
Lucknow News
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Lucknow News: लखनऊ में शनिवार देर रात भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के नगर महामंत्री अमित त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी के 8 पदाधिकारी समेत कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर कर मुकदमा दर्ज कराया है। नगर महामंत्री ने आरोपियों के खिलाफ आरोप लगाया कि वे उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी सोशल मीडिया समेत अन्य तरीकों से दे रहे थे। इसके साथ ही अमित त्रिपाठी ने बताया कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में उनके घर के आसपास लोगों का जमावड़ा करना भी शुरू कर दिया था और रेकी कर रहे थे।
हानि पहुंचाने पर अखिलेश यादव को बताया जिम्मेदार
अमित त्रिपाणी ने इसी मामले में शनिवार देर रात हज़रतगंज थाने में आठों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें अमित त्रिपाठी ने साफ लिखा है कि अगर उन्हें या उनके परिवार में किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की हानि पहुंचती है तो उसके जिम्मेदार खुद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव होंगे।
बता दें कि आठों आरोपियों पर बीएनएस की 352 (जानबूझकर चोट पहुंचाने), 351( 3) (डराने धमकाने और आपराधिक धमकी), 353(2) (धर्म जाति या समुदाय व भड़काऊ बयान) और सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 66 के तहत गोपनीयता के उल्लंघन में मुकदमा दर्ज कराया है।
पोस्टर फाड़ने से गरमाया मामला
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के जन्मदिन के मौके पर लखनऊ के कई चौराहों पर व्यंग्यात्मक पोस्टर लगाए गए थे, जिन्हें समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फाड़ डाला था। मामले की वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। अमित त्रिपाठी का आरोप है कि पोस्टर फाड़ने की इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें सोशल मीडिया पर धमकी देना शुरू किया। उनको और उनके परिवार को इंस्टाग्राम, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फेक आईडी से धमकियां दी जा रही थी और परिवार को जान से मारने तक की धमकी दी गई। जिसके बाद अब पदाधिकारी ने हजरतगंज थाने में समाजवादी पार्टी के छात्र सभा के राष्ट्रीय सचिव सुजीत यादव, पवन सरोज, मनीष यादव ,दिनेश यादव, बृजमोहन यादव (उर्फ बीपी रघुवंशी) इंजीनियर सुशील पांडे, कौस्तुभ तिवारी व शैलेंद्र यादव पर नामजक मुकदमा दर्ज कराया है।