Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • War Live: तेल अवीव में धमाके, ट्रम्प ने ईरानियों से तेहरान छोड़ने को कहा
    • इसराइल-ईरान वॉरः ट्रम्प ने G7 के संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर से इनकार क्यों किया
    • हरियाणा की मॉडल मर्डर मिस्ट्री, आखिर शीतल का कातिल कौन ?
    • कौन हैं अमेरिका से भिड़ने वाले अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई?
    • हमें मोदी जी समझ रखा है क्या!
    • ईरान के मिसाइल हमलों से इसराइल में मचा हड़कंप!
    • इसराइल को क्यों चुभते हैं अयातुल्ला अली खामेनेई?
    • हाइफा में 14-15-16 जून को क्या हुआ, इसराइल की मुख्य रिफाइनरी तबाह
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » रॉबिन उथप्पा और लालचंद राजपूत दुबई में
    भारत

    रॉबिन उथप्पा और लालचंद राजपूत दुबई में

    By March 1, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा और यूएई के वर्तमान मुख्य कोच लालचंद राजपूत ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच दुबई में होने वाले मुकाबले से पहले एक मंच पर नजर आए। दोनों 2007 में एम.एस. धोनी की कप्तानी में भारत की पहली टी20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे, इस दौरान दोनों दिग्गज जीवन में खुशी के महत्व पर चर्चा करते हुए नजर आए।

    यह चर्चा एक पुस्तक “लाइफ लेसन्स फ्रॉम क्रिकेट” के लांच के अवसर पर हुई। इस पुस्तक को वरिष्ठ पत्रकार विमल कुमार और आशीष अंबास्ता ने लिखा है। पुस्तक की भूमिका (Foreword) पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल ने लिखी है, जबकि प्रस्तावना (Preface) 2011 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सहयोगी स्टाफ सदस्य पैडी अप्टन ने दी है। इसके अलावा, पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण और आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल ने भी इस पुस्तक की सराहना की है। क्रिकेट से जीवन के सबक विषय के अलावा, दोनों खिलाड़ियों ने दुबई में चल रही चैंपियंस ट्रॉफी के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी चर्चा की। 

    प्रस्तुत हैं उनके विचारों के कुछ अंश:

    रॉबिन उथप्पाः घरेलू परिस्थितियों का लाभमैं इसे पूरी तरह घरेलू लाभ नहीं कहूंगा, लेकिन निश्चित रूप से परिचित परिस्थितियों का फायदा होता है। मैंने एक साक्षात्कार में सुना था कि पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने कहा था कि अगर एक मैच अबू धाबी, एक दुबई और एक शारजाह में होता, तो अन्य टीमों को शिकायत करने का मौका नहीं मिलता। लेकिन हमें यह भी पूछना चाहिए कि हम पाकिस्तान क्यों नहीं गए इसका कारण राजनीतिक स्थिति है। हर देश को यह अधिकार है कि वह तय करे कि उसे किस देश की यात्रा करनी है और किसकी नहीं।अगर एक टीम को एक ही स्थान पर खेलना पड़ता है, तो ऐसा हो सकता है। भारत भी शिकायत कर सकता था कि अगर वे पाकिस्तान की सपाट पिचों पर खेलते, तो उनका रिकॉर्ड और भी बेहतर हो सकता था, बल्लेबाजों को अधिक रन बनाने के अवसर मिल सकते थे। लेकिन अंत में, क्रिकेट बल्ले और गेंद के बीच की प्रतिस्पर्धा है और जो टीम उस दिन बेहतर खेलेगी, वही जीतेगी। जो लोग इस पर शिकायत करते हैं, उनकी मानसिक स्थिति समझी जा सकती है। यह बहुत स्पष्ट हो जाता है।

    सेमीफाइनल में प्रतिद्वंद्वी को लेकर भारत की पसंद:  एक क्रिकेटर के रूप में, हमारे लिए यह मायने नहीं रखता कि हमारा प्रतिद्वंद्वी कौन है। हमें अपनी फॉर्म, अपनी ताकत और टीम के माहौल पर ध्यान देना चाहिए। यह इस बात से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम किसके खिलाफ खेल रहे हैं या किस पिच पर खेल रहे हैं। किसी भी आत्मविश्वासी और अच्छी फॉर्म में चल रही टीम के लिए ये बातें मायने नहीं रखतीं। वे सिर्फ इस पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि उन्हें मैच जीतने के लिए क्या करना है।

    लालचंद राजपूतःभारत के घरेलू लाभ पर

    देखिए, निश्चित रूप से एक फायदा होता है जब एक टीम सभी मैच एक ही स्थान पर खेलती है। लेकिन अगर आप गौर करें, तो पाकिस्तान की पिचें सपाट होती हैं, जबकि दुबई की पिचें धीमी होती हैं और इन परिस्थितियों में जल्दी ढलने के लिए मेहनत करनी पड़ती है।

    न्यूजीलैंड के खिलाफ ‘अहमियत रहित’ मैच पर: एक कोच के नजरिए से, कोई भी मैच ‘अहमियत रहित’ नहीं होता। आप हमेशा अपनी टीम को जीतते हुए देखना चाहते हैं और अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम खिलाना चाहते हैं, जब तक कि कोई खिलाड़ी चोटिल न हो या वर्कलोड मैनेजमेंट के कारण बाहर न बैठना पड़े। जब आपकी टीम अच्छा खेल रही हो, तो लय बनाए रखना जरूरी होता है। अगर आप क्वालीफाई कर लेते हैं और टीम में बदलाव करते हैं, और फिर हार जाते हैं, तो अगला मैच भी उसी पैटर्न का शिकार हो सकता है, यानी लय की कमी हो सकती है। इसलिए, जब आप अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों, तो उसे बनाए रखना जरूरी होता है और हमेशा शीर्ष पर रहना चाहिए।

    विराट कोहली के 300वें मैच पर

    सच कहूं तो मैंने बहुत पहले भविष्यवाणी कर दी थी कि विराट कोहली सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ेंगे। उनमें अब भी वही भूख और जुनून है। 300 मैच बहुत बड़ी संख्या है। वह अब भी बहुत फिट हैं और हर रन उनके लिए बहुत मायने रखता है। वह अपनी विकेट को बहुत महत्व देते हैं और आसानी से नहीं गंवाना चाहते। यही कारण है कि वह नंबर 1 खिलाड़ी हैं।

     - Satya Hindi

    रोहित शर्मा बतौर कप्तान

    कप्तान के रूप में वह अब तक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं, खासकर युवा खिलाड़ियों के लिए। वह ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत खुशनुमा रखते हैं। वह बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की आजादी देते हैं और उन पर अनावश्यक दबाव नहीं डालते। वह हमेशा खुशमिजाज रहते हैं और टीम का माहौल हल्का बनाए रखते हैं। यही कारण था कि जब भारत ने वेस्ट इंडीज में टी20 विश्व कप जीता, तब टीम में शानदार माहौल था। वह न केवल कप्तान हैं, बल्कि कई खिलाड़ियों के लिए मित्र, मार्गदर्शक और सलाहकार भी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत इस चैंपियंस ट्रॉफी में एक और वैश्विक खिताब जीत सकता है।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleकनाडा ने 2025 के लिए ‘स्किल इमिग्रेशन’ योजना के तहत नौकरी की प्राथमिकताएँ बदल दी, वर्क वीजा प्राप्त करने में आसानी
    Next Article सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शीर्ष स्थान पर, ढाका ने निया में सबसे खराब वायु गुणवत्ता का रिकॉर्ड बनाया

    Related Posts

    War Live: तेल अवीव में धमाके, ट्रम्प ने ईरानियों से तेहरान छोड़ने को कहा

    June 17, 2025

    इसराइल-ईरान वॉरः ट्रम्प ने G7 के संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर से इनकार क्यों किया

    June 17, 2025

    हरियाणा की मॉडल मर्डर मिस्ट्री, आखिर शीतल का कातिल कौन ?

    June 16, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.