
Kejriwal’s Entry In Bihar Election (PHOTO CREDIOT: social media)
Kejriwal’s Entry In Bihar Election (PHOTO CREDIOT: social media)
Kejriwal’s Entry In Bihar Election: बिहार की सियासी जमीन पर एक बार फिर गर्मी का असर काफी तेजी से दिखने लगा है। साल 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी घोषणा कर सबको हैरान कर दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज 3 जुलाई यानी गुरुवार को स्पष्ट कर दिया कि आम आदमी पार्टी बिहार की सभी 243 सीटों पर अपने दम पर चुनावी मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि इस बार कोई गठबंधन नहीं होगा और पार्टी बिहार में अकेले ही अपनी ताकत दिखाएगी।
केजरीवाल ने ये ऐलान दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किया। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता बड़ा परिवर्तन चाहती है और हम उस परिवर्तन की उम्मीद बनकर खरे उतरेंगे। आम आदमी पार्टी बिहार में पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी, बिना किसी गठबंधन के।” उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया है कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों तक सीमित था, विधानसभा चुनाव में AAP का कोई गठबंधन नहीं होगा।
भाजपा नेता अजय आलोक का करारा तंज
AAP पार्टी के इस ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा नेता अजय आलोक ने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा, “कपटीवाल जी बिहार में सभी 243 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर रहे हैं। दिल्ली में बिहारियों और पूर्वांचलियों ने जवाब दे दिया, अब यहां भी आकर देख लीजिए। पंजाब का ATM तो खूब उपयोग किया गया, अब बिहार में आकर राजनीतिक हैसियत का अंदाजा हो जाएगा।”
प्रशांत किशोर की पार्टी भी मैदान में
इस बीच बिहार में एक और नया राजनीतिक चेहरा उभरकर सामने आ रहा है — ‘जन सुराज पार्टी’। चुनाव आयोग ने हाल ही में पार्टी को ‘स्कूल बैग’ चुनाव चिह्न आवंटित किया है, जिसे पार्टी ने शिक्षा और प्रगति का प्रतीक बताया है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) पहले देश के नामचीन चुनावी रणनीतिकार रहे हैं और अब वो खुद सियासत के मैदान में खड़े हो चुके हैं। उनकी पार्टी भी सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
राजनीतिक जंग तेज
बिहार की राजनीति इन नए समीकरणों के कारण और भी रोचक हो गई है। एक ओर जहां सत्तारूढ़ एनडीए है,तो वहीं दूसरी ओर RJD और कांग्रेस जैसी परंपरागत विपक्षी पार्टियां, और अब मैदान में उतर रही हैं आम आदमी पार्टी और जन सुराज जैसी नई ताकतें। चुनाव आयोग ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं और जल्द ही चुनाव कार्यक्रम का ऐलान हो सकता है।
बता दे, बिहार विधानसभा चुनाव अब केवल सत्ता का खेल नहीं, बल्कि नई राजनीतिक धारणाओं की परीक्षा बन गया है। देखना दिलचस्प होगा कि आम आदमी पार्टी और जन सुराज जैसे नए खिलाड़ी क्या कुछ नया कर पाते हैं या जनता एक बार फिर पारंपरिक दलों पर ही विशवास जताती है।