Bihar News: बिहार का शिक्षा विभाग हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है। लेकिन इस बार बिहार के मोतिहारी में शिक्षा विभाग ने कुछ ऐसा किया जिसके बाद से अधिकारियों के लिए मुसीबतों का पहाड़ खड़ा आ गिरा है।
बिहार के मोतिहारी जिले से आए इस मामले में शिक्षा विभाग के कारनामों का एक बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, बिहार के मोतिहारी, छतौनी स्थित डायट के शिक्षा विभाग ने प्रस्तावित शिक्षकों के लिए एफएलएन और आईसीटी प्रशिक्षण में एक मृत शिक्षिका का नाम जारी कर दिया है। इस टीचर की मौत पिछले साल दिसंबर में हो चुकी है, जिसके बाद भी उसका नाम ट्रेनिंग के लिए डाला गया है।
250 शिक्षकों का चयन
ई-शिक्षा पोर्टल पर राज्य शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण के निदेशक द्वारा अपलोड किए गए सतत् विकास योजना के तहत कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। जो कि 17 से 21 मार्च तक रहेगा, जिसके लिए विभिन्न विद्यालयों के 250 शिक्षकों का चयन किया गया है।
आपको बता दें कि चयनित 250 शिक्षकों में से क्रमांक 22 पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवानपुर कोटवा में पदस्थापित रानी कुमारी जिनका शिक्षक कोड 220602101606 का नाम शामिल किया गया है। इस शिक्षक की पिछले साल के दिसंबर के महीने में ही मौत हो चुकी है। परिजनों के अनुसार विभागीय अधिकारियों को रानी कुमारी की मौत की सूचना उसी समय दे दी गई थी। जिसके बाद भी विभाग ने इस तरह का गैर जिम्मेदाराना काम किया है।
इस कारनामे ने बिहार के शिक्षा विभाग को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। बिहार के शिक्षा विभाग के प्रति लोगों की निराशा और क्रोध दोनों ही देखने के लिए मिल रहा है।
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