एक ओर जहां बीजेपी ने मोदी सरकार के 11 साल को ‘विकास का स्वर्णिम अध्याय’ करार देते हुए उपलब्धियों का ढोल पीटा, वहीं कांग्रेस ने इसे ‘जुमलों का दौर’ बताकर तीखा वार किया। बीजेपी ने सरकार की उपलब्धियों को ‘बेमिसाल’ क़रार देते हुए बड़े पैमाने पर जश्न मनाया और एक महीने तक उपलब्धियों का बखान करने की योजना बनाई है, कांग्रेस ने इन उपलब्धियों को प्रोपेगेंडा और जुमला क़रार दिया है। सियासी गलियारों में हलचल तेज है, क्योंकि दोनों दिग्गज दलों की यह जुबानी जंग अब सोशल मीडिया से सड़कों तक पहुंच चुकी है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल को ‘स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाने वाला’ बताया। नड्डा ने कहा, ’11 साल पहले देश तुष्टिकरण की राजनीति में डूबा था, लेकिन पीएम मोदी ने इसे बदलकर जवाबदेही और विकास की राजनीति की शुरुआत की।’ उन्होंने अनुच्छेद 370 की समाप्ति, तीन तलाक पर रोक, नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए, नोटबंदी और महिला आरक्षण जैसे फ़ैसलों को सरकार की बड़ी उपलब्धियों के रूप में गिनाया। नड्डा ने दावा किया कि भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और विदेशी मुद्रा भंडार में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर भी #11YearsOfSeva कैंपेन के ज़रिए अपनी योजनाओं को जनता तक पहुँचाया। पार्टी ने दावा किया कि पीएम आवास योजना के तहत 4 करोड़ पक्के मकान, उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ गैस कनेक्शन, और आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएँ दी गई हैं। इसने कहा कि मोदी सरकार के 11 वर्ष के कार्यकाल में जनधन योजना के तहत करोड़ों लोगों को बैंकिंग सुविधा मिली, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिला।
बीजेपी ने कहा है, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने 31 मार्च, 2026 तक भारत से नक्सलवाद ख़त्म करने का संकल्प लिया है। 2025 के बजट में 12 लाख रुपये तक की आय पर टैक्स छूट दी गई, जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिली। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला। इसके अतिरिक्त देश की सांस्कृतिक विरासतों को बढ़ावा देने के लिए उनके जीर्णोद्धार एवं पुनरुद्धार पर भी बल दिया जा रहा है।
बीजेपी ने कहा कि प्रधानमंत्री के 11 वर्षों के कार्यकाल में भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक सुधारों की दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। इसने कहा है कि पाकिस्तान परस्त आतंकियों और उनके आकाओं को एक नहीं, बल्कि तीन-तीन बार घर में घुसकर मुंहतोड़ जवाब दिया है। इसने कहा कि तीन तलाक कानून ने मुस्लिम महिलाओं को कानूनी सुरक्षा प्रदान की।
कांग्रेस का पलटवार: ‘जुमला सरकार’
दूसरी ओर, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मोदी सरकार के 11 साल- न जवाबदेही, न बदलाव, सिर्फ प्रचार।’ उन्होंने सरकार पर वादों को पूरा न करने और महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विफल रहने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार ने 11 साल में केवल प्रचार पर ध्यान दिया, जबकि आम जनता की समस्याएं अनसुलझी रही हैं।
कांग्रेस ने अपने एक दस्तावेज ‘एक और बार जुमला सरकार’ में बीजेपी के 2024 के घोषणापत्र और पिछले वादों को अधूरा बताया। पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार ने युवाओं को रोजगार, किसानों को उचित समर्थन मूल्य, और गरीबों को आर्थिक राहत देने में नाकाम रही है।
कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘बीजेपी 150 पन्नों की एक पुस्तिका लेकर आई है, जिसमें 11 साल का लेखा-जोखा लिखा गया है। इस पुस्तिका में नारी शक्ति वंदन अधिनियम के ऊपर ऐसी बातें हो रही हैं, मानो उसे लागू ही कर दिया गया है, लेकिन सच्चाई ये है कि इसे जनगणना के बाद लागू होना है। आज जेपी नड्डा जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उसमें बड़े-बड़े दावे ठोके, जिसमें आपको आंकड़े बेहद कमजोर मिलेंगे। सच्चाई ये है कि ये मोदी सरकार के 11 साल नहीं, बल्कि ‘नो डेटा सरकार’ के 11 साल हैं।’
कांग्रेस ने कहा, ‘हम लगातार मोदी सरकार से सवाल पूछते रहे हैं और बताते रहे हैं कि इस सरकार के दावे बनाम सत्य क्या हैं? ये NO DATA AVAILABLE सरकार के 11 साल हैं। ये मोदी सरकार के नहीं बल्कि मोदी प्रचार के 11 साल हैं। ये GDP की धीमी रफ्तार के 11 साल हैं, जहां न नीति है न नीयत। ये जवाबदेही के इंतजार के 11 साल हैं।’
बीजेपी ने कहा, ‘अगर आप आज किसी गरीब, पिछड़े, वंचित और दलित वर्ग के व्यक्ति से पूछेंगे तो वो कहेगा कि ये बेकार के 11 साल हैं। पिछले 11 साल में मोदी सरकार में 906 स्कीमों की घोषणा की गईं, जिनकी सच्चाई ये रही कि करीब 71% स्कीमें फेल हो गईं और यही जुमला सरकार का सत्य है।’
कांग्रेस ने कहा
सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण जैसी बातें वह व्यक्ति कर रहा है-
- जिन्होंने संसद में कहा- एक अकेला सब पर भारी
- जिनके समय में 18 महीने में 4 बार आतंकवादियों ने हमला किया और आज भी वो खुलेआम घूम रहे हैं
- जिनकी देख-रेख में अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सेना के जहाजों में 600 से ज्यादा भारतीयों को बेड़ियों में जकड़कर देश वापस भेजा गया
- जिन्होंने गुजरात में ‘नमस्ते ट्रंप’ और दिल्ली में G-20 के लिए गरीबों के घर ढकने के लिए ऊंची सी दीवार बना दी और हरे पर्दे लगा दिए
कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी का दावा है कि उसने पीएम किसान लाभार्थियों को 3.7 लाख करोड़ रुपए वितरित किए, जबकि हकीकत यह है कि अप्रैल 2022 से नवंबर 2023 के बीच करीब सवा 2 करोड़ लाभार्थी लिस्ट से ही हटा दिए गए।
कांग्रेस ने कहा कि उसके बाद बीजेपी दावा किया कि लिस्ट में 25 लाख नए किसानों को शामिल किया गया, जबकि हकीकत यह है कि इसमें मात्र 13 लाख किसानों को शामिल किया गया।
सोशल मीडिया पर तनातनी
मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर सोशल मीडिया पर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। बीजेपी समर्थकों ने सरकार के विकास कार्यों जैसे वंदे भारत ट्रेनें, आत्मनिर्भर भारत पहल, और जम्मू-कश्मीर में शांति की बहाली को रेखांकित किया। वहीं, विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बेरोजगारी, महंगाई, और सामाजिक मुद्दों को उठाकर सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए।
मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर जहां बीजेपी इसे विकास और सुशासन का प्रतीक मान रही है, वहीं विपक्ष इसे प्रचार और जुमलेबाजी का दौर बता रहा है। जैसे-जैसे 2027 के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, दोनों पक्षों के बीच यह सियासी जंग और तेज होने की संभावना है।