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    Home » यूएस में कर्मचारियों और ट्रम्प प्रशासन में क्यों आई टकराव की नौबत, केस की धमकी
    भारत

    यूएस में कर्मचारियों और ट्रम्प प्रशासन में क्यों आई टकराव की नौबत, केस की धमकी

    By February 24, 2025No Comments4 Mins Read
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    अमेरिका में सरकारी कर्मचारियों की यूनियन और ट्रम्प प्रशासन के बीच मुकदमेबाजी की नौबत आ गई है। कर्मचारी यूनियन ने साफ कहा कि एलन मस्क का भेजा गया ईमेल क्रूर और अपमानजनक है। हम केस कर सकते हैं। ट्रम्प प्रशासन ने विदेशी सहायता एजेंसी यूएसएडी (USAID) के महत्वपूर्ण कर्मचारियों को छोड़कर यूएस में 1,600 पदों को खत्म करने की घोषणा की है। रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अरबपति एलोन मस्क के नेतृत्व वाले सरकारी दक्षता विभाग (Department of Government Efficiency) ने यूएसएड को कमजोर करने की कोशिश की है। यूएसएड को सरकार से मिलना वाला फंड पहले ही रोका जा चुका है। यूएसएड के जरिये जिन देशों को फंड दिया जा रहा था, उसे भी रोक दिया गया है। भारत को प्रस्तावित फंड भी रोका जा चुका है। भारत में तो यूएस एड को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोपों के दौर चल रहे हैं।  

    रॉयटर्स ने इस ईमेल को देखा है। उसमें कहा गया है कि “मुझे खेद है कि आपको सूचित करना पड़ रहा है कि आप ‘रेडक्शन इन फोर्स’ कार्रवाई से प्रभावित हैं।” ईमेल में कहा गया कि जिन कर्मचारियों को यह नोट मिला है, उन्हें 24 अप्रैल से केंद्रीय सेवा से हटा दिया जाएगा। यूएसएड ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि रविवार को आवश्यक कर्मचारियों को छोड़कर सभी कर्मियों को अवकाश पर रखा जाएगा और अमेरिका में 1,600 यूएसएआईडी कर्मियों को हटा दिया जाएगा। इससे पहले के नोटिस में 2,000 अमेरिकी पदों को खत्म करने की बात कही गई थी।

    व्हाइट हाउस ने अभी इस घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है। यूएसएड के दो पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि लगभग 4,600 यूएसएड कर्मियों, करियर अमेरिकी सिविल सेवा और विदेश सेवा कर्मचारियों में से अधिकांश को प्रशासनिक अवकाश पर रखा जाएगा।  

    कई पूर्व अधिकारी इसे अमेरिका के लिए अच्छा नहीं बता रहे हैं। पूर्व अधिकारियों में से एक, मार्सिया वोंग ने कहा, “यह ट्रम्प प्रशासन की अदूरदर्शिता हैं। जब कोई बीमारी फैलती है, आबादी विस्थापित होती है, तो ये यूएसएड विशेषज्ञ ही ग्राउंड पर होते हैं। उन्हें ही स्थिरता और सहायता पहुंचाने के लिए सबसे पहले तैनात किया जाता है।”

    मस्क के ईमेल का जवाब न देने का निर्देश

    ट्रम्प प्रशासन के प्रमुख अमेरिकी विभागों ने कर्मचारियों से कहा है कि वे एलन मस्क की ईमेल का जवाब न दें। मस्क ने एक ईमेल के जरिये कर्मचारियों से पूछा है कि पिछले हफ्ते उन्होंने अपने काम में क्या हासिल किया।

    एफबीआई, होम डिपार्टमेंट और पेंटागन जैसी एजेंसियों ने कर्मचारियों को मस्क के संदेश का जवाब न देने का निर्देश दिया। मस्क ने सोमवार आधी रात तक जवाब देने को कहा है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने अभी तक ईमेल प्रकरण पर कोई टिप्पणी नहीं की है। मस्क के निर्देश और उसके बाद उनके ईमेल का जवाब न देने के आदेश ने कर्मचारियों में भ्रम पैदा कर दिया है।

    पेंटागन ने अपने कर्मचारियों से कहा: “जब भी और अगर जरूरी हुआ, तो विभाग आपको प्राप्त ईमेल के जवाबों का समन्वय करेगा।” यानी पेंटागन अपनी ओर से जवाब दे देगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, होमलैंड सुरक्षा विभाग और संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने भी अपने कर्मचारियों को इसी तरह के निर्देश दिए हैं।

    संघीय कर्मचारियों की सबसे बड़ी यूनियन, अमेरिकन फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट एम्प्लॉइज ने एलोन मस्क के संदेश की आलोचना करते हुए इसे “क्रूर और अपमानजनक” बताया तथा मुकदमा करने की धमकी दी।

    मस्क की नौकरी में कटौती की कोशिश का असर व्यापक अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। इस वजह से सरकार के साथ व्यापार करने वाली कंपनियों को अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकालना पड़ा है। रिटेलर्स को भुगतान टालना पड़ा है। यूएसएड के साथ काम करने वाली एक कंपनी केमोनिक्स ने पिछले हफ़्ते कोर्ट में दाखिल एक फाइलिंग में कहा कि उसने 750 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है, जो उसके वर्कफोर्स का 63% है।

    विपक्षी डेमोक्रेट्स का कहना है कि बजट में कटौती का प्रयास सरकारी खर्च को नियंत्रित करने के कांग्रेस के अधिकार का उल्लंघन है। लेकिन वे इसे रोकने में काफी हद तक असमर्थ रहे हैं। हालांकि कांग्रेस में रिपब्लिकन ने इस कोशिश का स्वागत किया है क्योंकि वे खरबों डॉलर की टैक्स कटौती को लागू करने के लिए अपना खुद का व्यापक कानून तैयार कर रहे हैं। लेकिन कुछ रिपब्लिकन को मतदाताओं से विरोध का सामना करना पड़ा है, जिन्होंने कहा है कि मस्क अपने अधिकार का अतिक्रमण कर रहे हैं।

    (रिपोर्ट और संपादनः यूसुफ किरमानी)

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