Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • पर्यावरण दिवस: प्लास्टिक से ढँकते पहाड़, क्या भविष्य में हरियाली सिर्फ़ यादों में बचेगी?
    • बेंगलुरु आरसीबी आईपीएल भगदड़ः सरकार इसे रोकने के लिए राष्ट्रीय नीति कब बनाएगी
    • पीएम मोदी कल जम्मू कश्मीर में, कांग्रेस ने पहलगाम हमले की याद क्यों दिलाई
    • सबसे शानदार जादुई झरना! टींचा नदी से बनने वाला एक खूबसूरत वाटर फॉल
    • Roopnath Dham History: भस्मासुर से बचने के लिए यहाँ से भागे थे भगवान शिव, पानी की कमी के बीच भी यहाँ कैसे भरे होते हैं कुंड?
    • अयोध्या में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा, योगी का जन्मदिन, शंकराचार्य के सवाल
    • Satya Hindi News Bulletin। 5 जून, दोपहर तक की ख़बरें
    • Satya Hindi News Bulletin। 5 जून, सुबह तक की ख़बरें
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » यूक्रेन ने पानी के भीतर 1100 किलोग्राम बम विस्फोट से क्रीमिया पुल पर वार किया
    भारत

    यूक्रेन ने पानी के भीतर 1100 किलोग्राम बम विस्फोट से क्रीमिया पुल पर वार किया

    Janta YojanaBy Janta YojanaJune 3, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    यूक्रेन ने मंगलवार को दावा किया कि उसने पानी के भीतर 1100 किलोग्राम बम विस्फोट से क्रीमिया पुल पर वार किया है। उसने दावा किया है रूस द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले अहम केर्च ब्रिज पर यह तीसरी हमला है। 
    यूक्रेन की सुरक्षा सेवा यानी एसबीयू ने इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी ली है। इसने कहा है कि विस्फोट के लिए 1100 किलोग्राम विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया। इसके परिणामस्वरूप पुल के पानी के नीचे के सहायक खंभों को गंभीर नुक़सान पहुंचा। यह हमला रूस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि यह 19 किलोमीटर लंबा पुल रूसी सेना के लिए क्रीमिया और दक्षिणी यूक्रेन में आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण मार्ग है। एसबीयू ने इस हमले का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें पानी के नीचे एक शक्तिशाली विस्फोट दिखाई दे रहा है, जिसके साथ मलबा हवा में उड़ता हुआ नज़र आता है। सोशल मीडिया पर यूज़रों ने इस विस्फोट से जुड़े फुटेज को साझा किया है।
    रॉयटर्स ने क्षेत्र की सैटेलाइट और फाइल इमेजरी से मेल खाने वाली पुल की संरचना से उस जगह की पुष्टि की। रॉयटर्स स्वतंत्र रूप से यह सत्यापित नहीं कर सका कि वीडियो कब फ़िल्माया गया था।
    मीडिया रिपोर्टों के अनुसार एसबीयू ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी कर कहा कि इस ऑपरेशन की योजना कई महीनों तक बनाई गई थी। बयान के अनुसार, ‘हमने इस अवैध ढांचे के सहायक खंभों पर विस्फोटक लगाए और मंगलवार सुबह 4:44 बजे पहला विस्फोटक सक्रिय किया गया।’ विस्फोटकों की ताक़त 1100 किलोग्राम टीएनटी के बराबर थी, जिसने समुद्र तल पर पुल के खंभों को गंभीर रूप से नुक़सान पहुँचाया।
    बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार एसबीयू प्रमुख वासिल माल्युक ने इस ऑपरेशन की निगरानी की और इसे ‘तीसरी बार भाग्यशाली’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘हमने 2022 और 2023 में पहले भी इस पुल को दो बार निशाना बनाया था। आज हमने इस परंपरा को पानी के नीचे जारी रखा।’ बता दें कि अक्टूबर 2022 में एक ट्रक में विस्फोटकों का उपयोग करके पुल के सड़क को नुकसान पहुंचाया गया था। इस वजह से रेलवे के पास ईंधन टैंकों में आग लग गई थी। इस हमले में सड़क का एक हिस्सा समुद्र में गिर गया था। इसके बाद जुलाई 2023 में यूक्रेन ने समुद्री ड्रोनों का इस्तेमाल करके पुल के सहायक खंभों को निशाना बनाया था। इन हमलों के बाद रूस ने पुल की मरम्मत करने की कोशिश की, लेकिन यह ताज़ा हमला इसकी संरचना को और कमजोर करने वाला माना जा रहा है।
    रिपोर्ट के अनुसार माल्युक ने जोर देकर कहा कि क्रीमिया यूक्रेन का हिस्सा है और रूस की ओर से कोई भी अवैध ढांचा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
    यह रूसी सेना के लिए हथियारों, ईंधन और अन्य आपूर्तियों को क्रीमिया और दक्षिणी यूक्रेन में पहुंचाने का एक अहम मार्ग रहा है। यूक्रेन ने इसे बार-बार ‘वैध सैन्य निशाना’ करार दिया है, क्योंकि यह रूस की सैन्य रणनीति का एक अहम हिस्सा है।
    रूसी अधिकारियों ने मंगलवार को टेलीग्राम पर घोषणा की कि केर्च ब्रिज पर यातायात को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। रूस के रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल रायबर ने दावा किया कि यूक्रेन ने संभवतः धीमी गति वाले पानी के नीचे ड्रोन का इस्तेमाल किया, लेकिन विस्फोट केवल थोड़ा सा नुक़सान पहुंचा सका। रूस ने अभी तक यूक्रेन के दावों पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। क्रीमिया विंड नामक एक प्रो-यूक्रेनी टेलीग्राम चैनल ने बताया कि हमले के बाद पुल को निरीक्षण के लिए बंद कर दिया गया था। 
    यह हमला यूक्रेन के हाल के बड़े सैन्य अभियानों की कड़ी में आया है। रविवार को यूक्रेन ने “स्पाइडर वेब” अभियान के तहत एक बड़े ड्रोन हमले में रूस के सामरिक हवाई अड्डों को निशाना बनाया था, जिसके परिणामस्वरूप रूस के लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों को नुक़सान पहुंचा। यूक्रेन की सेना का कहना है कि ये हमले रूस की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने और क्रीमिया पर नियंत्रण को चुनौती देने की रणनीति का हिस्सा हैं।
    यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन और रूस के बीच तुर्की में मध्यस्थता के तहत शांति वार्ता का दूसरा दौर चल रहा है। सोमवार को दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी शर्तें रखीं। यूक्रेन ने उस मांग को अस्वीकार कर दिया है जिसमें रूस ने मांग की थी कि वह अपने बड़े क्षेत्रों को सौंप दे और अपनी सेना को सीमित करे। 
    केर्च ब्रिज पर यह ताज़ा हमला यूक्रेन की सैन्य रणनीति और दृढ़ संकल्प को दिखाता है। एसबीयू ने इसे रूस के अवैध कब्जे के ख़िलाफ़ एक और क़दम क़रार दिया है। हालाँकि पुल पूरी तरह से तबाह नहीं हुआ है, लेकिन इसकी संरचना को पहुँचा नुक़सान रूस के लिए एक रणनीतिक झटका है।
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleआजीवन यादगार बनकर साथ रहेगी मानसून में उत्तराखंड की फूलों की घाटी की यात्रा, धरती पर स्वर्ग का अनुभव
    Next Article पंजाब का एक युवक जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, राजस्थान में भी कार्रवाई
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    पर्यावरण दिवस: प्लास्टिक से ढँकते पहाड़, क्या भविष्य में हरियाली सिर्फ़ यादों में बचेगी?

    June 5, 2025

    बेंगलुरु आरसीबी आईपीएल भगदड़ः सरकार इसे रोकने के लिए राष्ट्रीय नीति कब बनाएगी

    June 5, 2025

    पीएम मोदी कल जम्मू कश्मीर में, कांग्रेस ने पहलगाम हमले की याद क्यों दिलाई

    June 5, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.