महाराष्ट्र में चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को बड़ा बवाल मच गया। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर ‘वोट के लिए पैसे बाँटने’ का आरोप लगा है। बहुजन विकास अघाड़ी यानी बीवीए पार्टी के समर्थकों ने होटल में धावा बोल दिया और तावड़े के चेहरे पर नकदी फेंकी। पुलिस मौके पर पहुंची और तावड़े को वहां से ले गई।
इससे पहले तावड़े को मुंबई के एक होटल में बीवीए के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। उनका आरोप है कि तावड़े 5 करोड़ रुपए लेकर यहाँ बांटने के लिए आए थे। हालाँकि, तावड़े ने इन आरोपों को झूठा बताया है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में तावड़े को घेरे बीवीए समर्थकों ने तरह-तरह के आरोप लगाए, नोट लहराए और जबर्दस्त हंगामा किया।
विरार (पूर्व) के एक होटल में यह नाटकीय घटनाक्रम चला। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार समाप्त होने के 17 घंटे से अधिक समय बाद बुधवार सुबह एक होटल में कथित तौर पर नकदी के साथ पाया गया।
नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र का बीवीए विधायक क्षितिज ठाकुर प्रतिनिधित्व करते हैं। यहाँ भाजपा के राजन नाइक और कांग्रेस के संदीप पांडे के बीच मुकाबला है। बीवीए ने 2019 में अपने तीन विधायकों के साथ महायुति को समर्थन दिया था। इसके बावजूद बीवीए अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने इस चुनाव में मंगलवार को अभियान बंद होने के बाद विरार में एक ‘बाहरी’ राजनेता की उपस्थिति पर सवाल उठाया।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार बीवीए सदस्यों के अनुसार, उन्हें तावड़े के बारे में जानकारी मिली कि वे मनवेलपाड़ा के विवंत होटल में एक बैठक आयोजित कर रहे थे, जहाँ नाइक और स्थानीय भाजपा नेता मौजूद थे।
अंग्रेज़ी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्होंने तावड़े को उपस्थित लोगों को पैसे बांटते हुए देखा। ठाकुर ने दावा किया कि तावड़े के पास 5 करोड़ रुपये और नामों वाली दो डायरियाँ हैं। बीवीए ने आरोप लगाया कि तावड़े जब होटल के अंदर बैठक कर रहे थे, तब होटल का मुख्य द्वार बंद था। बीवीए ने नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र के सभी 507 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग को लेकर चिंता जताई है। इस क्षेत्र में पालघर जिले के दो महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों में से एक शामिल है।
वसई निर्वाचन क्षेत्र में ठाकुर का मुक़ाबला भाजपा उम्मीदवार स्नेहा दुबे से है। ठाकुर ने दावा किया कि तावड़े ने विरार में अपनी उपस्थिति के लिए माफ़ी मांगने के लिए फ़ोन किया। उन्होंने पुलिस और चुनाव अधिकारियों से चुनाव आचार संहिता के कथित उल्लंघन पर कार्रवाई करने का आग्रह किया।