बेंगलुरु भगदड़ मामले में चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया है। अब क्रिकेटर विराट कोहली फँसते दिख रहे हैं। उनके ख़िलाफ़ कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई है। कोहली को इस हादसे का मुख्य जिम्मेदार ठहराने की मांग की गई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह शिकायत स्थानीय निवासी और सोशल एक्टिविस्ट एच. एम. वेंकटेश ने दर्ज कराई है। अभी तक कोहली के ख़िलाफ़ कोई औपचारिक एफ़आईआर दर्ज नहीं की गई है।
कोहली के ख़िलाफ़ यह शिकायत रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु यानी आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को लेकर दर्ज की गई है। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 37 से अधिक लोग घायल हो गए। इस उत्सव के लिए प्रशंसकों की भारी भीड़ जुटी थी। वे विराट कोहली जैसे अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए बेताब थे। स्थिति तब अनियंत्रित हो गई, जब भीड़ ने स्टेडियम के गेट्स पर धक्का-मुक्की शुरू कर दी, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ मच गई।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार सोशल एक्टिविस्ट एच. एम. वेंकटेश ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि विराट कोहली ने इसमें केंद्रीय भूमिका निभाई और जनता को भारी संख्या में जुटने के लिए उकसाया और इसी कारण यह हादसा हुआ। वेंकटेश ने यह भी दावा किया कि कोहली का हादसे के तुरंत बाद लंदन रवाना होना उनकी संलिप्तता पर संदेह को और मजबूत करता है।
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने इस शिकायत को स्वीकार करते हुए कहा कि इस पर पहले से दर्ज एक मामले के तहत विचार किया जाएगा। हालाँकि, पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभी तक कोहली के ख़िलाफ़ कोई औपचारिक एफ़आईआर दर्ज नहीं की गई है।
एक्स पर #ArrestKohli ट्रेंड करने लगा, जहां कुछ यूजरों ने कोहली को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया, जबकि उनके प्रशंसकों ने उनका बचाव करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को इस त्रासदी के लिए दोषी ठहराना ठीक नहीं है।
विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘मैं इस हादसे से पूरी तरह टूट चुका हूं। यह बहुत दुखद है कि उत्सव का ऐसा क्षण त्रासदी में बदल गया।’ अनुष्का ने भी अपनी भावनाएं साझा करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। दोनों को हादसे के बाद मुंबई लौटते समय गंभीर और उदास देखा गया।
पुलिस की कार्रवाई
भगदड़ वाले हादसे के बाद कर्नाटक सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक जांच आयोग का गठन किया है, जो इस घटना की जांच करेगा। इसके अलावा, बेंगलुरु पुलिस आयुक्त बी. दयानंद और चार अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। सरकार ने इस हादसे के लिए आरसीबी फ्रेंचाइजी, केएससीए और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है।
हादसे के लिए अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की कमी को जिम्मेदार माना जा रहा है। आरसीबी के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 4 जून को दोपहर 3:14 बजे किए गए एक पोस्ट में ‘विजय परेड’ की घोषणा की गई थी। इसके कारण भारी भीड़ जमा हुई। कई लोगों का मानना है कि इस पोस्ट ने प्रशंसकों को स्टेडियम की ओर आकर्षित किया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
इस हादसे ने राजनीतिक विवाद को भी जन्म दिया है। बीजेपी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था और खराब प्रबंधन का आरोप लगाया है। बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा कि यह आयोजन मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार को सम्मानित करने के लिए था, न कि आरसीबी के खिलाड़ियों के लिए। बीजेपी एमएलसी एन. रविकुमार ने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है, यह कहते हुए कि निर्दोष पुलिस अधिकारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
यह हादसा न केवल आरसीबी की ऐतिहासिक जीत की खुशी को फीका कर गया, बल्कि बड़े आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की ज़रूरत को भी रेखांकित करता है। विराट कोहली के ख़िलाफ़ दर्ज शिकायत ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। हालाँकि, अभी तक कोई औपचारिक एफ़आईआर कोहली के खिलाफ दर्ज नहीं हुई है, लेकिन जांच जारी है।