
Uttar Pradesh panchayat elections: उत्तर प्रदेश में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर राष्ट्रीय लोकदल(RLD) ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैसला लिया है। मेरठ में सम्पन्न हुई चुनाव समिति की बैठक में RLD ने बड़ा कदम उठाते हुए तय किया कि पार्टी अकेले अपने ही दम पर किसी गठबंधन के बिना पंचायत चुनाव लड़ेगी। मेरठ में (RLD) ने उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव को मद्देनजर रखते हुए एक अहम बैठक का आयोजन किया जिसमें पार्टी द्वारा बहुत बड़ा ऐलान किया गया। एनडीए का हिस्सा होने के बावजूद अब राष्ट्रीय लोकदल उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव केवल अकेले दम पर लड़ेगी। राष्ट्रीय लोक दल के इस ऐलान के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी भी काफ़ी टेंशन में है।
मेरठ में पंचायत चुनाव समिति के प्रदेश संयोजक डॉ. कुलदीप उज्जवल ने 12 सितंबर को एक बैठक में पार्टी को लेकर बड़ी घोषणा की। मेरठ में आयोजित चुनाव समिति की बैठक को लेकर डॉ. कुलदीप उज्जवल ने कहा कि पंचायत का चुनाव गांव का चुनाव है। गांव के लोग इसमें वोट डालते हैं। हमारी पार्टी गांव में ग्रास रूट लेवल तक जुड़ी हुई है, उसी पर हम काम करते हैं। और उसी के दम पर हम पूरे प्रदेश में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। हमारी पूरी तैयारी हो चुकी, मेरठ में हमारी बैठक थी जो हमारी क्षेत्रीय स्तर की बैठक थी। हमारा क्षेत्र दो मंडलों का क्षेत्र है, हमारा गठबंधन है, हम एनडीए के पार्ट भी हैं। वो विधानसभा स्तर पर और लोकसभा स्तर पर हमारा गठबंधन है। लेकिन यह क्षेत्रीय स्तर का चुनाव है, पंचायत का चुनाव है। इस चुनाव को हम लोग अपने संगठन के दम पर, अपने कार्यकर्ता के दम पर लड़ने का काम करेंगे।
पार्टी का तय होगा भविष्य
इस बैठक के दौरान मेरठ और सहारनपुर मंडल के सभी पदाधिकारी, क्षेत्रीय अध्यक्ष और पंचायत समिति के सदस्यगण मौजूद रहे। इस बैठक में यह भी तय किया गया कि हर जिले में पांच सदस्य समिति का गठन होगा जो प्रत्याशी चयन की जिम्मेदारी निभाएगी। रालोद का मानना है कि पंचायत चुनाव से संगठन की ताकत निचले स्तर तक पहुंचेगी और कार्यकर्ताओं को सक्रिय राजनीति में समुचित भागीदारी का अवसर भी मिलेगा। पंचायत चुनाव समिति के प्रदेश संयोजक ने बैठक के बारे में बताया कि पंचायत चुनाव से ही विधानसभा चुनाव की मजबूत नींव तैयार होगी। इस दौरान कुलदीप उज्जवल ने इस कथन पर भी जोर दिया कि पंचायत स्तर की जीत भविष्य की बड़ी राजनीतिक दिशा तय करेगी।