शुक्र मीन राशि में अस्त: एस्ट्रोसेज एआई की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही अस्त होने वाले शुक्र से संबंधित यह खास ब्लॉग। इस ब्लॉग में हम आपको 18 मार्च, 2025 को सुबह 07 बजकर 34 मिनट पर मीन राशि में अस्त हो रहे शुक्र से जुड़ी सारी जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि शुक्र के अस्त होने पर देश-दुनिया और शेयर मार्केट पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।

शुक्र का मीन राशि में होना एक ऐसी स्थिति है जो रिश्ते, प्रेम और सौंदर्य में करुणा, रचनात्मकता और आदर्शवाद को दर्शाती है। जिन लोगों की कुंडली में शुक्र मीन राशि में स्थित होते हैं, वे जातक अक्सर प्यार को सपनों की दुनिया की तरह देखते हैं, रोमांटिक होते हैं और कभी-कभी प्यार या प्रेम संबंध को अलौकिक रूप में अनुभव करते हैं। ये प्यार के आदर्श स्वरूप पर अधिक ध्यान देते हैं और इस वजह से कभी-कभी अपने पार्टनर की खामियों को भी नज़रअंदाज़ कर देते हैं। ये बहुत ज्यादा रोमांटिक होते हैं, सच्चा जीवनसाथी ढूंढते हैं एवं रिश्ते में आध्यात्मिक जुड़ाव चाहते हैं।
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शुक्र मीन राशि में अस्त: विशेषताएं
जब शुक्र ग्रह मीन राशि में अस्त होते हैं, तो इसका मतलब होता है कि शुक्र सूर्य के 8 डिग्री के अंदर है। इसका शुक्र की ऊर्जा एवं प्रभाव पर असर पड़ता है। वैदिक ज्योतिष में किसी ग्रह को तब अस्त माना जाता है, जब वह सूर्य के बहुत नज़दीक होता है। इससे उस ग्रह की ऊर्जा बहुत कम या क्षीण हो जाती है। शुक्र को प्रेम, सौंदर्य और संबंधों का कारक माना गया है और इस ग्रह के खासतौर पर भावनात्मक राशि मीन में अस्त होने पर जातक को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्र ग्रह प्यार, आकर्षण और सौंदर्य की भावना को दर्शाता है लेकिन जब यह ग्रह अस्त होता है, तो इसकी ऊर्जा मंद हो जाती है। शुक्र मीन राशि में अस्त होने पर खासतौर पर प्रेम संबंधों में कभी-कभी आत्म-सम्मान और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के मामले में चुनौतियां देखनी पड़ सकती हैं। इन जातकों को अपनी ज़रूरतों को व्यक्त करने में संघर्ष करना पड़ सकता है, इन्हें पता नहीं होता है कि अपने प्रेम संबंध में इनका क्या मूल्य है या प्यार में इन्हें क्या मिलना चाहिए। इन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने या खुलकर बताने में दिक्कत आ सकती है।
मीन राशि में शुक्र का होना प्यार के आध्यात्मिक या रहस्यमयी पहलू से जुड़ा होता है। आप प्यार को एक अलौकिक शक्ति या आध्यात्मिक मार्ग की तरह देखते हैं। ये जातक अपने पार्टनर से आध्यात्मिक रूप से जुड़ने की चाहत रखते हैं या सच्चा जीवनसाथी पाना चाहते हैं और प्यार को आध्यात्मिक विकास की एक यात्रा के रूप में देखते हैं। मीन राशि में शुक्र के अस्त होने पर व्यक्ति में आदर्शवाद आता है, वह भावनात्मक रूप से मज़बूत और रचनात्मक बनता है लेकिन इसके साथ ही उसे आत्म-मूल्य, रिश्ते में सीमा निर्धारित करने और अवास्तविक अपेक्षाओं को लेकर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
इन्हें खासतौर पर प्यार में भावनात्मक उतार-चढ़ाव देखना पड़ सकता है और ये अक्सर रहस्यमयी और सच्चे जीवनसाथी की तलाश में रहते हैं। हालांकि, इन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे अपने रिश्ते में खुद को ही न खो दें या प्यार को लेकर बहुत ज्यादा आदर्शवादी न बन जाएं। शुक्र के मीन राशि में अस्त होने पर जातक को अपने रोमांटिक सपनों के साथ वास्तविकता को बनाए रखने और रिश्ते में सीमा निर्धारित करने की ज़रूरत होती है।
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शुक्र मीन राशि में अस्त: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह इस राशि के बारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। शुक्र मीन राशि में अस्त होने पर आप अपनी संचित संपत्ति का अधिकतर हिस्सा विलासिता या सुख-सुविधाओं पर खर्च कर सकते हैं लेकिन आपको इन खर्चों से कोई परेशानी नहीं होगी। आपको इन खर्चों से कुछ मिलने की उम्मीद रहेगी और इसी से आप खुश महसूस करेंगे। विवाहित जातक अपने जीवनसाथी के साथ कहीं बाहर घूमने जा सकते हैं। शुक्र के अस्त होने के दौरान आपको मनोरंजन और यात्रा जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम मिलने के आसार हैं।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब अस्त होने के दौरान शुक्र आपके दसवें भाव में रहेंगे। भले ही शुक्र उच्च अवस्था में रहें लेकिन दशम भाव में इसके अस्त होने को शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान शुक्र से मिथुन राशि के जातकों को लाभ न मिल पाने के संकेत हैं। कुछ परिस्थितियों में, जो जातक विदेश में काम कर रहे हैं या अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के लिए काम करते हैं, उन्हें कुछ नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
चूंकि, शुक्र शिक्षा के भाव यानी पांचवे घर के भी स्वामी हैं इसलिए छात्रों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयास करने पड़ सकते हैं। शुक्र के मीन राशि में अस्त होने के दौरान छात्रों को मनोरंजन के बजाय पढ़ाई पर ध्यान देने की ज़रूरत है। हालांकि, अगर आप अपने प्रेम संबंधों में सावधानी बरतते हैं, तो आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के दूसरे और नौवें भाव के स्वामी शुक्र देव हैं और अब वह आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। शुक्र का सातवें भाव में अस्त होना शुभ नहीं माना जाता है। मीन राशि में शुक्र के अस्त होने और राहु की उपस्थिति के कारण वैवाहिक और निजी संबंधों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। शुक्र मीन राशि में अस्त होने के दौरान कन्या राशि के जातकों को यौन अंगों से संबंधित बीमारी होने की आशंका है। इस समय आपको यात्रा करने से बचना चाहिए और महिलाओं के साथ किसी भी तरह का मतभेद या विवाद नहीं करना चाहिए। आपको अपने काम के प्रति अधिक प्रतिबद्ध रहना चाहिए।
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तुला राशि
तुला राशि के पहले और आठवें भाव के स्वामी शुक्र देव हैं जो कि अब आपके छठे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र का अस्त होना अशुभ हो सकता है और इन्हें जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत हैं। शुक्र मीन राशि में अस्त होने पर विवाहित जातकों को नकारात्मक प्रभाव मिल सकते हैं। शुक्र के छठे भाव में अस्त होने के कारण आपके शत्रु सक्रिय हो सकते हैं। हालांकि, इस दौरान आपको स्वास्थ्य समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। आपको इस समय महिलाओं से बहस न करने की सलाह दी जाती है।
मीन राशि
मीन राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह इस राशि के पहले भाव में अस्त होने जा रहे हैं। शुक्र मीन राशि में अस्त होने के दौरान जातक को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। राहु और अष्टमेश शुक्र के पहले भाव में होने के कारण जातक को कमज़ोर या थका हुआ महसूस हो सकता है।
शुक्र के मीन राशि में अस्त होने के दौरान ये जातक उत्साहित रहेंगे। इन्हें लघु यात्रा से अत्यधिक लाभ होने के आसार हैं। शिक्षा की बात करें, तो इस समय छात्रों को सकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत बहुत कम हैं। साहित्य या कला के क्षेत्र में काम करने वाले जातकों को अपने करियर में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्र मीन राशि में अस्त: ज्योतिषीय उपाय
अगर आप शुक्र के मीन राशि में अस्त होने पर सकारात्मक या शुभ परिणाम पाना चाहते हैं, तो आप एस्ट्रोसेज एआई के अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा बताए गए निम्न उपाय कर सकते हैं:
- आप शुक्र देव को प्रसन्न करने के लिए बीज मंत्र ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप करें।
- नकारात्मक ऊर्जाओं से छुटकारा पाने और शुद्धिकरण के लिए अपने घर पर हवन करवाएं।
- आप कुष्ठ रोगियों को दान करें और किसी न किसी तरह से उनकी सेवा करें।
- आप सफेद या गुलाबी रंग के कपड़े अधिक पहनें।
- आप शुक्रवार के दिन व्रत रखें।
शुक्र मीन राशि में अस्त: वैश्विक स्तर पर प्रभाव
सरकार और शुक्र से संबंधित क्षेत्र
- शुक्र मीन राशि में अस्त होने पर सरकारी प्रशासन अधिक प्रभावी नहीं रहेगा और सार्वजनिक सेवाओं में अचानक गिरावट देखने को मिल सकती है।
- वस्त्र उद्योग, शिक्षा क्षेत्र, थिएटर कला, आयात-निर्यात का व्यवसाय, लकड़ी के हस्तशिल्प और हैंडलूम जैसे कुछ क्षेत्रों में मंदी आ सकती है।
- सरकार गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नई योजनाएं लेकर आ सकती है लेकिन शुक्र के मीन राशि में अस्त होने के दौरान इससे अधिक बदलाव नहीं आ पाएगा।
- शुक्र के मीन राशि में अस्त होने का असर सरकार भी पड़ेगा और वह लघु व्यवसायों के लिए कुछ सख्त नियम बना सकती है जिससे व्यवसाय को नुकसान हो सकता है।
- इस दौरान धार्मिक वस्तुओं की मांग में गिरावट आने की वजह से भारत से अन्य देशों में धार्मिक वस्तुओं के निर्यात में गिरावट देखने को मिल सकती है।
मीडिया, अध्यात्म, परिवहन आदि
- दुनियाभर में आध्यात्मिक कार्य और धार्मिक अनुष्ठान अधिक होंगे।
- शुक्र मीन राशि में अस्त होने पर जिन क्षेत्रों या नौकरियों में बोलने का काम है जैसे कि काउंसलिंग, लेखन, संपादन और पत्रकारिता आदि, उनमें काम कर रहे जातकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
- शुक्र के मीन राशि में अस्त होने का रेलवे, शिपिंग, परिवहन और ट्रैवल कंपनियों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- इस दौरान दुनियाभर में किसी न किसी रूप में अशांति या प्रतिकूल परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
- दुनियाभर के विभिन्न देश बड़े आयोजनों या कला, संगीत और नृत्य पर आधारित महोत्सवों के ज़रिए एक-दूसरे से जुड़ने और बात करने में असमर्थ हो सकते हैं।
शुक्र मीन राशि में अस्त: स्टॉक मार्केट पर असर
18 मार्च, 2025 को सुबह 07 बजकर 34 मिनट पर शुक्र मीन राशि में अस्त हो जाएंगे। सुख-सुविधाओं के कारक शुक्र का स्टॉक मार्केट पर गहरा प्रभाव होता है। आगे जानिए कि शुक्र के मीन राशि में अस्त होने का स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
- वस्त्र उद्योग और इससे जुड़े व्यवसायों के लिए यह समय अनुकूल नहीं रहने वाला है।
- शुक्र के मीन राशि में अस्त होने के दौरान फैशन एक्सेसरीज़, वस्त्र और परफ्यूम उद्योग में मंदी देखी जा सकती है।
- इस समयावधि में शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
- प्रकाशन, टेलीकम्युनिकेशन और प्रसारण उद्योग की बड़ी कंपनियों के साथ-साथ कंसल्ट करने, लेखन, मीडिया विज्ञापन या पब्लिक रिलेशन सर्विसेस देने वाले व्यवसायों को प्रतिकूल परिणाम मिलने के संकेत हैं।
शुक्र मीन राशि में अस्त: मूवी रिलीज़ पर प्रभाव
फिल्म का नाम | स्टार कास्ट | रिलीज़ की तारीख |
जाट | सन्नी देओल और रणदीप हुड्डा | 10 अप्रैल, 2025 |
तेरी मेहरबानियां | विकास खत्री और तनवी वर्मा | 15 अप्रैल, 2025 |
शुक्र मीन राशि में अस्त होने का प्रभाव फिल्मों के व्यवसाय पर भी पड़ेगा। मनोरंजन और फिल्म उद्योग को प्रभावित करने वाला प्रमुख ग्रह शुक्र ही है। शुक्र के मीन राशि में अस्त होने का मनोरंजन उद्योग पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. वृषभ और तुला राशि पर शुक्र का आधिपत्य है।
उत्तर. हां, शुक्र कालपुरुष की कुंडली में दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है और यहां पर मारक ग्रह होता है।
उत्तर. सूर्य के 6 से 7 डिग्री के आसपास शुक्र अस्त हो जाता है।
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