सोलापुर जिले के मालसिरस विधानसभा क्षेत्र के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के विधायक उत्तम जानकर ने मरकडवाड़ी गांव में मतपत्र से मतदान की मांग को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। उनकी घोषणा के बाद महाराष्ट्र के कई और गांवों में इस तरह की पहल की है। यह अलग बात है कि सरकार ने पुलिस के जरिए इस आंदोलन को आगे नहीं बढ़ने दिया। उत्तम ने कहा कि मतदान के आंकड़ों में भ्रम है, इसलिए यह फैसला लेना पड़ा।
मरकडवाडी गांव की पूरे देश में चर्चा है। ऐसी भी चर्चा है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मरकडवाडी से मतपत्र यात्रा शुरू करेंगे। लेकिन राहुल गांधी की यात्रा का ऐलान हो पाता, अब मालसिरस के नवनियुक्त विधायक उत्तमराव जानकर ने अपनी विधायकी छोड़ने का ऐलान किया है।
शरद पवार रविवार को मरकडवाड़ी में
एनसीपी (शरद पवार) विधायक उत्तमराव जानकर ने मीडिया से बात करते हुए शनिवार को बताया कि ”शरद पवार कल (8 दिसंबर) ईवीएम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए मरकडवाड़ी आएंगे। मेरे खिलाफ हारने वाले भाजपा उम्मीदवार राम सातपुते और मैं मतपत्र पर मतदान कराने पर जोर दे रहे हैं। मैं इसके लिए विधायक पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। अगर चुनाव आयोग मतपत्र पर दोबारा मतदान की इजाजत देता है तो मैं इस्तीफा देने और दोबारा चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हूं।’
ईवीएम के खिलाफ बलिदान को तैयारः उन्होंने कहा, ”अगले 15 दिनों में हम मतपत्र पर चुनाव कराकर राज्य और देश में पैदा हुए संदेह के कोहरे को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। हम चुनाव आयोग को लिख रहे हैं। उनके इस बात पर सहमत होने के बाद मैं इस्तीफा दे दूंगा। किसी को तो ईवीएम के ख़िलाफ़ बलिदान देना चाहिए. मैं इसके लिए तैयार हूं’।’
मालसिरस में एक लाख वोट डायवर्ट
उत्तम जानकर ने कहा- जो लोग ईवीएम के जरिए सत्ता में आए हैं, उन्हें सिर्फ 25.1 फीसदी वोट मिले। जिन्हें शेष मत प्राप्त हुए वे पराजित हो गये। यशोमति ठाकुर, बच्चू कडू सदन से बाहर कैसे रह सकते हैं उत्तमराव जानकर ने यह भी आरोप लगाया कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में लगभग एक लाख वोट डायवर्ट किए गए हैं। हालाँकि मैं जीत गया हूँ, लेकिन मेरे निर्वाचन क्षेत्र के लोगों में भयंकर आक्रोश है। एक गांव में मतपत्र से मतदान भी शुरू कराया गया, लेकिन सुरक्षा बलों ने बल प्रयोग कर इस प्रयास को विफल कर दिया। लोकतंत्र में लोगों को इनके साथ प्रयोग करने की इजाजत दी जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए मैं और राम सातपुते बैलेट पेपर पर वोट देने के लिए तैयार हैं।
— SunilRaut (@SunilRaut65) December 7, 2024
इस बीच विक्रोली विधानसभा के शिवसेना (ठाकरे) पार्टी के विधायक सुनील राउत ने भी ऐसी ही घोषणा की है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि वह विधायक पद से इस्तीफा देकर बैलेट पेपर से चुनाव लड़ने को तैयार हैं। सुनील राउत ने कहा- “जब मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र में कम से कम 40,000 से 50,000 वोटों के अंतर से जीतने की उम्मीद थी, तो मैं केवल 16,000 वोटों के अंतर से जीता हूं। यह परिणाम विक्रोली के लोगों को भी स्वीकार्य नहीं है, इसलिए मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं और मतपत्र पर वोट हो।”