समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय हमलों में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए। बैठक में राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान की ओर से कुछ हरकत की गई तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा। कुछ अन्य सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
हालांकि बैठक के बाद सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने जो जानकारी मीडिया को दी, उसमें 100 आतंकियों के मारे जाने की बात नहीं कही गई। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने बताया, “बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिन्होंने सभी को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और सभी नेताओं ने अपने सुझाव दिए। सभी नेताओं ने ऐसे समय में परिपक्वता दिखाई है जब हम सभी एक साथ काम कर रहे हैं। सभी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की और उन्हें बधाई दी और कहा कि हम सरकार और सशस्त्र बलों का समर्थन करेंगे। हमें कुछ सुझाव भी मिले हैं… रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सिर्फ शासन करने के लिए सरकार नहीं बनाते हैं।”
मंत्री किरण रिजिजू ने बताया, “राजनीतिक दल जनता की आवाज हैं और नेता एक स्वर में बोलते हैं। मुझे लगता है कि यह हमारी सफलताओं में से एक है… ऑपरेशन सिंदूर के पहले हमले के बाद जो कुछ चल रहा है, उसके बारे में बताना अच्छा नहीं है और इसलिए अधिकारियों को बैठक में नहीं बुलाया गया।”
कांग्रेस का पूरा समर्थन
पीटीआई के मुताबिक लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सर्वदलीय बैठक के बाद कहा, “हमने पूरा समर्थन दिया और खड़गे जी ने जो कहा वह सही है – कुछ चीजें ऐसी हैं जिन पर चर्चा नहीं होनी चाहिए। सभी ने बस अपना समर्थन दिया।” कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सर्वदलीय बैठक के बाद कहा, “बैठक में हमने सुना कि उन्हें (केंद्र को) क्या कहना था। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गोपनीय जानकारी बाहर साझा नहीं की जा सकती। हमने उनसे कहा कि हम सभी सरकार के साथ हैं।”
ओवैसी ने यह बात कही
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सर्वदलीय बैठक के बाद कहा, “मैंने ऑपरेशन सिंदूर के लिए हमारे सशस्त्र बलों और सरकार की सराहना की है। मैंने यह भी सुझाव दिया कि हमें पाकिस्तानी आतंकी संगठन टीआरएफ के खिलाफ एक ग्लोबल अभियान चलाना चाहिए। मैंने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को अमेरिका से इसे (टीआरएफ) आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने का अनुरोध करना चाहिए। हमें एफएटीएफ में पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट करने का भी प्रयास करना चाहिए।”