
Sanjay Raut Controversy Statement Operation Sindoor Fail
Sanjay Raut Controversy Statement Operation Sindoor Fail
Operation Sindoor Fail Controversy: एक तरफ जहां लोग ऑपरेशन सिंदूर की वाहवाही करते नहीं थक रहे, तो दूसरी तरफ विपक्ष के एक नेता ने ऑपरेशन सिंदूर को ‘फेल ऑपरेशन’ बता दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की है। हम बात कर रहे हैं कि शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत की। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान एक बड़ा बयान दिया है, जिससे सियासी माहौल गरमा गया है।
ऑपरेशन सिंदूर पर संजय राउत का विवादित बयान
संजय राउत ने आज मंगलवार को मीडिया के सामने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को फेल ऑपरेशन बताते हुए कहा कि आखिर इसकी जरुरत ही क्या थी। संजय राउत ने कहा, “देखिए ऑपरेशन सिंदूर तो सबसे पहले एक असफल ऑपरेशन है। लेकिन राष्ट्रहित में हम विपक्ष इसका और अधिक राजनीतिकरण नहीं करना चाहता है। दूसरी बात तो ये है कि आखिर ऑपरेशन सिंदूर की जरुरत क्यों पड़ी। इसलिए की आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी। इसके जिम्मेदार देश के गृह मंत्री अमित शाह हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “इसका प्रायश्चित करने के लिए अमित शाह जी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमित शाह को बर्खास्त कर देना चाहिए।”
क्या गुजरात के दाहोद में छिपे हैं आतंकवादी?- राउत
संजय राउत ने आगे सवाल पूछा कि क्या पहलगाम के आतंकवादी जो अभी तक पकड़े ही नहीं गए हैं, वह गुजरात के दाहोद में छिपे हैं। उन्होंने कहा, “पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जिम्मेदार अमित शाह हैं। आखिर आतंकवादी कहां हैं? क्या वह गुजरात में छिपे हैं या दाहोद में? कल मोदी जी दाहोद में थे, है न?”
ऑपरेशन सिंदूर की पूरी कहानी
बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने 25 पर्यटकों और एक लोकल कश्मीरी की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निस्तनाबूत कर दिया। इसी के बाद दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई हुई। पाकिस्तान ने भारत पर हमले के प्रयास किए, लेकिन भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए हवा में ही पाकिस्तानी हमलों को नष्ट कर दिया। साथ ही जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के 11 एयरबेसों का खात्मा कर दिया। इसके बाद आखिर में 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर पर समझौता हुआ।