चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ की वजह एक ऐसी अफवाह थी जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे । स्टेडियम में अफवाह फैलाई गई कि अंदर जाने के लिए मुफ्त टिकट बांटे जा रहे हैं । इस अफवाह के बाद जो हुआ उसने सभी को झकझोर दिया । किस तरह ये अफवाह फैलाई गई और क्या ये सच में कोई अफवाह थी या सोची समझी साजिश । लेकिन अफवाह तो अफवाह है। इस घटना के पीछे जिम्मेदार कौन है, यह कैसे तय होगा? क्या अफवाह की आड़ में मामला दबा दिया जाएगा। हाथरस में जब एक बाबा के सत्संग में भगदड़ हुई थी तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उसमें साजिश नज़र आई थी।
बुधवार को, बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की ऐतिहासिक आईपीएल 2025 जीत का जश्न मनाने के लिए लाखों फैंस जमा हुए। स्टेडियम की क्षमता केवल 35 हजार दर्शकों की थी, लेकिन लगभग 2 से 3 लाख लोग वहां पहुंच गए। इस भीड़ का कारण थी एक अफवाह—जिसमें कहा गया कि स्टेडियम के गेट नंबर 7 पर टिकट बांटे जा रहे हैं और वो भी बिल्कुल फ्री ।
यह अफवाह इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में गेट नंबर 7 पर हालात बिगड़ने लगे। लोग फ्री के टिकट पाने के लिए एक-दूसरे पर गिर पड़े। भीड़ को नियंत्रित करने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी। दरअसल स्टेडियम में 13 गेट और 21 स्टैंड हैं, लेकिन गेट 5, 6, 7, 19, और 20 पर सबसे ज्यादा भीड़ थी, क्योंकि इन्हें टीम का मुख्य प्रवेश मार्ग बनाया गया था। गेट 7 पर सबसे ज्यादा लोग घायल हुए क्योंकि इसी गेट के लिए अफवाह फैलाई गई थी। शाम 5:30 बजे के आसपास अचानक बारिश ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। भीड़ में धक्का-मुक्की बढ़ गई, और भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 33 लोग घायल हो गए।
शाम 6:30 बजे के आसपास पुलिस को भीड़ को दूर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। एम्बुलेंस घायलों को ले जाने के लिए भीड़ के बीच से निकलने में जूझ रही थी। कुछ ही देर में हालात बद से बद्तर होते चले गए ।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा, “चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भगदड़ में 11 लोगों की मौत हुई और 33 लोग घायल हुए। इतनी बड़ी भीड़ की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।” उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “लोगों की भीड़ ने गेट तोड़ दिए, जिसके कारण भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। हमने जांच के लिए पुलिस आयुक्त और अधिकारियों से बात की है।”
पूरे मामले पर RCB ने दुख जताते हुए कहा कि “हम बेंगलुरु में हुई दुखद घटना से बहुत दुखी हैं, जहां आज दोपहर हमारी टीम के स्वागत के लिए भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे जरूरी है। हम इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। जैसे ही हमें भगदड़ की खबर मिली, हमने अपना उत्सव कार्यक्रम छोटा कर दिया और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन किया।” वहीं क्रिकेटर विराट कोहली ने कहा कि ‘मेरे पास शब्द नहीं है, पूरी तरह से टूट गया हूं’
पूर्व क्रिकेटर मदन लाल का हमला
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज मदन लाल ने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को लेकर RCB की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 11 लोगों की जान चली गई, यह त्रासदी कभी नहीं होनी चाहिए थी। यह पूरी तरह से टाली जा सकती थी। आपने मंगलवार रात को अहमदाबाद में उत्सव मनाया। बेंगलुरु में उत्सव आयोजित करने की इतनी जल्दी क्या थी?” क्या तीन-चार दिन और इंतजार नहीं किया जा सकता था । अगर यह 3-4 दिन बाद जीत का जश्न आयोजित किया जाता, तब भी आरसीबी फैंस जरूर आते। अगर ऐसा किया गया होता, तो शायद इस घटना को रोका जा सकता था । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तो दोषी है ही लेकिन RCB का भी दोष कम नहीं है ।
भगदड़ की अन्य वजहें
बेंगलुरु भगदड़ के पीछे कई कारण सामने आए हैं। सबसे बड़ा कारण था कि इतने बड़े आयोजन के लिए भीड़ को नियंत्रित करने की कोई व्यवस्था नहीं थी । स्टेडियम में क्षमता से ज्यादा लोग स्टेडियम में जमा हो गए। मुफ्त टिकट की अफवाह ने स्थिति को और बेकाबू कर दिया। इसके अलावा, शहर में विजय परेड की अनुमति देने में देरी ने भी व्यवस्था को खराब कर दिया । मुख्य प्रवेश मार्गों पर कोई खास तैयारियां नहीं की गई थीं । पुलिस और आयोजकों को इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी, जिसकी वजह से स्थिति हाथ से निकल गई।
इस मामले पर कुछ लोगों का ये भी कहना है कि ये सब सरकार और प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुआ है । सरकार ने आपसी खींचतान की वजह से ठीक से व्यवस्था नहीं करवाई जिसका खामियाज़ा जनता को भुगतना पड़ा । मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक पहले तय हुआ था कि सीएम सिद्धरमैया विधान सभा में RCB से मुलाकात करेंगे लेकिन जिस दिन टीम बेंगलुरु पहुंची तो डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार टीम का स्वागत करने और उनसे मुलाकात करने पहले ही एयरपोर्ट पहुंच गए । जिसकी वजह से सुबह से ही शहर में व्यवस्था बिगड़ती गई । चारों ओर गाड़ियों का लंबा ट्रैफिक और भीड़ ही भीड़ थी।