सीखने के जुनून को प्रोत्साहित करें।बातचीत से उनका विकास होता है इसलिए उन्हें लोगों से घुलने-मिलने का मौका दें।उसकी उम्र और क्षमता के हिसाब से लक्ष्य निर्धारित करके ध्यान केंद्रित करने में मदद करें।कर्क राशिबच्चों के लिए घर में प्यारभरा और सुरक्षित माहौल बनाएं।उनकी भावनाओं को समझें और मुश्किल वक्त में सांत्वना और सहानुभूति दें।उसे बताएं कि कभी-कभी कमज़ोर महसूस करने में कोई बुराई नहीं है और उसे अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें।सिंह राशिबच्चे की रचानात्मक क्षमता को बढ़ावा देने के लिए उसे कला या परफॉर्मेंस से संबंधित गतिविधियों में हिस्सा लेने दें।आपसी सहयोग और शेयरिंग सिखाकर उसके अंदर विनम्रता का भाव विकसित करें।समय-समय पर उनकी सराहना करें और उन्हें स्वीकार करें लेकिन इसके साथ ही उन्हें दूसरों का महत्व समझने की भी सीख दें।कन्या राशिबच्चे को परिणाम के बजाय प्रयास करने पर ध्यान देना सिखाएं। ऐसा कर के आप उसे अपने परफेक्शनिज्म को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।तनाव से बचने के लिए आप उसे आराम करने और ऐसी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करें जिससे उन्हें खुशी मिलती हो।उसे बताएं कि सीखने और विकास के रास्ते में गलतियां होना स्वाभाविक है।तुला राशिउन्हें अपने विचारों को व्यक्त करने और अपने फैसले खुद लेने के लिए प्रोत्साहित करें।बच्चे को सिखाएं कि किसी के साथ असहमति होना गलत बात नहीं है और इस असहमति को सौहार्दपूर्ण सुलझाया जा सकता है।बच्चे को फैसले लेने और अपनी निर्णय लेने की क्षमता पर विश्वास करना सिखाएं।वृश्चिक राशिउसे बताएं कि अपनी भावनाओं को शेयर करना ठीक है और वो खुलकर बात कर सकता है।उसके जुनून को रुचि या मनोरंजन में बदलने में उसकी मदद करें।बच्चे को दूसरों को माफ करने और गिले-शिक्वे दूर करने की सीख दें।धनु राशिबच्चे को विभिन्न संस्कृतियों और अनुभवों से परिचित करवाएं। इससे बच्चे साहसी बनेंगे।बच्चे को अपने कार्यों के प्रति जवाबदेही और अपने शब्दों पर टिके रहना सिखाएं।बच्चे को स्थिरता और स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाने में सहायता करें।मकर राशिबच्चे को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का मौका दें। इससे वह महत्वाकांक्षी बनेगा।थकान से बचने के लिए उसे आराम और सुकून के पल बिताने के लिए प्रोत्साहित करें।उसे लक्ष्य को महत्व देने के बजाय वहां तक पहुंचने की यात्रा का आनंद लेना सिखाएं।कुंभ राशिउसकी रुचियों का समर्थन करें और उसकी कल्पनाशीलता को बढ़ावा दें।बच्चे को दूसरों को समझने और सहानुभूति रखने का महत्व बताएं। इससे उसके भावनात्मक रिश्ते मज़बूत होंगे।उसे अपने विचारों के साथ प्रयोग करने की आज़ादी दें। इसके साथ ही सही दिशा दिखाएं और प्रोत्साहन भी दें।मीन राशिबच्चे को कहानियों, संगीत या पेंटिंग के ज़रिए क्रिएटिव बनाने की कोशिश करें।उसे जरूरी स्किल्स सिखाएं और रूटीन में रहने का महत्व बताएं। इससे बच्चे जमीन से जुड़े रहते हैं।उन्हें बताएं कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना चाहिए एवं उन्हें भावनात्मक रूप से सहयोग प्रदान करें।
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बाल दिवस 2024: राशि अनुसार भविष्यफल और उपाय
नोट: चूंकि, वैदिक ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा हमारे मन, भावनात्मक क्षमता और मां का कारक होता है इसलिए चिल्ड्रेंस डे 2024 के लिए चंद्रमा के गोचर और स्थिति के अनुसार भविष्यवाणी की गई है।
मेष राशि
14 नवंबर को चंद्रमा वृषभ राशि के दूसरे भाव में होंगे जो कि उनकी उच्च राशि है। चंद्रमा मेष राशि के लिए कुंडली के चौथे भाव के स्वामी हैं। दूसरा भाव शिक्षा को दर्शाता है। चंद्रमा के दूसरे भाव में होने से छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। यदि 14 नवंबर को किसी परीक्षा का परिणाम आने वाला है, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि नतीजा सकारात्मक ही होगा। नवंबर में होने वाले अन्य ग्रहों के गोचरों को ध्यान में रखते हुए आप किसी भी परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त कर के सफल होंगे। हालांकि, आपको अतिआत्मविश्वासी होने से बचना चाहिए।
चंद्रमा के दूसरे भाव में होने से, जो जातक अपने पारिवारिक व्यवसाय में काम कर रहे हैं या जो लिक्विड, केमिकल और फूड आदि के क्षेत्र में अपना खुद का व्यापार कर रहे हैं, उन्हें शानदार परिणाम प्राप्त होने की उम्मीद है। आप अपनी बातों से दूसरों को प्रभावित करने और अपना काम करवाने में सक्षम होंगे।
उपाय: सफलता और उत्तम स्वास्थ्य के लिए हर सोमवार को रुद्राभिषेक करें।
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वृषभ राशि
पहले भाव में उच्च का चंद्रमा उत्कृष्ट बौद्धिक और भावनात्मक क्षमता प्रदान करता है। वृषभ राशि के जातकों के लिए चंद्रमा तीसरे भाव के स्वामी हैं। जो जातक रचनात्मक क्षेत्र में काम या व्यापार करते हैं, उनके लिए चंद्रमा की यह स्थिति श्रेष्ठ साबित होगी। ये जन्म से ही कई प्रतिभाओं के धनी और कला प्रेमी होते हैं। निर्णय लेने के मामले में ये तर्क के बजाय अपने मन की ज्यादा सुनते हैं।
इस भाव के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं और जब तक वह किसी अशुभ प्रभाव में नहीं आते, तब तक इस स्थिति में वह अच्छा प्रभाव ही देते हैं। आप शिक्षा के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करेंगे ओर दूसरों की मदद करने में भी सक्षम होंगे। हालांकि, अगर चंद्रमा आपकी कुंडली में अशुभ प्रभाव में है या नकारात्मक स्थान पर बैठा है, तो ऊपर बताए गए सकारात्मक प्रभावों में कमी आ सकती है।
चंद्रमा के इस स्थिति में होने की वजह से व्यक्ति बहुत ज्यादा मिलनसार स्वभाव का होता है और इसकी वजह से उसकी एकाग्रता में बाधा उत्पन्न हो सकती है। यही वजह है कि वृषभ राशि के छात्रों के माता-पिता और शिक्षकों को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है।
उपाय: वृषभ राशि के बच्चों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए मोती के साथ चांदी की चेन गले में धारण करनी चाहिए।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए चंद्रमा उनके दूसरे भाव के स्वामी हैं। यह भाव संपन्नता, परिवार और वाणी का होता है। इस दौरान चंद्रमा आपके बारहवें भाव में रहेंगे जो कि अध्यात्म, अस्पताल और उससे संबंधित, मल्टीनेशनल कंपनी या विदेशी भूमि को दर्शाता है। जो छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जाने की सोच रहे हैं, अब उनका यह सपना पूरा हो सकता है। वहीं नौकरीपेशा जातकों को भी काम के सिलसिले में विदेश जाकर रहने का मौका मिल सकता है। (आपकी कुंडली में ग्रहों की स्थिति और दशा से भी इसकी पुष्टि होनी चाहिए।)
चंद्रमा की यह स्थिति एक ऐसे कल्पनाशील व्यक्ति को दर्शाती है जो दिन में सपने देखना पसंद करते हैं। कल्पनाशील होने की वजह से ये बहुत रचनात्मक होते हैं और लेखक या फिल्म मेकर बनते हैं और खूब धन कमाते हैं। छात्रों को ध्यान लगाने और पढ़ाई के लिए एक नियमित दिनचर्या को बनाए रखने में दिक्कत आ सकती है। इन्हें अपने शिक्षकों और माता-पिता से अधिक देखभाल और मदद की जरूरत पड़ सकती है।
उपाय: रोज़ भगवान शिव की पूजा करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए चंद्रमा लग्न भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके लाभ के स्थान यानी ग्यारहवें भाव में स्थित रहेंगे। चंद्रमा के इस भाव में होने की वजह से आप अत्यंत सम्मोहक व्यक्तित्व के और रचनात्मक गुणों से लबरेज़ होते हैं। इससे आपको अपने कार्यों में आगे बढ़ने और जीवन में संतुष्टि पाने में मदद मिलेगी। अपनी उत्कृष्ट कला की वजह से आप खूब पैसा कमाएंगे। यदि आप अपने जीवन में अच्छे और बुरे दोनों तरह के समय का आनंद लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपनी जिंगदी में संतुलन बनाकर चलना होगा।
कर्क राशि के छात्र शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और उन्हें अपनी उम्मीद से ज्यादा बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। आपके स्कूल या कॉलेज में कोई प्रतियोगिता होने वाली है, तो निश्चित रूप से आप उसमें अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
उपाय: चंद्रमा के बीज मंत्र – ‘ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:’ का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए चंद्रमा उनके बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके दसवें भाव में रहेंगे। आप एक प्रसिद्ध, सभी के चहेते और सफल व्यक्ति होंगे। ये लोग मनोहर व्यक्तित्व और चरित्र के होते हैं। ये जातक बहुत बुद्धिमान, रचनात्मक और सत्ताधारी होते हैं। हालांकि, चंद्रमा की इस स्थिति में बॉस के साथ मतभेद होने की भी आशंका रहती है। ये छात्र पढ़ाई में उत्कृष्ट आएंगे। यदि आप विदेश जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, तो अब आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है।
ये बहुत संवेदनशील स्वभाव के होते हैं और व्यवस्थित एवं जिम्मेदार होते हैं । साथ ही यह भावुक होते हैं। अपने खुले विचारों और जीवन के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण रखने की वजह से ये दूसरों से अलग होते हैं। इन्हें शांति से और कभी-कभी अकेले रहने का मन कर सकता है। इन जातकों को ट्रेड या वित्तीय उद्योग में सफलता मिलने की संभावना है। ये इंजीनियर या पीडब्ल्यूडी के अधिकारी के रूप में सफल हो सकते हैं। इस समय आपको डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस, आईआरएस या आईएफएस अधिकारी बनने के लिए प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने के आसार हैं। फार्मास्यूटिकल, मेडिकल और कॉस्मेटिक के क्षेत्र में भी आपको प्रगति मिलेगी।
उपाय: आप रोज़ दूध में पानी और थोड़ी सी चीनी डालकर चंद्रमा को अर्घ्य दें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए चंद्रमा उनके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो कि लाभ और मनोकामना की पूर्ति का स्थान है। चंद्रमा अपने त्रिकोण भाव यानी नौवें घर में रहेंगे। यह चंद्रमा की उत्कृष्ट स्थिति है। चंद्रमा के नौवें भाव में होने की वजह से आप लंबी दूरी की यात्राओं का आनंद लेंगे। विदेश में प्रशंसा मिलने की वजह से आप वहां स्थायी या अस्थायी रूप से रहने की इच्छा रख सकते हैं। नवम भाव पर चंद्रमा के प्रभाव के कारण जातक को अक्सर समुद्री यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। इन्हें अध्यात्म में शांति का अनुभव होगा। इन जातकों में दुनिया को समझने की क्षमता या योग्यता दूसरों से कहीं ज्यादा होती है।
जब बुद्धि की बात आती है तो चंद्रमा की ऐसी स्थिति वाले छात्र अपने काम में अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करते हैं। ये तत्वविज्ञान, फिलॉस्फी, धर्म, आध्यात्मिकता, कानून, रीति-रिवाज़ और सभ्यता आदि के मामले में उत्कृष्ट होते हैं। आपकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप कहां काम करते हैं इसलिए सफलता पाने के लिए आप इस समय कहीं और काम के अवसरों की तलाश करनी शुरू कर दें।
उपाय: गरीबों को दूध से बनी मिठाई बांटें।
तुला राशि
तुला राशि के दसवें भाव पर चंद्रमा का आधिपत्य है एवं यह भाव करियर को दर्शाता है। अब चंद्रमा आपके आठवें भाव में रहेंगे जिसे रहस्यों का कारक माना जाता है। जिनकी कुंडली में चंद्रमा आठवें भाव में विराजमान होता है, वे उद्यमी, महत्वाकांक्षी और अपने जीवन को लेकर प्रतिबद्ध रहते हैं। ये कई स्रोतों से ज्ञान अर्जित करते हैं और बहुत कुछ सीखते हैं। इसके अलावा इनके अंदर तनावपूर्ण या मुश्किल स्थिति में भी शांत रहने का गुण विद्यमान होता है। इससे इन्हें अपने निजी और पेशेवर जीवन में काफी लाभ मिलता है। ये जातक अन्याय का विरोध करते हैं और सच बोलते हैं एवं दूसरों के प्रति समर्पण और दया का भाव रखते हैं।
जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा इस स्थिति में होते हैं, वे जातक किसी भी चीज़ या परिस्थिति को आसानी से स्वीकार कर लेते हैं और इनके पास नए विचारों का खजाना होता है। इन्हें रहस्यमयी, थ्रिलर या भूत की कहानी लिखने वाले लेखक या डायरेक्टर के रूप में सफलता मिल सकती है। ये साइकोलॉजिस्ट या साइकैट्रिस्ट के रूप में भी अपना करियर बना सकते हैं। इससे इन्हें सफलता के साथ-साथ विदेश तक में पहचान मिल सकती है। चंद्रमा के आठवें भाव में होने पर जातक डॉक्टर, उपचार करने वाला, ज्योतिषी, योगा निर्देशक, मार्गदर्शक, काउंसलर, आध्यात्मिक गुरु या देख-रेख करने वाला बन सकता है। ये उन क्षेत्रों में काम कर सकते हैं जहां पर तुरंत उपचार और सहारे की ज़रूरत होती है।
उपाय: आप रोज़ चांदी के गिलास में पानी पिएं।
वृश्चिक राशि
इस राशि के नौवें भाव पर चंद्रमा का आधिपत्य है और चिल्ड्रेंस डे पर चंद्रमा आपके सातवें भाव में रहेंगे। अगर आप लंबे समय से किसी खास जगह की यात्रा करने का इंतज़ार कर रहे थे, तो अब आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। धन की कोई कमी न होने की वजह से आप दूर-दराज वाली जगहों पर छुट्टियों का आनंद लेंगे।
आपको घूमने-फिरने और अपनी यात्राओं के बारे में लिखने से लोकप्रियता और सफलता मिलने के आसार हैं। आप प्रशासनिक सेवाओं, कॉमर्स बिज़नेस और एक राजनयिक दूत के रूप में कामयाब हो सकते हैं। आप आयात-निर्यात के बिज़नेस से खूब पैसा कमा सकते हैं।
उपाय: हर सोमवार और मंगलवार को गरीब लोगों को चावल और चीनी का दान करें।
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए चंद्रमा आठवें भाव के स्वामी हैं और अब चंद्रमा उच्च स्थिति में छठे भाव में बैठे हैं और विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। जिन लोगों की कुंडली में छठे भाव में चंद्रमा होता है, उनमें दूसरों की सेवा और मदद करने का गुण होता है। ये लोग अपनी रुचि में बदलाव करते हुए दूसरों की मदद करने को अपने विकास का हिस्सा बना सकते हैं।
इन्हें अपने जीवनसाथी, परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ अपने रिश्तों को कायम रखने में संघर्ष करना पड़ सकता है। आपको अजनबियों और कभी-कभी विदेशियों से भी मदद मिलने की संभावना है। आप अपने ज्ञान और समझदारी से लिए गए निर्णयों की वजह से बेहतरीन करियर बना सकते हैं। जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा इस स्थिति में और मज़बूत होता है, वे अपनी असाधारण समझ और एकाग्रता की वजह से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं।
उपाय: हर सोमवार को शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।
मकर राशि
मकर राशि के सातवें भाव के स्वामी चंद्रमा हैं और अब वह आपके पाचंवे भाव में रहेंगे। चंद्रमा का इस भाव में होना शुभ संकेत है। चूंकि, कुंडली का पांचवां भाव शिक्षा को दर्शाता है इसलिए इस समय मकर राशि के छात्र शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। यदि इनकी कुंडली में चंद्रमा शुभ स्थान में बैठा हो, तो इन्हें और भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
विद्यार्थियों को पढ़ाई के मामले में उच्च परिणाम मिलने के संकेत हैं। वहीं युवाओं को भी काम के शानदार अवसर मिल सकते हैं। चंद्रमा शुक्र की राशि में उच्च स्थान में बैठा है जिससे रचनात्मकता में वृद्धि होती है। इस वजह से रचनात्मक क्षेत्रों में काम करने वाले जातक बेहतरीन काम करेंगे। आप अपने अनोखे आइडियाज़ और अपने कौशल एवं प्रतिभा से अपने बॉस को प्रभावित करने में सक्षम होंगे। करियर के मामले में यह दिन आपके लिए अच्छा साबित होगा।
उपाय: आप नियमित रूप से शिव चालीसा का पाठ करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के छठे भाव के स्वामी चंद्रमा हैं और यह भाव प्रतियोगिता, कर्ज और कानूनी मामलों को दर्शाता है। अब चंद्रमा उच्च के होकर आपके चौथे भाव में विराजमान हैं। कुंडली का यह भाव मां, सुख और सुविधा को दर्शाता है। चूंकि, कालपुरुष की कुंडली में चंद्रमा का घर चौथा भाव ही होता है, इसलिए वृषभ राशि में चौथे घर में चंद्रमा का होना सहजता और भावनात्मक रूप से संतुलन प्रदान करता है।
जिन जातकों की कुंडली में वृषभ या कर्क राशि में चंद्रमा चौथे भाव में होते हैं, वे अपनी मां के प्रति बहुत समर्पित रहते हैं और इन पर मां की ममता या उनके देखभाल करने के व्यवहार का बहुत ज्यादा प्रभाव रहता है। चंद्रमा की दृष्टि दसवें भाव पर पड़ रही है जिससे जातक किसी ऐसे पेशे से जुड़ सकता है जहां पर लोगों की सहायता करनी हो जैसे कि शिक्षक, रियल एस्टेट एजेंट, चाइल्ड काउंसलर, साइकोलॉजिस्ट, नर्स या एचआर। जो व्यक्ति पहले से ही इन पदों पर काम कर रहे हैं, वे उत्कृष्ट प्रदर्शन देंगे और चिल्ड्रेंस डे के इस सप्ताह में छात्रों की एकाग्रता उच्च स्तर की रहने वाली है।
उपाय: गरीबों को जल का दान करें।
मीन राशि
मीन राशि के पांचवे भाव के स्वामी ग्रह चंद्रमा हैं और यह शिक्षा का भाव है। अब चंद्रमा साहस, शौर्य और एकाग्रता के भाव यानी तीसरे घर में रहेंगे। बाल दिवस का यह सप्ताह छात्रों के लिए बहुत ज्यादा अच्छा साबित होगा। आप अपने शिक्षकों और साथी छात्रों से बेहतर ढंग से जुड़ पाएंगे और आपको पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा कर्रिकुलर एक्टिविटीज़ में भी में अपने दोस्तों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
सर्जन, डॉक्टरों, नर्स और मेडिकल या फार्मा से संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए भी यह अच्छा समय है। इस सप्ताह आपको अपनी पेशेवर जिंदगी में सफलता मिलेगी और आपके सामाजिक एवं व्यावसायिक नेटवर्क का भी विस्तार होगा।
उपाय: आप रोज़ भगवान शिव की उपासना करें और ॐ का जाप एवं ध्यान करें।
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हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह ब्लॉग ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. चंद्रमा कर्क राशि और चौथे भाव के स्वामी हैं। कालपुरुष की कुंडली में यह भाव मां, सुख और सुविधाओं को दर्शाता है।
उत्तर. चंद्रमा तीन डिग्री पर वृषभ राशि में उच्च का होता है।
उत्तर. चंद्रमा वृश्चिक राशि में कमज़ोर होता है।
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